हम में से ज्यादातर लोगों ने कभी न कभी यह सपना जरूर देखा होगा कि अगले दिन कोई परीक्षा थी और हमें याद ही नहीं रहा! फिर हम ऐन टाइम पर किसी तरह दौड़ते-भागते परीक्षा देने पहुंचते हैं. अगर आपने सपने में ठीक ऐसा कुछ न भी देखा हो तो भी यह जरूर देखा होगा कि परीक्षा से जुड़ी किसी घटना चलते आपकी धड़कन बढ़ गई हो. शोध बताते हैं कि लगभग 20 से 50 प्रतिशत लोगों को स्कूल में पढ़ते हुए या स्कूल से निकलने के सालों बाद भी, कभी न कभी एग्जाम का सपना डराने आता ही है. यहां पर छात्रों को परीक्षा का डर सताने की बात तो समझ आती है, लेकिन बरसों पहले स्कूल-कॉलेज पास कर अपना जीवन सफलता से चला रहे लोगों को भी यह सपना क्यों परेशान करता है? तो चलिए, इस बार सिर-पैर के सवाल में हम इसी सवाल की पड़ताल करते हैं.

मनोवैज्ञानिक शोधों के आंकड़े बताते हैं कि परीक्षा का सपना सबसे ज्यादा देखे जाने वाले सपनों में तीसरे नंबर पर आता है. इसके कुछ पैटर्न होते हैं, जैसे कि जब तक व्यक्ति हाई स्कूल या कॉलेज में नहीं पहुंच जाता, उसे परीक्षा वाले सपने नहीं आते. जब भी इस तरह के सपने आने शुरू होते हैं, सपने देखने वाला खुद को कठिन लगने वाले विषयों जैसे गणित या अंग्रेजी का पेपर देते हुए देखता है. इसके अलावा इस तरह के सपनों में लोग खुद को अक्सर किसी भ्रम की स्थिति में भी देखते हैं. जैसे कि एग्जामिनेशन हॉल का रास्ता न मिलना या पेपर लिखते हुए बाथरूम जाने की जरूरत महसूस होना. यहां तक कि कई बार लोग खुद को बेहद घरेलू कपड़ों में या नंगे ही एग्जाम देते हुए देखते हैं. इन सपनों की एक खासियत यह भी होती है कि सपना देखने वाला कई बार खुद को एग्जामिनेशन हॉल में अकेला पाता है.

सपनों के इन पैटर्न्स का सीधा संबंध मनोवैज्ञानिक हमारी पढ़ाई-लिखाई के तरीके से जोड़ते हैं. उनके अनुसार बच्चों में समझ पैदा होने की उम्र से लेकर जब तक वे अपने पैरों पर खड़े नहीं हो जाते, तब तक परीक्षा में मिले अंकों से ही उनकी योग्यता आंकी जाती है. इसलिए जब वे बतौर वयस्क भी किसी तनाव वाली स्थिति में होते हैं तो उन्हें किसी परीक्षा की तैयारी करने जैसी घबराहट ही महसूस हो रही होती है. वयस्क लोगों के मामले में चिंता करने का यह काम अवचेतन मन में हो रहा होता है और यही कारण है कि अक्सर यह सपनों के रूप में सामने आता है. इसे ड्रीम एंजायटी कहा जाता है.

ज्यादातर स्वप्न विशेषज्ञ मानते हैं कि परीक्षा वाले सपने तब ही आते हैं जब व्यक्ति में किसी भी तरह से आत्मविश्वास की कमी हो रही है. खास तौर पर तब जब वह जीवन में कोई बड़ा फैसला लेने जा रहा हो और उसे डर हो कि यह सही साबित होगा या नहीं. दूसरे शब्दों में किसी काम को करने का दबाव और उसमें गलती करने का डर परीक्षा वाले सपने देखने की अहम वजह है. इसका सकारात्मक पक्ष देखें तो ये सपने किसी व्यक्ति के अपनी जवाबदारियों, ड्यूटी या फैसलों की तरफ सचेत होने का इशारा करते हैं. इसके अलावा सपने कोई खास तारीखों जैसे जन्मदिन, एनिवर्सरी या किसी इवेंट की तारीख पास आने पर भी आते हैं. सपनों में एग्जामिनेशन हॉल का रास्ता न मिलना या पेन ना चलना, असल जिंदगी में चूके हुए या चूके जा सकने वाले मौकों की तरफ इशारा करता है. इस तरह ये सपने अपॉर्च्युनिटीज के लिए तैयार रहने के रिमाइंडर का भी काम करते हैं, बस इन्हें समझने के लिए आपको ये बातें मालूम होनी चाहिए.