उत्तर प्रदेश सरकार ने विश्वविद्यालय और डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों को शालीन कपड़े पहनने का निर्देश दिया है. इसके लिए उच्च शिक्षा निदेशालय ने 30 मार्च को एक सर्कुलर जारी किया है. इसमें कहा गया है कि ‘विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों और अन्य संबंधित सदस्यों से शालीन कपड़ों में समय पर कार्यालय आने और अपना काम जिम्मेदारी के साथ करने का निवेदन किया जाता है. काम के दौरान जींस और टीशर्ट पहनने पर रोक रहेगी.’ इसके दायरे में 158 सरकारी कॉलेज और सरकार से सहायता पाने वाले 331 कॉलेज भी आएंगे.
उच्च शिक्षा निदेशालय का यह आदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों में पान-मसाने और गुटखे पर प्रतिबंध लगाने के बाद आया है. न्यूज 18 से बातचीत में उच्च शिक्षा निदेशक आरपी सिंह ने कहा कि इस आदेश में शिक्षकों के शालीन कपड़े पहनने पर जोर दिया गया है, जहां शालीन का मतलब ही है कि जींस और टीशर्ट पहनने की छूट न होना. उन्होंने आगे कहा, ‘शिक्षक छात्रों के लिए रोल मॉडल होते हैं, अगर वे शिष्ट कपड़े पहनेंगे तो बच्चे भी उसे अपनाएंगे.’ आरपी सिंह ने छात्रों के सामने आदर्श पेश करने के लिए अध्यापकों को ब्लैक या नेवी ब्लू पैंट और व्हाइट या स्काई ब्लू शर्ट पहनने की सलाह दी.
रिपोर्ट के मुताबिक कुछ अध्यापकों ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है. उनका कहना है कि जिस तरह से छात्रों का यूनिफॉर्म उन्हें भेदभाव से बचाता है, उसी तरह अध्यापकों का ड्रेस कोड होने से उन्हें कपड़ों के आधार पर नहीं आंका जा सकेगा.
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