बीते महीने मध्य प्रदेश के भाजपा विधायक कैलाश विजयवर्गीय के दुर्व्यवहार को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चेतावनी के बाद पार्टी के नेता रमेश मेंदोला ने सफाई दी है. खबरों के मुताबिक रमेश मेंदोला ने कहा है, ‘आकाश विजयवर्गीय को जमानत मिलने के बाद बीते रविवार को मैं ही उन्हें जेल से घर लेकर आया था. जेल से बाहर आने पर किसी ने उनका स्वागत नहीं किया.’ उन्होंने आगे कहा, ‘उनके स्वागत में कोई कार्यक्रम भी आयोजित नहीं किया. साथ ही ऐसे किसी कार्यक्रम को लेकर कोई मंजूरी भी नहीं ली गई थी.’
इससे पहले कुछ खबरों में बीते शनिवार को भोपाल की एक अदालत से कैलाश विजयवर्गीय को जमानत मिलने के बाद उनके समर्थकों द्वारा ‘हर्ष फायरिंग’ करने की बात कही गई थी. साथ ही उसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था. वहीं यह भी कहा गया था कि जेल से बाहर आने के बाद कैलाश विजयवर्गीय को फूल-मालाएं पहनाकर उनका स्वागत किया गया था.
इधर, इसी मंगलवार को संसदीय दल की बैठक के दौरान नरेंद्र मोदी ने उन घटनाओं की निंदा करते हुए पार्टी नेताओं के दुर्व्यवहार को गलत बताया था. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि ऐसे लोगों को पार्टी से निकाल दिया जाना चाहिए फिर चाहे वह किसी नेता का बेटा ही क्यों न हो. आकाश विजयवर्गीय भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं. साथ ही मध्य प्रदेश में पिछले साल हुए राज्य विधानसभा के चुनाव में आकाश पहली बार विधायक चुने गए थे.
आकाश विजयवर्गीय तब सुर्खियों में आए थे जब बीते महीने एक जर्जर इमारत को गिराने के लिए पहुंचे स्थानीय नगर निगम के एक अधिकारी को उन्होंने क्रिकेट के बैट से पीटा था. इसके लिए बाद में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. इससे पहले राज्य में बिजली आपूर्ति को लेकर किए विरोध-प्रदर्शन में भी उनके खिलाफ एक मामला दर्ज कराया गया था. भोपाल की अदालत ने इन दोनों मामलों में उनकी जमानत मंजूर की थी.
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