भारत का संविधान भारतीय लोकतंत्र का सबसे महान दस्तावेज है. 29 अगस्त का दिन इसके निर्माण के इतिहास के एक महत्वपूर्ण पड़ाव के रूप में दर्ज है. साल 1947 में आज ही के दिन संविधान सभा ने संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए डॉ भीम राव अंबेडकर की अध्यक्षता में एक प्रारूप समिति का गठन किया था. ड्राफ्ट तैयार करने में समिति को दो साल से ज्यादा का समय लगा. 26 नवंबर, 1949 को समिति ने संविधान का ड्राफ्ट संविधान सभा के सामने पेश किया. बाद में 26 जनवरी, 1950 को यह प्रभाव में आया और देश को अपना संविधान मिला.
इसके अलावा, 29 अगस्त की तारीख इतिहास में ‘हॉकी के जादूगर’ मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन के रूप में दर्ज है. भारत में ऐसे बहुत से लोग हुए हैं जिन्होंने अपने क्षेत्र में इतनी महारत और कामयाबी हासिल की कि उनका नाम इतिहास के पन्नों में सदा के लिए दर्ज हो गया. भारतीय हॉकी के स्वर्णिम युग का नेतृत्व करने वाले मेजर ध्यानचंद भी उन्हीं लोगों में शामिल हैं. 29 अगस्त, 1905 को जन्मे ध्यानचंद ने अपने खेल से न सिर्फ भारत को ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक दिलाए, बल्कि दुनिया के इस सबसे बड़े खेल आयोजन में परंपरागत एशियाई हॉकी का दबदबा भी कायम किया.
देश-दुनिया के इतिहास में 29 अगस्त की तारीख में दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:
1831 : ब्रिटेन के माइकल फैराडे ने पहली बार ट्रांसफार्मर का प्रर्दशन किया.
1833 : ब्रिटिश दास उन्मूलन अधिनियम ने कानून का रूप लिया.
1898 : गुडइयर टायर कंपनी की स्थापना.
1904 : अमेरिका के सेंट लुई में तीसरे ओलंपिक खेलों की शुरुआत.
1974 : चौधरी चरण सिंह की अध्यक्षता में लोकदल पार्टी की स्थापना.
1976 : प्रसिद्ध बांग्ला कवि, संगीतज्ञ और दार्शनिक काजी नजरुल इस्लाम का निधन.
1998 : सचिन तेंदुलकर राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित.
2003 : इराक के पवित्र शहर नजफ पर हुए आत्मघाती हमले में शिया नेता सहित 75 लोग मारे गए.
2008 : टाटा मोटर्स ने तृणमूल कांग्रस के कार्यकर्ताओं के बवाल से क्षुब्ध होकर पश्चिम बंगाल के सिंगूर में नैनो परियोजना स्थल से अपने कर्मचारी हटाए.
2018 : जकार्ता एशियाई खेलों में भारत को दोहरी सफलता. अरपिंदर सिंह ने पुरुषों की त्रिकूद में और स्वप्ना बर्मन ने महिलाओं की हैप्टथलॉन स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीते.
2018 : भारतीय रिजर्व बैंक की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया कि नोटबंदी में चलन से हटाए गए 500 और 1000 के लगभग सभी पुराने नोट बैंकिंग प्रणाली में लौट चुके हैं.
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