समाज और संस्कृति
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जिंदगी का शायद ही कोई रंग या फलसफा होगा जो शैलेंद्र के गीतों में न मिलता हो
गीतकार शैलेंद्र ने अपने कालजयी गीतों के जरिये आम आदमी की भावनाओं को जुबान दी
अभय शर्मा
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रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं
एक अंग्रेज अफ़सर ने लक्ष्मीबाई के बारे में लिखा था, 'हमारी किस्मत अच्छी थी कि उसके पास उसी के जैसे आदमी नहीं थे’
पुलकित भारद्वाज
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किस्से जो बताते हैं कि आम से भी भारत खास बनता है
भारत के धर्म, इतिहास और साहित्य में हर जगह फलों का राजा आम अपने अलग-अलग अंदाज में मौजूद दिखता है
गोविंद पंत राजू
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क्यों तरुण तेजपाल को सज़ा होना उनके साथ अन्याय होता, दूसरे पक्ष के साथ न्याय नहीं
तरुण तेजपाल के मामले में आया निचली अदालत का 527 पन्नों का फैसला जो बताता है, वह हैरान भी करता है और परेशान भी
संजय दुबे
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कार्ल मार्क्स : जिनके सबसे बड़े अनुयायियों ने उनके स्वप्न को एक गैर मामूली यातना में बदल दिया
ज़िंदगी पुस्तकालयों में बिता देने वाले कार्ल मार्क्स ने दुनिया भर में शायद सबसे ज्यादा लोगों को घरों से निकलकर अपनी दुनिया बदलने की प्रेरणा दी
अपूर्वानंद
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जो लेखक अपने संघर्षों को बहुत गाते हैं वे उन संघर्षों की अवमानना करते हैं
लेखक अपने संघर्षों को लेकर न तो किसी आत्मरति को पोस सकता है और न ही उनके आधार पर किसी रियायत, सुविधा या मान्यता की मांग कर सकता है
अशोक वाजपेयी
क्विज
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क्विज़: आप इरफान खान के कितने बड़े फैन हैं?
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क्विज: क्या आप एसपी बालासुब्रमण्यम को चाहने वालों में से एक हैं?
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क्विज़: अदालत की अवमानना के तहत आप पर कब कार्रवाई हो सकती है?
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इस साल हज यात्रा पर रोक लगााए जाने के अलावा आप इसके बारे में क्या जानते हैं?
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क्विज: भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में आप कितना जानते हैं?
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वन अरेंज्ड मर्डर: ‘जब प्यार में आप किसी को गुझिया बुलाने लगें तो ज़रा रुककर सोचना चाहिए’
वेस्टलैंड पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित, चेतन भगत की किताब ‘वन अरेंज्ड मर्डर’ का एक अंश
सत्याग्रह ब्यूरो
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हिन्दी साहित्य और समाज दोनों में आलोचना-वृत्ति का भयानक क्षरण हुआ है
समाज की स्थिति तो यह है कि राज से पहले अब वही आलोचना को द्रोह मानकर उसे दण्डित करने के लिए सक्रिय हो जाता है
अशोक वाजपेयी
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मौत के बाद जब आइंस्टीन का दिमाग निकालकर उसकी जांच की गई तो क्या पता चला था?
सर्वकालिक महान वैज्ञानिक माने जाने वाले अल्बर्ट आइंस्टीन की एक खोई हुई पांडुलिपि हाल ही में मिली है
राम यादव
विशेष रिपोर्ट
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सर्दी हो या गर्मी, उत्तर प्रदेश में किसानों की एक बड़ी संख्या अब खेतों में ही रात बिताती है
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कैसे किसान आंदोलन इसमें शामिल महिलाओं को जीवन के सबसे जरूरी पाठ भी पढ़ा रहा है
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हमारे पास एक ही रेगिस्तान है, हम उसे सहेज लें या बर्बाद कर दें
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क्या आढ़तिये उतने ही बड़े खलनायक हैं जितना उन्हें बताया जा रहा है?
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है
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सुपरस्टार तो दर्जनों हुए हैं, लेकिन आमिर खान जैसा एक भी नहीं!
आमिर खान आज 56 साल के हो गए हैं
शुभम उपाध्याय
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स्टीफन हॉकिंग के जीवन का निचोड़ शायद यही था कि जहां अंत दिखता है, वहां नई शुरुआत होती है
अपने आखिरी दिनों में स्टीफन हॉकिंग ने कहा था कि ब्लैक होल दूसरे ब्रह्मांडों के द्वार हो सकते हैं
राजेन्द्र धोड़पकर
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मेरी मां ने कोठे में रहकर भी अपने लिए न सही लेकिन हमारे लिए सपने देखना नहीं छोड़ा था
मां खुद कोठे पर काम करती रही लेकिन मुझे और अपने भाई और बहनों को हमेशा उस माहौल से बहुत दूर रखा
मनीष गायकवाड़
दस्तावेज़
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घनश्याम दास बिड़ला: हिंदुस्तान की औद्योगिक क्रांति का जनक जो खुद को व्यापारी नहीं मानता था
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स्टालिन : जिसके अत्याचारों से उसका परिवार भी बच नहीं सका था
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एडविना माउंटबेटन: जिनके लिए जवाहरलाल नेहरू ने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था!
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शिवाजी : वह मराठा सरदार जिसने हिंदुओं के खोए हुए आत्मसम्मान को पुनर्स्थापित किया था
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क्या महात्मा गांधी की हत्या में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भूमिका थी?