राजस्थान में एक किसान आत्महत्या करने से पहले राज्य की कांग्रेस सरकार की कर्जमाफी योजना को असफल बता गया. खबर के मुताबिक श्रीगंगानगर जिले के सोहन लाल कडेला पर ढाई लाख रुपये का कर्ज था. रविवार को उन्होंने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी. लेकिन उससे पहले बनाए एक वीडियो में उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की कर्जमाफी की योजना से किसानों को फायदा नहीं हुआ है. उन्होंने अपनी आत्महत्या के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट को जिम्मेदार बताया.

इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक सोहन लाल का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इसमें वे यह कहते सुने जा सकते हैं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार ने किसानों को मुआवजा दिया लेकिन, इसका फायदा किसानों को अभी तक नहीं मिला है और बैंक भी उन्हें परेशान कर रहे हैं. सोहन लाल ने अपनी आत्महत्या को गहलोत सरकार के लिए ‘चेतावनी’ बताया.

पुलिस के मुताबिक पड़ोसियों ने उसे सोहन लाल का सूसाइड नोट भी दिया है. पुलिस इसकी जांच कर रही है. इसमें लिखा है, ‘मेरी मौत के लिए (अशोक) गहलोत और सचिन पायलट जिम्मेदार हैं. मेरा शव तब तक मत उठाना जब तक सभी (किसान) भाइयों का कर्ज माफ नहीं हो जाता. मेरी मौत के लिए अशोक गहलोत के खिलाफ केस दर्ज किया जाए. यह मेरा अनुरोध है.’

उधर, इस घटना पर श्रीगंगानगर के एसपी हेमंत शर्मा ने कहा कि सोहन लाल कड़ेला पर बैंकों का करीब ढाई लाख रुपये का कर्ज था. उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले के सभी पहुलओं की जांच कर रही है. हेमंत शर्मा के मुताबिक ‘प्रथम दृष्टया यह लगता है कि उनके (सोहन लाल) पास आय के मिश्रित स्रोत थे. वे पूरी तरह किसानी पर निर्भर नहीं थे. एसएचओ वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में जांच कर रहे हैं.’

वहीं, रायसिंहनगर स्थित थाने के एसएचओ किशन सिंह ने बताया कि सोहन लाल की पहले किराने की दुकान थी. उन्होंने कहा, ‘रविवार को कड़ेला ने जहर पी लिया. उनकी जल्दी ही मौत हो गई. वे एक किराने की दुकान चलाते थे और उनके पास कुछ बीघा जमीन भी थी. उसमें अधिकतर बंजर है. हम मामले की जांच कर रहे हैं.’ इस घटना पर राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी बयान दिया है. उन्होंने कहा, ‘मामले की जांच चल रही है. कहीं कभी भी किसी व्यक्ति का आत्महत्या करना हमारे लिए अस्वीकार्य है. जहां तक लोन का सवाल है, मुझे बताया गया है कि मृतक असल में कर्ज में नहीं था.’