आम्रपाली प्रकरण से भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का नाम भी जुड़ता दिख रहा है. द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी साक्षी धोनी आम्रपाली समूह की एक कंपनी आम्रपाली माही डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड में निदेशक थीं. सितंबर 2014 तक इस कंपनी के 25 फीसदी शेयर साक्षी के पास थे और बाकी आम्रपाली समूह के मुखिया अनिल शर्मा के पास. मंगलवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने इस समूह को घर खरीदारों के पैसे में हेर-फेर का दोषी पाते हुए इसका रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है.

महेंद्र सिंह धोनी कहते रहे हैं कि आम्रपाली समूह से उनका रिश्ता सिर्फ यही था कि वे इसके लिए विज्ञापन करते थे. लेकिन इस नई जानकारी को देखें तो यह रिश्ता कहीं जटिल दिख रहा है. सुप्रीम कोर्ट को सौंपी गई एक ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक आम्रपाली माही डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड आम्रपाली समूह की उन 47 कंपनियों में शामिल थी जिनमें लोगों द्वारा अपना घर बनाने के लिए दिए गए पैसे का कथित रूप से ट्रांसफर किया गया. इस रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि आम्रपाली समूह ने साढ़े पांच हजार करोड़ रु से भी ज्यादा की रकम इन कंपनियों में ट्रांसफर की. सुप्रीम कोर्ट ने अब प्रवर्तन निदेशालय को समूह के निदेशकों के खिलाफ मामला दर्ज करने कहा है.

हालांकि महेंद्र सिंह धोनी भी खुद को आम्रपाली की ठगी का शिकार बता चुके हैं. इसी साल मार्च में उन्होंने ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि आम्रपाली समूह पर उनके 40 करोड़ रु बकाया हैं. उनके मुताबिक समूह ने उन्हें ब्रांड एंबेसडर तो बनाया, लेकिन इसके एवज में उन्हें पूरे पैसे का भुगतान नहीं किया.