वैज्ञानिकों ने स्मार्टफोन में जोड़ा जा सकने वाला एक ऐसा फीचर विकसित किया है जो कार्यस्थल पर हमारी सतर्कता का पता लगा सकता है. इसके जरिये यह पता लगाया जा सकता है कि कोई अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने के लिए किस वक्त तैयार है. अलर्टनेस स्कैनर नाम के इस उपकरण को अमेरिका के कॉर्नेल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने विकसित किया है.

जब लोग सतर्क होते हैं तो सूचनाओं को समझने के लिए उनकी आंखों की पुतलियां फैल जाती हैं. जब लोग सुस्त होते हैं तो उनकी पुतलियां सिकुड़ने लगती हैं. अलर्टनेस स्कैनर पुतलियों के आकार को मापकर ही इस बात का पता लगाता है कि कोई व्यक्ति कितना सतर्क है. इसके लिए यूजर जब भी अपने स्मार्टफोन का लॉक खोलता है उस दौरान कई तस्वीरें खींची जाती है.

कॉर्नेल विश्वविद्यालय में पीएचडी के छात्र विंसेंट डब्ल्यू एस त्सेंग बताते हैं कि हमारी सजगता घटती-बढ़ती रहती है, ऐसे में अगर हम किसी ऐसे पैटर्न की खोज कर लेते हैं जो हमारी सजगता के बारे में बता सके तो उससे हमें किसी योजना को बनाने या किसी महत्वपूर्ण काम को करने में काफी मदद मिल सकती है.

सतर्कता को मापने के पारंपरिक तरीके काफी जटिल होते हैं और इनमें अक्सर उपकरणों को पहने जाने की जरूरत होती है. इसलिए काफी समय से सतर्कता को मापने का एक आसान तरीका विकसित करने की जरूरत समझी जा रही थी. त्सेंग के मुताबिक, ‘लोग अपना फोन बार-बार इस्तेमाल करते हैं तो हमने सोचा कि सतर्कता को मापने के लिए फोन को एक उपकरण के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है.’