व्यापार के नाम पर भारत आए अंग्रेजों ने धीरे-धीरे जिस बर्बर और घृणित तरीके से अपनी साम्राज्यवादी चालों को आकार देना शुरू किया, उसका समाज के प्रत्येक वर्ग ने अपने-अपने तरीके से विरोध किया था. अंतत: यह असंतोष 1857 के जन विद्रोह के रूप में सामने आया, जिसने अंग्रेजी शासन की जड़ों पर प्रहार किया. कहते हैं आजादी के लिए कसमसाते देश में उठी विद्रोह की यह पहली चिंगारी बंगाल से भड़की थी. इस लिहाज से आज की तारीख महत्वपूर्ण है.

दरअसल, ब्रिटिश सरकार ने दिसंबर, 1856 में पुरानी बंदूकों के स्थान पर नई राइफल का प्रयोग शुरू किया, जिसके कारतूस पर लगे कागज को मुंह से काटना पड़ता था. बंगाल की सेना को पता चला कि इस कारतूस में गाय और सुअर की चर्बी मिली हुई है. चर्बी वाले कारतूसों के प्रयोग के खिलाफ सर्वप्रथम बहरामपुर के सैनिकों ने 26 फरवरी, 1857 को विद्रोह कर दिया और विद्रोह की यह आंच देखते-देखते एक जन विद्रोह में बदल गई. इसे देश में अंग्रेजों के खिलाफ पहली जनक्रांति कहा जाता है:

देश-दुनिया के इतिहास में 26 फरवरी की तारीख में दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:

320 : चंद्रगुप्त प्रथम को पाटलिपुत्र का शासक बनाया गया.

1958 : पियाली बरूआ और दीवान मणिराम दत्ता को असम के शाही परिवार को फिर से गद्दी पर बिठाने के प्रयासों के कारण फांसी पर लटका दिया गया.

1966 : स्वतंत्रता सेनानी और देशभक्त विनायक दामोदर सावरकर का निधन.

1972 : वर्धा के निकट अरवी में बनाए गए विक्रम अर्थ सेटेलाइट स्टेशन को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति वीवी गिरि ने देश को समर्पित किया.

1976 : अमेरिका ने नेवादा परीक्षण स्थल पर परमाणु परीक्षण किया.

1991 : तकरीबन सात महीने तक कुवैत पर कब्जे के बाद इराकी फौजों को अमेरिका और सहयोगी देशों की सेना ने कुवैत से खदेड़ बाहर किया. सद्दाम हुसैन ने इराकी रेडियो पर कुवैत से अपने सैनिकों की वापसी की घोषणा की.

1993 : न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर बम हमले में 6 लोग मारे गए और 100 से ज्यादा घायल हुए. इस हमले ने अमेरिका के लोगों को हैरान कर दिया क्योंकि महाशक्ति पर यह इस तरह का पहला हमला था.

2011 : अल्जीरिया के राष्ट्रपति ने अरब देशों की बदलती राजनीतिक स्थिति के कारण देश में 19 साल पहले लगाए गए आपातकाल को आधिकारिक रूप से समाप्त किया.