टाटा मोटर्स की बहुप्रतिक्षित प्रीमियम हैचबैक एल्ट्रॉज़ इस सप्ताह लॉन्च हो गई है. टाटा मोटर्स ने इस कार को सबसे पहले दिल्ली ऑटो एक्सपो-2018 में कॉन्सेप्ट के तौर पर पेश किया था. तब कंपनी ने इस कार को 45एक्स कोडनेम दिया गया था. उसके बाद जेनेवा मोटर्स शो-2019 में एल्ट्रॉज़ के क्लोज़ टू प्रोडक्शन वर्ज़न की झलक देखने को मिली थी.
जानकारी के मुताबिक एल्ट्रॉज़ कंपनी की पहली कार है जिसे अल्फा अर्किटेक्चर पर तैयार किया गया है. हल्का होने के साथ इस आर्किटेक्चर की खासियत है कि इस पर आधारित कार को किसी भी मॉडर्न रेन्ज में बदला जा सकता है. यानी इस प्लेटफॉर्म पर बनी कार को गैस, डीज़ल और इलेक्ट्रिसिटी किसी भी पॉवरट्रेन वर्ज़न में लॉन्च किया जा सकता है.
टाटा की इस पेशकश का न सिर्फ़ नाम बल्कि डिज़ाइन स्टाइल भी ‘एल्बट्रॉज’ चिड़िया से प्रेरित है. इस बात का सबसे ज्यादा अहसास किसी चिड़िया के पंख की तरह 90 डिग्री कोण पर खुलने वाले कार के डोर्स को देखकर होता है. टाटा की यह पेशकश कंपनी की 2.0 डिज़ाइन लैंग्वेज से प्रभावित दिखती है. कार के फ्रंट लुक की बात करें तो यहां आपको हनीकॉम्ब ग्रिल, डे-टाइम रनिंग लैंप के साथ बड़े फॉग लैंप और प्रोजेक्टर हैडलैंप नज़र आते हैं. एल्ट्रॉज़ के फ्रंट और रियर एंड पर अच्छा-खासा क्रोम वर्क किया गया है जो इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाता है.
एल्ट्रॉज़ के रियर हैंडल्स को विंडो फ्रेम के साथ ही लगाया गया है जिससे कार में मारुति-सुज़ुकी की नई स्विफ्ट की ही तरह 3-डोर इफेक्ट आता है. वहीं ब्लैक प्लास्टिक ट्रिम में लगाई गई शार्प डिज़ाइन की स्पिलिट एलईडी ब्रेक लाइट्स एल्ट्रॉज़ के रियर लुक को आकर्षक बनाती हैं. इंटीरियर के मामले में कार में 7- इंच का इंफोटेनमेंटमेंट सिस्टम दिया गया है. कार के डैशबोर्ड को ब्लैक-ग्रे फिनिशिंग दी गई है. एल्ट्रॉज़ के सेंट्रल कंसोल और स्टीअरिंग व्हील के साथ भी दिया गया सिल्वर टच इसे जमकर प्रीमियम फील देता है.

