अपना भारत
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कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट का रुख उस धारणा को मजबूती देता दिखता है कि वह सरकार के साथ खड़ा है
कई लोग मानते हैं कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता वह सबसे जरूरी मुद्दा है जिस पर तुरंत और सबसे ज्यादा ध्यान दिये जाने की जरूरत है
विकास बहुगुणा
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सत्याग्रह कुछ दिनों के अवकाश पर है!
हम शीघ्र ही अपने नए स्वरूप में, नई ताज़गी और कुछ अलग तरह के उत्पादों के साथ पूरी तरह से आपसे जुड़ेंगे
सत्याग्रह ब्यूरो
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माइक्रोवेव हथियार क्या होते हैं?
लद्दाख में भारत-चीन तनाव के बीच माइक्रोवेव हथियारों के इस्तेमाल की खबर गर्म है
सत्याग्रह ब्यूरो
लोकप्रिय
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पोर्न फिल्मों को ब्लू फिल्म क्यों कहा जाता है?
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क्या व्हाट्सएप से हो रहा पलायन पूरी तरह से संभव है?
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महाराणा प्रताप : जिनके लिए मेवाड़ सिर्फ एक राज्य नहीं था
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नवाब शुजाउद्दौला : एक बेवफ़ा शौहर जो गंगा-जमुनी तहज़ीब का पहला कद्रदान भी था
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मुंह से खून आना सिर्फ टीबी का लक्षण नहीं है, तो फिर इसका मतलब और क्या-क्या हो सकता है?
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पांच कानून जिनके दायरे में भारत में होने वाली ज्यादातर शादियां आती हैं
अंतरधार्मिक विवाह पर इन दिनों छिड़ी बहस के दौरान भारत में शादी से जुड़े कानूनों पर एक नजर
सत्याग्रह ब्यूरो
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क्या आढ़तिये उतने ही बड़े खलनायक हैं जितना उन्हें बताया जा रहा है?
सरकारें और कई विशेषज्ञ आढ़तियों को किसानों की परेशानियों की एक बड़ी वजह मानते रहे हैं
अश्वनी कबीर
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है
पश्चिमी उत्तर प्रदेश इन दिनों सांप्रदायिक टकराव की खबरों के लिए चर्चा में रहता है. लेकिन इसी इलाके का एक गांव मेलजोल के रास्ते एक नदी को पुनर्जीवित करने में जुटा हुआ है
राहुल कोटियाल
क्विज
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क्विज़: आप इरफान खान के कितने बड़े फैन हैं?
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क्विज: क्या आप एसपी बालासुब्रमण्यम को चाहने वालों में से एक हैं?
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क्विज़: अदालत की अवमानना के तहत आप पर कब कार्रवाई हो सकती है?
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इस साल हज यात्रा पर रोक लगााए जाने के अलावा आप इसके बारे में क्या जानते हैं?
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क्विज: भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में आप कितना जानते हैं?
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बिरसा मुंडा : जिनके उलगुलान और बलिदान ने उन्हें 'भगवान' बना दिया
हालात आज भी वैसे ही हैं जैसे बिरसा मुंडा के वक्त थे. आदिवासी खदेड़े जा रहे हैं, दिकू अब भी हैं. जंगलों के संसाधन तब भी असली दावेदारों के नहीं थे और न ही अब हैं
अनुराग भारद्वाज
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अर्णब गोस्वामी: एक फनकार, जो कभी पत्रकार था
क्या अर्णब गोस्वामी के बचाव में उस पत्रकारिता से जुड़े अधिकारों की बात करना ठीक लगता है जिसे खुद उन्होंने ही मरणासन्न अवस्था में पहुंचा दिया है?
विकास बहुगुणा
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क्या कश्मीरी पंडित इस बात से खुश हैं कि अब जम्मू-कश्मीर में कोई भी व्यक्ति ज़मीन खरीद सकता है?
‘कश्मीर फॉर कश्मीरीज़’ का नारा सबसे पहले कश्मीरी पंडितों ने ही लगाया था. लेकिन राज्य के नये भूमि कानून के बाद अब स्थिति बिलकुल बदल गई है
सुहैल ए शाह
समाज और संस्कृति
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महाराणा प्रताप : जिनके लिए मेवाड़ सिर्फ एक राज्य नहीं था
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नवाब शुजाउद्दौला : एक बेवफ़ा शौहर जो गंगा-जमुनी तहज़ीब का पहला कद्रदान भी था
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जब गांधी को खय्याम की रुबाइयां सुनाने वाले बच्चन ने रघुपति राघव राजा राम का ‘सैड वर्जन’ लिखा
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सआदत हसन मंटो : जो खुद को अपनी ही जेब काटने वाला जेबकतरा मानते थे
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‘द जंगल बुक’ वाले रुडयार्ड किपलिंग के जीवन की किताब में रंगभेद का काला पन्ना भी है
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जब गांधी के एक अनुयायी ने नेहरू को आंध्र प्रदेश बनाने पर मजबूर कर दिया था
महात्मा गांधी का मानना था कि भाषा के आधार पर राज्य बनाने से देश मजबूत होगा जबकि उनके शिष्य जवाहरलाल नेहरू की राय इसके उलट थी
अनुराग भारद्वाज
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जब जेल में बंद सरदार पटेल के लिए महात्मा गांधी का एक बयान राहत लेकर आया था
किस्सा तब का है जब दांडी मार्च की तैयारी के दौरान गिरफ्तार सरदार वल्लभ भाई पटेल के साथ औपनिवेशिक सरकार की पुलिस दुर्व्यवहार कर रही थी
अव्यक्त
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एक ऐसा देश जिसका धर्म तो इस्लाम है और संस्कृति है रामायण
मुस्लिम बहुल इंडोनेशिया में लोग न केवल बेहतर इंसान बनने के लिए रामायण पढ़ते हैं बल्कि इसके पात्र वहां की स्कूली शिक्षा का भी अभिन्न हिस्सा हैं
विकास बहुगुणा
विशेष रिपोर्ट
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क्या आढ़तिये उतने ही बड़े खलनायक हैं जितना उन्हें बताया जा रहा है?
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है
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राजस्थान के सबसे बड़े अस्पताल में जाने का मतलब ही क्या है जब वहां बड़े डॉक्टर होते ही नहीं
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इन लोक कलाकारों को बचाए बिना देश की संस्कृति को बचाने की बात भी कैसे की जा सकती है!
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क्या कश्मीरी पंडित इस बात से खुश हैं कि अब जम्मू-कश्मीर में कोई भी व्यक्ति ज़मीन खरीद सकता है?