प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा, ‘दुनिया के शीर्ष आर्थिक और वित्तीय संस्थान- आईएमएफ (अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष) तथा विश्व बैंक का अनुमान है कि भारत 2030 तक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है. बशर्ते वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था की जो रफ़्तार है, वह बनी रहे.’ उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में पेट्रोटेक-2019 का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री ने यह बात कही.
नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘इस वक़्त भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है. हाल ही में भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में छठवें पायदान पर पहुंची है. आगे हम वैश्विक वित्तीय, मौद्रिक व आर्थिक एजेंसियाें का अनुमान सही साबित कर सकें, इसके लिए हमें मौज़ूदा रफ़्तार बरकरार रखनी होगी. उत्पादकों और ग्राहकों के हितों को ध्यान में रखते हुए ज़िम्मेदार मूल्य प्रणाली अपनानी होगी. तेल और गैस के लिए पारदर्शी तथा लचीले बाज़ार की तरफ़ बढ़ना होगा.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘इस वक़्त भारत दुनिया का चौथा ऐसा देश है जो सबसे ज़्यादा तेल-शोधन (ऑयल रिफाइनिंग) करता है. यह क्षमता 2030 तक 20 करोड़ मीट्रिक टन तक पहुंच जाएगी. हम जैव-ईंधन की दिशा में भी काम कर रहे हैं. इसके लिए हमने पिछले साल नीति बनाई है. दूसरी और तीसरी पीढ़ी के जैव-ईंधन पर शोध कार्य प्रोत्साहित किए जा रहे हैं. दूसरी पीढ़ी के जैव-ईंधन के परिशोधन के लिए तो 11 राज्यों में 12 तेल-शोधन इकाईयां (रिफाइनरीज़) भी स्थापित की जा रही हैं.’
ग़ौरतलब है कि पेट्रोटेक-2019 का आयोजन केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय कर रहा है. यह इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन का 13वां संस्करण है. इस बार यह आयोजन 10 से 12 फरवरी तक चलेगा. इसमें 95 देशों के पेट्रोलियम व ऊर्जा मंत्री तथा 70 देशों के 7,000 से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं. इसमें भारत की ओर से तेल एवं गैस क्षेत्र में निवेशकों की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए जो विकास कार्य किए जा रहे हैं, उसका प्रदर्शन किया जा रहा है. दूसरे देश भी अपनी प्रदर्शनियां आदि लेकर आए हैं.
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