‘अगर करगिल जैसी लड़ाई दोबारा हुई तो हमलावर देश के लिए वह आखिरी युद्ध होगा.’
— बीएस धनोवा, वायु सेना के प्रमुख
बीएस धनोवा ने यह बात करगिल युद्ध की 20वीं वर्षगांठ के मौके पर कही. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा, ‘अगर दोबारा करगिल जैसा युद्ध होता है तो वायु सेना उसका सामना करने को तैयार है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘जरूरत के मुताबिक हम हर मौसम में बमबारी कर सकते हैं. यहां तक कि बादलों के बीच भी हम सटीक निशाने पर बम गिरा सकते हैं.’ बीएस धनोवा के मुताबिक, ‘बीती 26 फरवरी की बालाकोट एयर स्ट्राइक से भी इस बात का साफ पता चलता है.’

‘टोल नाकों को खत्म नहीं किया जा सकता.’
— नितिन गडकरी, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री
नितिन गडकरी ने यह बात सड़कों पर लगने वाले टोल को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब देते हुए लोकसभा में कही. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा, ‘टोल की दरें कम या ज्यादा जरूर हो सकती हैं.’ नितिन गडकरी ने आगे कहा, ‘अगर लोगों को अच्छी सेवाएं चाहिए तो उन्हें उसकी कीमत चुकानी होगी.’ इस मौके पर नितिन गडकरी का यह भी कहना था, ‘जिन जगहों पर टोल लगाया गया है वहां के लोग इसे चुकाने की क्षमता रखते हैं. साथ ही टोल से मिली रकम ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण पर खर्च की जा रही है.’
‘कांग्रेस में मुस्लिम नेताओं को उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिल रहा.’
— हुसैन दलवई, कांग्रेस के राज्यसभा सांसद
हुसैन दलवई ने यह बात महाराष्ट्र के आगामी राज्य विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस द्वारा बनाई गई समितियों में मुस्लिम नेताओं के प्रतिनिधित्व पर चिंता जताते हुए कही. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा, ‘पार्टी ने घोषणापत्र समिति में भी सिर्फ दो मुसलमान नेताओं को शामिल किया. मैं जानना चाहता हूं कि अगर मुसलमानों से इतना ही डर है तो आप उनका वोट क्यों लेना चाहते हैं.’ हुसैन दलवई का यह भी कहना था, ‘पार्टी ने रणनीतिक समिति में भी सिर्फ एक मुस्लिम को शामिल किया जबकि इसमें मुझ जैसे व्यक्ति को भी शामिल करना चाहिए था.’
‘चीन की अर्थव्यवस्था में स्थिरता दुनिया के साथ-साथ अमेरिका के लिए भी अच्छी है.’
— गेंग शुआंग, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता
गेंग शुआंग ने यह बात एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमेरिका-चीन के बीच चल रहे ट्रेड वॉर को लेकर कही. इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा, ‘वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती और अनिश्चितता के मद्देनजर इस साल की पहली छमाही में चीन के आर्थिक विकास का प्रदर्शन खराब नहीं है.’ इसके साथ ही उन्होंने चीन की आर्थिक रफ्तार पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से कही बात को ‘भ्रामक’ बताया. उन्होंने कहा, ‘चीन और अमेरिका दोनों व्यापारिक समझौता करने के इच्छुक थे. अकेले चीन की तरफ से ऐसी इच्छा नहीं जताई गई थी.’
‘चौकों के बजाय एक और सुपर ओवर से विश्व कप विजेता का फैसला होना चाहिए था.’
— सचिन तेंदुलकर, पूर्व क्रिकेटर
सचिन तेंदुलकर ने यह बात क्रिकेट विश्व कप के फाइनल मैच को लेकर एक बातचीत में कही. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा, ‘विश्व कप प्रतियोगिता में सिर्फ फाइनल ही नहीं बल्कि हर मैच महत्वपूर्ण है. जैसे फुटबॉल में जब टीमें अतिरिक्त समय में जाती हैं तो पूर्व का खेल कोई मायने नहीं रखता.’ इस मौके पर सचिन तेंदुलकर ने इसी प्रतियोगिता में भारत-न्यूजीलैंड के बीच खेले गए सेमीफाइनल पर भी विचार रखा. उन्होंने कहा, ‘उस मैच में महेंद्र सिंह धोनी को पांचवें क्रम पर बल्लेबाजी के लिए भेजना चाहिए था क्योंकि उस मौके पर वे पारी को संभालने के साथ संवार भी सकते थे.’
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