‘हम लोगों (जदयू) को पहले से पता था कि (बिहार के उपचुनाव में) क्या होने वाला है.’
— नीतीश कुमार, बिहार के मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह बयान बिहार के उपचुनाव में तीन में से दो सीटों पर एनडीए प्रत्याशियों की हार पर आया. उन्होंने कहा, ‘जदयू किसी जनप्रतिनिधि के निधन से खाली होने वाली सीटों पर उपचुनाव नहीं लड़ती है. इसलिए हमने (जदयू) उपचुनाव न लड़ने का फैसला किया था. लेकिन भाजपा का बहुत ज्यादा आग्रह था.’ नीतीश कुमार ने आगे कहा कि उनकी पार्टी ने भाजपा की मांग इसलिए भी मान ली थी ताकि वह बाद में उनकी पार्टी को कोई दोष न दे पाए. बिहार के विशेष राज्य के दर्जे के बारे में उनका कहना था कि इस मांग को एक सेकेंड के लिए भी नहीं छोड़ा गया है, लेकिन इस पर हमेशा बयानबाजी नहीं की जा सकती है.

‘मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले समझ ही नहीं पा रहे कि वह इसे क्यों ला रहे हैं?’
— जितेंद्र सिंह, केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह का यह बयान लोकसभा में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी द्वारा अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस देने पर आया. उन्होंने कहा, ‘विपक्षी दल एक तरफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कर रहे हैं, दूसरी तरफ सदन में हंगामा भी करते हैं ताकि उसे चर्चा के लिए स्वीकार न किया जा सके.’ उधर, पार्टी के वरिष्ठ नेता राम माधव ने कहा है कि भाजपा को अविश्वास प्रस्ताव से कोई खतरा नहीं है, क्योंकि सदन में पर्याप्त संख्या है. विपक्ष की एकजुटता को अपवित्र गठबंधन बताते हुए राम माधव ने कहा कि भाजपा इसका भी मुकाबला कर लेगी.
‘आदित्यनाथ सरकार को एक साल पूरा होने का जश्न मनाने के बजाए अपनी विफलताओं पर विचार करना चाहिए.’
— मायावती, बसपा प्रमुख
बसपा प्रमुख मायावती का यह बयान उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के एक साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम ‘एक साल नई मिसाल’ को लेकर आया. उन्होंने कहा, ‘बीते एक साल में योगी सरकार ने राज्य में बुरा असर छोड़ा है, जनता ने उसी का जवाब गोरखपुर और फूलपुर (लोकसभा उपचुनाव) में दिया है.’ बसपा प्रमुख मायावती ने आगे कहा कि जनता भाजपा सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा समय-समय पर जाहिर कर रही है. उनके मुताबिक 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का बहुत बुरा हाल होने वाला है.
‘एक बंदर ने रावण की लंका जलाई थी, अब एक बंदर उत्तर प्रदेश से भ्रष्टाचार और गुंडाराज को मिटाने में भूमिका निभाएगा.’
— आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ का यह बयान सपा के विधानपरिषद सदस्य आनंद भदौरिया द्वारा सरकार पर तंज करते हुए सोशल मीडिया पर बंदरों से जुड़ा एक चुटकुला साझा करने पर आया. अपनी सरकार के एक साल पूरे होने पर उन्होंने कहा कि विभिन्न सरकारी विभागों में चार लाख पदों पर भर्तियां की जाएंगी. मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने आगे कहा कि जब भाजपा ने प्रदेश में सत्ता संभाली थी, तब प्रदेश का खजाना खाली था, कानून-व्यवस्था से लेकर दूसरे मोर्चों पर हालत बहुत खराब थी. अपनी सरकार को जनता की भलाई के लिए समर्पित बताते हुए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि किसी सरकार के कामकाज का आकलन करने के लिए एक साल का समय काफी नहीं होता है.
‘भारत से मिली हार पर रोने की कोई वजह नहीं है.’
— शाकिब अल हसन, बांग्लादेश की क्रिकेट टीम के कप्तान
बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन का यह बयान निदहास ट्रॉफी के रोमांचक फाइनल मुकाबले को लेकर आया. उन्होंने कहा, ‘ऐसे मुकाबलों से भावुक जुड़ाव हो जाता है, लेकिन अब कुछ नहीं किया जा सकता है.’ शाकिब अल हसन ने आगे कहा कि समय को पीछे घुमाना संभव नहीं है, नहीं तो ऐसे मैच में और अच्छा प्रदर्शन किया जा सकता था. रूबेल हुसैन से मैच के 19वें ओवर में बॉलिंग कराने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर दोबारा कभी ऐसी स्थिति बनती है तो वे फिर ऐसा ही करेंगे. निदहास ट्राफी में दिनेश कार्तिक ने मैच की अंतिम गेंद पर छक्का मारकर भारत को जिता दिया था. भारत को मैच जीतने के लिए आखिरी गेंद पर पांच रनों की जरूरत थी.
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