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सावरकर मानते थे कि गाय की पूजा करना मानव जाति का स्तर गिराना है
‘हिंदुत्व’ के विचार की बुनियाद रखने वाले विनायक दामोदर सावरकर का मानना था कि मुसलमानों ने हिंदुओं को नहीं हराया बल्कि वे गाय की पूजा करने से हारे
सत्याग्रह ब्यूरो
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आईएस ने इंटरनेट पर 'बम बनाने का आसान तरीका' अपलोड किया
एनआईए की जांच के मुताबिक भारत में अपने रंगरूटों के लिए आईएस ने यह दस्तावेज मध्य-पूर्व के किसी देश में बनवाया
सत्याग्रह ब्यूरो
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जोतिबा और सावित्रीबाई फुले का संघर्ष भारतीय समाज के समावेशी होने की भी कहानी है
आज सावित्रीबाई फुले की जयंती है
अव्यक्त
क्विज
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क्विज़: आप इरफान खान के कितने बड़े फैन हैं?
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क्विज: क्या आप एसपी बालासुब्रमण्यम को चाहने वालों में से एक हैं?
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क्विज़: अदालत की अवमानना के तहत आप पर कब कार्रवाई हो सकती है?
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इस साल हज यात्रा पर रोक लगााए जाने के अलावा आप इसके बारे में क्या जानते हैं?
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क्विज: भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में आप कितना जानते हैं?
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मौत की किताब : जो जिंदगी और मौत के सफों के बीच भरे खालीपन को आवाज देती है
ऊपर से देखने पर यह खुदकुशी के कारण तलाशती किताब लगती है लेकिन गहरे अर्थों में पूरी शिद्दत से दुनिया को जीने लायक खूबसूरत बनाने की वकालत करती है
कविता
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महात्मा गांधी कैसा रामराज्य चाहते थे?
महात्मा गांधी के समय भी रामराज्य को लेकर काफी बहस होती थी और तब उन्होंने कई मौकों पर इस धारणा को लेकर अपनी राय जाहिर की थी
अव्यक्त
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क्या मोदी कैबिनेट में शामिल होने के लिए 75 साल की उम्र सीमा का अब भी कोई मतलब रह गया है?
इससे जुड़ा एक सवाल यह भी है कि क्या 75 साल की उम्र सीमा मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने भर के लिए तय की गई थी या फिर यह मंत्रिमंडल से सेवानिवृत्त के लिए भी थी?
हिमांशु शेखर
समाज और संस्कृति
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जिंदगी का शायद ही कोई रंग या फलसफा होगा जो शैलेंद्र के गीतों में न मिलता हो
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रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं
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किस्से जो बताते हैं कि आम से भी भारत खास बनता है
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क्यों तरुण तेजपाल को सज़ा होना उनके साथ अन्याय होता, दूसरे पक्ष के साथ न्याय नहीं
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कार्ल मार्क्स : जिनके सबसे बड़े अनुयायियों ने उनके स्वप्न को एक गैर मामूली यातना में बदल दिया
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जहांगीर : अकबर का वारिस, नूरजहां का शौहर और शाहजहां का बाप होना ही जिसकी क़ाबिलियत थी
ताज्जुब की बात है कि जिसकी रगों में तैमूरी, चंगेज़ी और राजपूती खून दौड़ रहा हो, जो बाबर और अकबर का वंशज हो, वह सिर्फ नाम का ‘जहांगीर’ था!
अनुराग भारद्वाज
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जब दूसरे गीतकार एक गीत के लिए आठ दिन लेते थे तो आनंद बख्शी यह काम आठ मिनट में कर देते थे
गीतों की सरलता ने आनंद बख्शी को न सिर्फ आम आदमी का सबसे पसंदीदा गीतकार बनाया बल्कि उन्हें चार दशक तक हिंदी सिनेमा की मुख्यधारा में भी बनाए रखा
सत्याग्रह ब्यूरो
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दुनिया को सबसे ज़्यादा आकर्षित करने वाला इस्लाम सबसे ज्यादा डराने वाला धर्म भी कैसे बन गया?
2001 से 2011 के बीच ब्रिटेन में एक लाख से अधिक लोगों ने इस्लाम अपनाया जिनमें से 50 फीसदी लोगों ने बाद में इससे किनारा कर लिया
प्रदीपिका सारस्वत
विशेष रिपोर्ट
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सर्दी हो या गर्मी, उत्तर प्रदेश में किसानों की एक बड़ी संख्या अब खेतों में ही रात बिताती है
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कैसे किसान आंदोलन इसमें शामिल महिलाओं को जीवन के सबसे जरूरी पाठ भी पढ़ा रहा है
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हमारे पास एक ही रेगिस्तान है, हम उसे सहेज लें या बर्बाद कर दें
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क्या आढ़तिये उतने ही बड़े खलनायक हैं जितना उन्हें बताया जा रहा है?
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है
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‘आवारा मसीहा’ ने शरतचंद्र को पुनर्जीवन दिया था तो विष्णु प्रभाकर को एक बड़े साहित्यकार का कद
आखिर वह क्या आकर्षण था जिसके वश में विष्णु प्रभाकर ने अपने जीवन के 14 साल एक साहित्यकार की जीवनी लिखने में लगा दिए?
कविता
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जिंदगी का शायद ही कोई रंग या फलसफा होगा जो शैलेंद्र के गीतों में न मिलता हो
गीतकार शैलेंद्र ने अपने कालजयी गीतों के जरिये आम आदमी की भावनाओं को जुबान दी
अभय शर्मा
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ग़ालिब अगर शायर न होते तो उनके ख़त ही उन्हें अपने दौर का सबसे ज़हीन इंसान बना देते
अपनी मौत से एक दिन पहले ग़ालिब ने नवाब लोहारू के खत का जवाब कुछ यूं लिखवाया- मुझसे क्या पूछते हो कि कैसा हूं? एक या दो दिन ठहरो फिर पड़ोसी से पूछ लेना
अनुराग भारद्वाज
दस्तावेज़
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घनश्याम दास बिड़ला: हिंदुस्तान की औद्योगिक क्रांति का जनक जो खुद को व्यापारी नहीं मानता था
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स्टालिन : जिसके अत्याचारों से उसका परिवार भी बच नहीं सका था
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एडविना माउंटबेटन: जिनके लिए जवाहरलाल नेहरू ने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था!
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शिवाजी : वह मराठा सरदार जिसने हिंदुओं के खोए हुए आत्मसम्मान को पुनर्स्थापित किया था
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क्या महात्मा गांधी की हत्या में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भूमिका थी?