जांच-पड़ताल
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देश को नई संसद और प्रधानमंत्री को नये घर की कितनी जरूरत है?
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के पक्ष में मोदी सरकार की एक दलील यह भी है कि अभी विभिन्न मंत्रालयों के किराए पर हर साल 1000 करोड़ रुपये खर्च होते हैं
विकास बहुगुणा
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राजस्थान के सबसे बड़े अस्पताल में जाने का मतलब ही क्या है जब वहां बड़े डॉक्टर होते ही नहीं
जयपुर का सवाई मान सिंह अस्पताल देश के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में शुमार है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यहां आपको सबसे बढ़िया इलाज भी मिलेगा
अश्वनी कबीर
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क्यों अदालतों से न्याय मिलने की उम्मीद लगातार कम होती जा रही है
किसी मामले में न्यायिक प्रक्रिया के शुरू होते ही अपराधियों के पक्ष में उसे धकेलने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाती है
राहुल कोटियाल
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जिस एनएच-44 को कश्मीर के लोगों और सैनिकों का जीवन आसान करना था वह इतनी बड़ी मुसीबत कैसे बन गया?
2018 में जब कश्मीर में नेशनल हाइवे-44 तैयार हुआ था तब यहां के लोग और सुरक्षा बल दोनों बेहद खुश थे. लेकिन फरवरी 2019 के बाद से स्थिति बिलकुल बदल गई
सुहैल ए शाह
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जिस उत्तर प्रदेश को राम राज्य बनना था, वह पुलिस राज्य बनता हुआ क्यों लग रहा है?
बीते तीन सालों में उत्तर प्रदेश पुलिस का बर्ताव जिस तरह का रहा है वह कई लोगों को पुलिस राज की परिभाषा में फिट बैठता दिखता है
अभय शर्मा
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हाथरस मामले में अब जो हो रहा है वह भी किसी दुष्कर्म से कम नहीं है
ऐसे मामलों में न्याय हो पाना वैसे भी मुश्किल होता है, ऊपर से अगर ये राजनीति और मीडिया की दुधारू भी बन जाएं तब चीज़ें और भी उलझ जाती हैं
प्रदीपिका सारस्वत
क्विज
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क्विज़: आप इरफान खान के कितने बड़े फैन हैं?
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क्विज: क्या आप एसपी बालासुब्रमण्यम को चाहने वालों में से एक हैं?
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क्विज़: अदालत की अवमानना के तहत आप पर कब कार्रवाई हो सकती है?
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इस साल हज यात्रा पर रोक लगााए जाने के अलावा आप इसके बारे में क्या जानते हैं?
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क्विज: भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में आप कितना जानते हैं?
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जब हम कश्मीर की सबसे बड़ी समस्याओं की बात करते हैं तो उनमें नशा क्यों नहीं शामिल होता?
एक अनुमान के मुताबिक कश्मीर घाटी में हर 10 में से एक व्यक्ति नशे की गिरफ्त में है और ऐसे हर 10 में से नौ लोग हेरोइन का सेवन करते हैं
सुहैल ए शाह
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अनुच्छेद-370 हटे एक साल हुआ फिर भी कश्मीर में मिलिटेंसी कम होती क्यों नहीं दिखती है?
अनुच्छेद-370 हटाते वक्त कहा गया था कि इससे जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का भी अंत हो जाएगा. क्या एक साल बाद उस दिशा में कोई प्रगति हो सकी है?
सुहैल ए शाह
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राजीव गांधी हत्याकांड का अ से त्र
त्र के स्थान पर ज्ञ इसलिए नहीं कि 1991 में शुरू हुआ यह मामला आज तक भी पूरी तरह से खत्म नहीं हो सका है
राहुल कोटियाल
समाज और संस्कृति
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जिंदगी का शायद ही कोई रंग या फलसफा होगा जो शैलेंद्र के गीतों में न मिलता हो
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रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं
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किस्से जो बताते हैं कि आम से भी भारत खास बनता है
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क्यों तरुण तेजपाल को सज़ा होना उनके साथ अन्याय होता, दूसरे पक्ष के साथ न्याय नहीं
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कार्ल मार्क्स : जिनके सबसे बड़े अनुयायियों ने उनके स्वप्न को एक गैर मामूली यातना में बदल दिया
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क्या विकास दुबे के एनकाउंटर ने कई महत्वपूर्ण लोगों को जीवनदान दे दिया है?
गैंगस्टर विकास दुबे को उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स ने एक ऐसे एनकाउंटर में मार गिराया है जिस पर कितने भी सवाल उठाये जा सकते हैं
अभय शर्मा
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अगर पीएम केयर्स फंड आरटीआई या सीएजी के दायरे में नहीं आता तो उसे ऐसा बनाया क्यों गया है?
पारदर्शिता उन शब्दों में से है जिन पर मोदी सरकार बेहद जोर देती है. तो फिर प्रधानमंत्री के नाम पर चलने वाला पीएम केयर्स फंड इतना गोपनीय क्यों नज़र आता है?
विकास बहुगुणा
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पीएम केयर्स फंड अपनी सुविधा से पब्लिक अथॉरिटी हो जाता है और अपनी सुविधा से ही पब्लिक ट्रस्ट
पीएम केयर्स फंड पर मोदी सरकार के हर नये निर्णय के साथ इस पर नये सवाल भी उठ रहे हैं. इनमें से एक सवाल इसके ऑडिटर की नियुक्ति का है
विकास बहुगुणा
विशेष रिपोर्ट
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सर्दी हो या गर्मी, उत्तर प्रदेश में किसानों की एक बड़ी संख्या अब खेतों में ही रात बिताती है
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कैसे किसान आंदोलन इसमें शामिल महिलाओं को जीवन के सबसे जरूरी पाठ भी पढ़ा रहा है
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हमारे पास एक ही रेगिस्तान है, हम उसे सहेज लें या बर्बाद कर दें
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क्या आढ़तिये उतने ही बड़े खलनायक हैं जितना उन्हें बताया जा रहा है?
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है