चेहरे पर बच्चों सी मासूमियत और आंखों में वैसी ही शरारत लेकर अभिनय करने वाली श्रीदेवी को आज उनके निभाए किरदारों के जरिए ही याद किया जाता है. इनमें सबसे ज्यादा लोकप्रिय उनके वे किरदार हैं जिनमें उन्होंने कॉमेडी की है. इसकी वजह शायद यह है कि गंभीर भूमिकाओं में गहराई से अभिनय करने वाले कई कलाकार मिल जाएंगे लेकिन कॉमिक रोल्स में ऐसा कर पाने के लिए आपको श्रीदेवी जैसी किसी अभिनेत्री की जरूरत होती है. वे कॉमेडी करते हुए भी परतदार अभिनय करती थीं. मासूमियत और शरारत का जो मेल उनके चेहरे पर दिखता था वह उनके बाद अब शायद ही किसी और में देखने को मिले. उनकी फिल्मों के ऐसे पांच दृश्य जिन्हें देखते हुए इस बात का एहसास होता है कि वे जो थीं बस वे ही हो सकती थीं.


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सदमा - 1983

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रूप की रानी चोरों का राजा - 1993

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गैर कानूनी - 1989

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मेरी बीवी की जवाब नहीं - 2004

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गुरूदेव - 1994

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