हिमांशु शेखर
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भाजपा को यहां तक पहुंचाने वाले अमित शाह खुद राजनीति में यहां तक कैसे पहुंचे?
बहुत कम लोग यह जानते हैं कि अमित शाह कभी घड़ी नहीं पहनते हैं और उससे भी कम यह कि वे ऐसा क्यों करते हैं
हिमांशु शेखर
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जेपी मानते थे कि नेहरू का विकास मॉडल गांधी जी के विचारों से मेल नहीं खाता
जयप्रकाश नारायण क्यों ऐसा मानते थे कि गांधी जी का राजनीतिक उत्तराधिकारी होने के बावजूद जवाहरलाल नेहरू ने अपनी नीतियों में उनके विचारों को कभी अहमियत नहीं दी
हिमांशु शेखर
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कांशीराम आज होते तो दलित राजनीति का चेहरा भी कुछ ज्यादा सयाना हो सकता था
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने सियासत में जो भी हासिल किया, उसमें उस मजबूत बुनियाद की सबसे अहम भूमिका रही जिसे कांशीराम ने डीएस-4 के जरिए रखा था
हिमांशु शेखर
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क्या आर्थिक मंदी के मौजूदा हालात में देश मनमोहन सिंह को अलग नजरिये से देखने लगा है?
मनमोहन सिंह ने एक बार कहा था कि इतिहास उनके साथ थोड़ी नरमी बरतेगा. ऐसे में यह जानना रोचक है कि अब उन्हें कैसे याद किया जा रहा है?
हिमांशु शेखर
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पांच सबक जो राजनेताओं की मौजूदा पीढ़ी अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन से ले सकती है
एक राजनेता के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी की कार्यशैली में कई ऐसी विशेषताएं थीं जिनका इस पीढ़ी के नेताओं में अभाव दिखता है
हिमांशु शेखर
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हम जिन्हें जानते हैं उन अटल बिहारी वाजपेयी का व्यक्तित्व ऐसे कुछ किस्सों से मिलकर बनता है
1977 में विदेश मंत्री बनने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी पहले दिन मंत्रालय पहुंचे तो उन्होंने देखा कि एक दीवार से जवाहर लाल नेहरू की तस्वीर गायब है. इसके बाद...
हिमांशु शेखर
क्विज
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क्विज़: आप इरफान खान के कितने बड़े फैन हैं?
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क्विज: क्या आप एसपी बालासुब्रमण्यम को चाहने वालों में से एक हैं?
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क्विज़: अदालत की अवमानना के तहत आप पर कब कार्रवाई हो सकती है?
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इस साल हज यात्रा पर रोक लगााए जाने के अलावा आप इसके बारे में क्या जानते हैं?
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क्विज: भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में आप कितना जानते हैं?
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शीला दीक्षित : जिन्हें दिल्ली ने विकास का श्रेय दिया और भ्रष्टाचार का दाग भी
शीला दीक्षित के राजनीति में कदम रखने की अपनी एक अलग और दिलचस्प कहानी है
हिमांशु शेखर
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उन पांच समस्याओं पर विवेकानंद क्या सोचते थे जो आज भी देश की राह का सबसे बड़ा रोड़ा हैं?
गुरुदेव रवींद्रनाथ ठाकुर ने एक बार कहा था, ‘यदि आप भारत को जानना चाहते हैं तो विवेकानंद को पढ़िये.’
हिमांशु शेखर
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लालू प्रसाद यादव की आत्मकथा और उसमें मौजूद तीन बेहद दिलचस्प राजनीतिक किस्से
मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री और राबड़ी देवी मुख्यमंत्री कैसे बनीं और लालकृष्ण आडवाणी जेल से हाॅटलाइन पर किससे बात किया करते थे?
हिमांशु शेखर
समाज और संस्कृति
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जिंदगी का शायद ही कोई रंग या फलसफा होगा जो शैलेंद्र के गीतों में न मिलता हो
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रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं
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किस्से जो बताते हैं कि आम से भी भारत खास बनता है
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क्यों तरुण तेजपाल को सज़ा होना उनके साथ अन्याय होता, दूसरे पक्ष के साथ न्याय नहीं
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कार्ल मार्क्स : जिनके सबसे बड़े अनुयायियों ने उनके स्वप्न को एक गैर मामूली यातना में बदल दिया
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क्यों मोदी सरकार की कोशिशों के बावजूद भारतीय कंपनियों में चीनी घुसपैठ को रोक पाना संभव नहीं है
चीनी कंपनियों ने पिछले कुछ सालों में भारत की तकरीबन हर यूनिकाॅर्न कंपनी में निवेश किया है और कोरोना संकट ने इस मामले में उन्हें नया अवसर दे दिया है
हिमांशु शेखर
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कोरोना वायरस भारतीय राजनीति को किस-किस तरह से प्रभावित कर सकता है?
भारत में पहले भी इस तरह की महामारी का असर राजनीति पर पड़ा है
हिमांशु शेखर
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अगर ये पांच गलतियां न हुई होतीं तो कोरोना संकट का प्रबंधन थोड़ा बेहतर हो सकता था
पूरी दुनिया में यह बात स्वीकार्य है कि संकट के समय संवाद बिल्कुल स्पष्ट होना चाहिए. लेकिन कोरोना वायरस से लड़ने के लिए भारत में ऐसा नहीं हुआ
हिमांशु शेखर
विशेष रिपोर्ट
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सर्दी हो या गर्मी, उत्तर प्रदेश में किसानों की एक बड़ी संख्या अब खेतों में ही रात बिताती है
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कैसे किसान आंदोलन इसमें शामिल महिलाओं को जीवन के सबसे जरूरी पाठ भी पढ़ा रहा है
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हमारे पास एक ही रेगिस्तान है, हम उसे सहेज लें या बर्बाद कर दें
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क्या आढ़तिये उतने ही बड़े खलनायक हैं जितना उन्हें बताया जा रहा है?
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है