राहुल कोटियाल
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संविधान संशोधन जिसने देश से गणतंत्र और लोकतंत्र होने का अधिकार छीन लिया था
आपातकाल के दौरान भारतीय संविधान में हुए संशोधनों में यह पांचवां था और इसके चलते संविधान को 'कंस्टीट्यूशन ऑफ इंदिरा' कहा जाने लगा था
राहुल कोटियाल
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क्या हमारे देश में राष्ट्रपति की वाकई कोई जरूरत है?
कई मानते हैं कि जो जरूरी काम राष्ट्रपति करते हैं वह आसानी से कोई दूसरी संस्था भी कर सकती है और इसके अलावा यह पद औपचारिकता है जो देश को बहुत महंगी पड़ती है
राहुल कोटियाल
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है
पश्चिमी उत्तर प्रदेश इन दिनों सांप्रदायिक टकराव की खबरों के लिए चर्चा में रहता है. लेकिन इसी इलाके का एक गांव मेलजोल के रास्ते एक नदी को पुनर्जीवित करने में जुटा हुआ है
राहुल कोटियाल
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क्यों अदालतों से न्याय मिलने की उम्मीद लगातार कम होती जा रही है
किसी मामले में न्यायिक प्रक्रिया के शुरू होते ही अपराधियों के पक्ष में उसे धकेलने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाती है
राहुल कोटियाल
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देश के न्यायिक इतिहास में राम जेठमलानी को कैसे याद किया जाएगा?
राम जेठमलानी देश के सबसे कम और ज्यादा उम्र वाले वकील थे जो सबसे ज्यादा विवादित भी रहे
राहुल कोटियाल
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भारतीय संविधान भी हिंदी को ‘देश की भाषा’ क्यों नहीं बना सका?
हिंदी भाषी राज्यों में ही हिंदी कितनी विकसित हो सकी है, इसे समझने के लिए आज की या पिछली सरकारों का हिंदी में लिखा कोई भी सरकारी दस्तावेज़ पढ़ा जा सकता है
राहुल कोटियाल
क्विज
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क्विज़: आप इरफान खान के कितने बड़े फैन हैं?
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क्विज: क्या आप एसपी बालासुब्रमण्यम को चाहने वालों में से एक हैं?
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क्विज़: अदालत की अवमानना के तहत आप पर कब कार्रवाई हो सकती है?
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इस साल हज यात्रा पर रोक लगााए जाने के अलावा आप इसके बारे में क्या जानते हैं?
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क्विज: भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में आप कितना जानते हैं?
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राजीव गांधी हत्याकांड का अ से त्र
त्र के स्थान पर ज्ञ इसलिए नहीं कि 1991 में शुरू हुआ यह मामला आज तक भी पूरी तरह से खत्म नहीं हो सका है
राहुल कोटियाल
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जब बॉबी पर भारी पड़े थे बाबूजी!
आपातकाल के समर्थन में लोकसभा में प्रस्ताव लाने वाले बाबू जगजीवन राम ने बाद में कांग्रेस से इस्तीफा देकर जनता पार्टी के साथ 1977 का चुनाव लड़ा था
राहुल कोटियाल
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आधुनिक रहस्य : 1962 में चीन ने भारत पर हमला क्यों किया था?
1962 में भारत-चीन युद्ध के बाद आज भी सीमा विवाद कमोबेश उसी स्थिति में है और यह रहस्य भी कि चीन ने भारत पर हमला क्यों किया था
राहुल कोटियाल
समाज और संस्कृति
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जिंदगी का शायद ही कोई रंग या फलसफा होगा जो शैलेंद्र के गीतों में न मिलता हो
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रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं
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किस्से जो बताते हैं कि आम से भी भारत खास बनता है
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क्यों तरुण तेजपाल को सज़ा होना उनके साथ अन्याय होता, दूसरे पक्ष के साथ न्याय नहीं
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कार्ल मार्क्स : जिनके सबसे बड़े अनुयायियों ने उनके स्वप्न को एक गैर मामूली यातना में बदल दिया
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द्रोणागिरी : सिर्फ छह महीने बसने वाले उत्तराखंड के इस गांव की केवल यही चीज निराली नहीं है
दूरदर्शन पर रामायण के पुनर्प्रसारण के बीच तिब्बत से सटे एक गांव की कहानी जो उस द्रोणागिरी पर्वत को भगवान मानता है जिसे हनुमान जी ने संजीवनी के लिए उखाड़ लिया था
राहुल कोटियाल
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निर्भया का असली नाम बोलने और लिखने में क्या परेशानी है!
निर्भया के माता-पिता का मानना है कि मुंह वे छिपाएं जो यह घिनौना काम करते हैं, पीड़ित या उनके परिवार ऐसा क्यों करें! लेकिन क्या बात इतनी सीधी है?
राहुल कोटियाल
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घुमंतू जनजातियां : अभिन्न रहा हमारे समाज का हिस्सा जिसे अपराधी बनाने के दोषी हम ही हैं
एक तरफ जहां ये जनजातियां विकास की अंधी दौड़ में पीछे छूटती चली गईं वहीं दूसरी तरफ आजादी से पहले और बाद में बने कानून भी इन्हें हाशिये पर धकेलते गए
राहुल कोटियाल
विशेष रिपोर्ट
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सर्दी हो या गर्मी, उत्तर प्रदेश में किसानों की एक बड़ी संख्या अब खेतों में ही रात बिताती है
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कैसे किसान आंदोलन इसमें शामिल महिलाओं को जीवन के सबसे जरूरी पाठ भी पढ़ा रहा है
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हमारे पास एक ही रेगिस्तान है, हम उसे सहेज लें या बर्बाद कर दें
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क्या आढ़तिये उतने ही बड़े खलनायक हैं जितना उन्हें बताया जा रहा है?
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है