बुधवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकवादी संगठन आईएस से प्रेरित संगठन के दस लोगों को गिरफ्तार किया था. आईएस जैसे संगठन का नाम आने की वजह से कल यह खबर फेसबुक और ट्विटर पर तुरंत ही सुर्खियों में छा गई थी. हालांकि बाद में यहां इसको लेकर सवाल भी उठने लगे. दरअसल एनआईए ने इन लोगों से हथियारों का जो असलाह बरामद किया है उसमें सुतली बम, देसी कट्टे, कुछ कारतूस और एक देसी रॉकेट लॉन्चर शामिल है.

सोशल मीडिया पर कई लोगों ने यह तस्वीर शेयर करते हुए तंजभरी टिप्पणियां की हैं. जैसे ट्विटर पर एक यूजर का कहना है, ‘सुतली बम आईएस का हथियार है और शिवकाशी आतंक का गढ़.’ वहीं केतन ने फेसबुक पर लिखा है, ‘हो सकता है सुतली बम उन्होंने वर्ल्ड कप के इंडिया-पाकिस्तान मैच के लिए खरीदे हों लेकिन फोड़ने का मौका ही न मिला.’ हालांकि ऐसी टिप्पणियों के जवाब में भी कई प्रतिक्रियाएं आई हैं. भारतीय सेना के रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल सैय्यद अता हसनैन का ट्वीट है, ‘खुफिया सूचनाओं को कम करके न आंका जाए. आतंक विरोधी अभियानों में सुतली बम तो क्या, मैं खरबूजा बम को भी गंभीरता से लूंगा.’
इस पूरे घटनाक्रम के हवाले से यहां राजनीतिक टिप्पणियां भी की गई हैं. ट्विटर हैंडल @Pun_Starr से चुटकी ली गई है, ‘विरोधी इस पर सहमत नहीं होंगे, लेकिन आईएस वाले अब देसी कट्टे और सुतली बम का इस्तेमाल कर रहे हैं क्योंकि नोटबंदी जो कि एक मास्टर स्ट्रोक था, के बाद आतंकवादियों की फंडिंग बुरी तरह प्रभावित हुई है.’
सोशल मीडिया में इसी खबर पर आई कुछ और प्रतिक्रियाएं :
अनिंद्यो चक्रवर्ती | @AunindyoC
क्या ये पटाखे (सुतली बम) इसलिए प्रतिबंधित नहीं किए गए थे कि इनमें सेहत को नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थ होते हैं? लेकिन यह बात भी सही ही है कि आईएस वाले अपने आतंकी हमलों में लोगों की सेहत का ख्याल कहां रखते हैं?
दो नाव की मुसाफिर | @genes4san
— DoNavKiMusafir (@genes4san) December 27, 2018
पी आर्डो |@Parlo_Tweets
एनआईए ने आतंकवादी पकड़े हैं या बाराती!
देश के आतंकवादी संगठनों द्वारा कौन-सा सबसे घातक हथियार इस्तेमाल किया जा रहा है?
सुतली बम!
सेंट सिनर | @retheeshraj10
आईएस से बरामद असलहा में ब्लास्ट होने वाली एक ही चीज थी – सैमसंग का मोबाइल.
ये बहुत गलत है.
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