मध्य प्रदेश और राजस्थान में विधानसभा चुनाव के अंतिम नतीज़े आ चुके हैं. इनके मुताबिक दोनों राज्यों में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है. हालांकि वह बहुमत से दो-दो सीटें दूर है. ऐसे में सरकार के गठन के लिए जोड़-तोड़ की संभावना भी बन रही है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में 114 सीटें जीती हैं. जबकि बहुमत के लिए 230 सदस्यों वाली विधानसभा में 116 सदस्य चाहिए. यहां 15 साल से सत्ता संभाल रही भारतीय जनता पार्टी भी ज़्यादा पीछे नहीं है. उसने 109 सीटें जीती हैं. ऐसे में बहुजन समाज पार्टी के दो, समाजवादी पार्टी के एक और चार निर्दलीय नवनिर्वाचित विधायकों की भूमिका काफ़ी अहम हो गई है. हालांकि माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के विधायकों का समर्थन कांग्रेस को मिल सकता है.
इसी तरह राजस्थान में भी कांग्रेस 99 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी है. लेकिन बहुमत से यहां भी कम हैं. राज्य की 200 सदस्यों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए 101 विधायक चाहिए. हालांकि यहां भाजपा बहुमत से काफ़ी दूर है. उसे 73 सीटें ही मिल पाई हैं. ऐसे में कांग्रेस की सरकार आसानी से बनने की संभावना है. राजस्थान में 13 निर्दलीय जीते हैं. बहुजन समाज पार्टी ने छह, राष्ट्रीय लाेकतांत्रिक पार्टी ने तीन, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी व भारतीय ट्राइबल पार्टी ने दो-दो और राष्ट्रीय लोकदल ने एक सीट जीती है.
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