उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाजवादी पार्टी (बीएसपी) की मुखिया मायावती ने पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के लिए मोदी सरकार को घेरा है. मायावती ने एक बयान जारी करते हुए कहा, ‘मोदी सरकार यूपीए-2 सरकार की जन विरोधी नीतियों को आगे बढ़ा रही है.’ मायावती ने कहा कि तेल की बढ़ती कीमतों के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियां जिम्मेदार हैं. उन्होंने सरकार की तेल नीति को तर्कहीन और अव्यवहारिक करार देते हुए कहा कि मोदी सरकार को देश के मध्यम वर्ग और गरीबों कोई सहानुभूति नहीं है.

मायावती ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने उद्योगपति मित्रों को नाराज नहीं करना चाहते इसलिए सरकार पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों को नियंत्रित करने के लिए कुछ नहीं कर रही है. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही बढ़ती कीमतों को रोक पाने में विफल रहे है. बसपा सुप्रीमो में दावा किया कि केंद्र सरकार चाहे तो तेल की बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण किया जा सकता है. बता दें कि पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों द्वारा सोमवार को बुलाए गए भारत बंद को बसपा ने समर्थन नहीं दिया था.