रिलायंस कम्युनिकेशन के चेयरमैन अनिल अंबानी से जुड़े सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश में हेर-फेर करने के मामले में शीर्ष अदालत के दो पूर्व कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है. क्राइम ब्रांच द्वारा की गई कार्रवाई के बाद दोनों कर्मचारियों तपन कुमार चक्रवर्ती और मानव शर्मा को फिलहाल सात दिन की पुलिस रिमांड पर रखा गया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक अवमानना के मामले में अनिल अंबानी को सुप्रीम कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया गया था. लेकिन वेबसाइट पर अपलोड किए गए आदेश में लिखा था कि अंबानी को कोर्ट में पेश ‘नहीं’ होना है. मामला सामने आने के बाद पता चला कि उस समय सुप्रीम कोर्ट में असिस्टेंड रजिस्ट्रार तपन और कोर्ट मास्टर मानव ने आदेश लिखते समय ‘पेश होना है’ में ‘नहीं’ जोड़ दिया. इस गलती को लेकर अंबानी के खिलाफ केस करने वाली कंपनी एरिक्सन ने कहा था कि इसे तीन दिन बाद ठीक किया गया. उधर, मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने दोनों आरोपित कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया.
अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार की ओर से शिकायत किए जाने के बाद एक मार्च को दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया था. रविवार को दोनों कर्मचारियों की गिरफ्तारी से पहले पांच सदस्यीय जांच दल ने 38 दिनों तक मामले की जांच की थी. एक सूत्र ने बताया कि अदालत द्वारा बर्खास्त किए जाने के बाद तपन चक्रवर्ती फरार हो गया था. उसे फोन ट्रैकिंग की मदद से पकड़ा गया. वहीं मानव शर्मा को उसके घर से गिरफ्तार किया गया. पुलिस का कहना है कि अगर पूछताछ के दौरान और लोगों के नाम सामने आते हैं तो मामले में गिरफ्तारियां बढ़ सकती हैं.
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