हिंदी और अंग्रेजी माध्यमाें की बहुप्रचलित पत्रकारिता के बाद अब कोई संस्कृत माध्यम से भी इस पेशे में हाथ आज़माना चाहे तो वह आईआईएमसी (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मॉस कम्युनिकेशंस) दिल्ली से संपर्क कर सकता है. यह संस्था जल्द ही इससे संबंधित पाठ्यक्रम शुरू करने वाली है.

हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक इस आशय के फैसले की घोषणा गुरुवार को की गई. इसमें बताया गया कि पिछले हफ्ते संस्था की कार्यकारी परिषद की बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया है. आईआईएमसी के महानिदेशक केजी सुरेश के मुताबिक, ‘संस्कृत माध्यम से पत्रकारिता की पढ़ाई करने की इच्छा रखने वाले विद्यार्थियों के लिए तीन महीने का प्रमाण पत्र कार्यक्रम (सर्टिफिकेट प्रोग्राम) शुरू किया जा रहा है.’

उन्होंने बताया, ‘नए पाठ्यक्रम के लिए श्री लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठ के साथ अनुबंध किया गया है. हम जो पाठ्यक्रम तैयार करेंगे उसको संस्कृतबद्ध करने का मामला विद्यापीठ के विशेषज्ञों के जिम्मे होगा.’ उन्होंने बताया, ‘कुछ संस्कृत भाषा के प्रकाशन हैं और इनके अलावा ऑल इंडिया रेडियो एवं दूरदर्शन में भी संस्कृत भाषा के जानकारों की ज़रूरत रहती है. इसी को ध्यान में रखते हुए यह पाठ्यक्रम तैयार किया गया है.’