कार की अन्य ख़ूबियों की बात करें तो इनमें- एमबिएंट लाइटिंग, एंड्रॉइड ऑटो व एप्पल कार प्ले, 6-स्पीकर हर्मन साउंड सिस्टम, कलर्ड मल्टी इंफो डिस्प्ले, पुश बटन स्टार्ट, स्टीअरिंग माउंटेड ऑडियो कंट्रोल्स और क्रूज़ कंट्रोल शामिल हैं. वहीं सुरक्षा के लिहाज से देखें तो एल्ट्रॉज़ को ग्लोबल न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (जीएनसीएपी) की तरफ़ से वयस्कों की सुरक्षा के मामले में पांच में से पांच रेटिंग मिली है. एल्ट्रॉज़ से पहले यह उपलब्धि हासिल करने वाली टाटा की ही सबकॉम्पैक्ट एसयूवी नेक्सन देश की इकलौती कार थी. बच्चों की सुरक्षा के मामले में एल्ट्रॉज़ को जीएनसीएपी ने पांच में से तीन रेटिंग दी है. टाटा ने एल्ट्रोज़ को डुअल एयरबैग, ईबीडी के साथ एबीएस, कैमरे के साथ रियर पार्किंग सेंसर, हाई स्पीड अलर्ट और ड्राइवर-को ड्राइवर सीटबेल्ट रिमाइंडर जैसे फीचर्स से लैस किया है.
दूसरी गाड़ियों की तुलना में जो ख़ूबियां इस कार को खास बनाती है, उनमें एक कस्टमाइजेशन पैकेज फीचर भी प्रमुख है. ये फैक्ट्री फिटेड पैकेज़ एल्ट्रॉज़ के प्रत्येक वेरिएंट के साथ उपलब्ध हैं. इसकी मदद से आप एल्ट्रॉज़ के किसी लोअर वेरिएंट में अपनी पसंद के अतिरिक्त फीचर्स जुड़वाकर उससे हायर वेरिएंट का फील ले सकते हैं.
परफॉर्मेंस के लिहाज से एल्ट्रॉज़ के साथ टाटा की ही हैचबैक टिआगो वाला 1.2 लीटर क्षमता का पेट्रोल इंजन और सबकॉम्पैक एसयूवी नेक्सन का 1.5 लीटर क्षमता का डीज़ल इंजन जोड़ा गया है. ये दोनों ही इंजन बी-6 मानकों पर खरे उतरते हैं. टाटा ने एल्ट्रॉज़ के पांच वेरिएंट - एक्सई, एक्सएम, एक्सटी, एक्सज़ी और एक्सज़ी (ओ) पेश किए हैं जिनकी एक्सशोरूम कीमत 5.29 लाख रुपए से लेकर 9.29 लाख रुपए तक जाती है. जानकारों का कहना है कि इन तमाम विशेषताओं के साथ टाटा एल्ट्रॉज़ भारतीय बाज़ार में मारुति-सुज़ुकी बलेनो, ह्युंडई अलाइट आई-20, होंडा जैज़ और टोयोटा ग्लान्ज़ा को टक्कर दे सकती है.
नेक्सन फेसलिफ्ट
इस हफ़्ते टाटा मोटर्स ने कारप्रेमियों के लिए नेक्सन फेसलिफ्ट की शक्ल में एक और सौगात दी है. नई नेक्सन की डिज़ाइन इसके मौजूदा मॉडल जैसी ही है, लेकिन कुछ कॉस्मैटिक अपडेट्स की बदौलत टाटा अपनी इस कार को फ्रेश फील देने में सफल रही है. नेक्सन फेसलिफ्ट काफी हद तक नेक्सन ईवी जैसी नज़र आती है जिससे कंपनी ने हाल ही में पर्दा हटाया था. नेक्सन फेसलिफ्ट में नज़र आने वाले प्रमुख बदलावों की बात करें तो वह इसकी ग्रिल, डुअल बैरेल प्रोजेक्टर हैडलैंप जिनमें एलईडी डीआरएल इंटीग्रेटेड हैं, एयरडैम की तरह नज़र आने वाली फॉग लैंप की हाउसिंग, रिवाइज़्ड एलईडी टेललैंप्स, कॉन्ट्रास्ट व्हाइट रूफ और नए अलॉय व्हील्स प्रमुख हैं. इनके अलावा नेक्सन फेसलिफ्ट में दी गई इलेक्ट्रिक सनरूफ भी कइयों को खासी आकर्षित कर सकती है.

कार में दी गई अन्य ख़ूबियों की बात करें तो इनमें एल्ट्रॉज़ से ही लिया गया टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, ऑटोमेटिक हैडलैंप्स, क्रूज़ कंट्रोल, रेन सेंसिंग वायपर्स, एल्ट्रॉज़ वाला सेमी डिजिटल इंस्ट्रुमेंट क्लस्टर और 35 कनेक्टेड कार फीचर्स मिलते हैं. इनकी मदद से फोन से ही कई तरह के कंट्रोल फंक्शन के साथ कार की लोकेशन ट्रैक की जा सकती है.
इनके अलावा नेक्सन फेसलिफ्ट से जुड़ा बदलाव आपको इसके बोनट हुड के नीचे नज़र आता है. कंपनी ने नेक्सन के पेट्रोल और डीज़ल दोनों वेरिएंट में बीएस-6 मानकों पर खरे उतरने वाले इंजन जोड़े हैं. कार का 1.2 लीटर क्षमता का पेट्रोल इंजन 110 एचपी पॉवर के साथ 170 एनएम टॉर्क और 1.5 लीटर क्षमता का डीज़ल इंजन 110 एचपी पॉवर के साथ 260 एनएम टॉर्क पैदा करने में सक्षम है. इन दोनों ही इंजन को कंपनी ने 6-स्पीड मैनुअल और वैकल्पिक ऑटोमैटिक गियरबॉक्स से जोड़ा है. नेक्सन को जीएनसीएपी से पांच स्टार रेटिंग मिलने के बाद सुरक्षा के लिहाज़ से और ज्यादा उन्नत बनाया गया है. टाटा नेक्सन फेसलिफ्ट की कीमतें 6.95 लाख रुपए से शुरु होकर 8.45 लाख रुपए तक जाती हैं. जो कि कार के पेट्रोल और डीज़ल मौजूदा मॉडल से क्रमश: 22 हजार और 56 हजार रुपए ज्यादा है.

एल्ट्रॉज़ और नेक्सन फेसलिफ्ट के अलावा टाटा मोटर्स ने अपनी सबकॉम्पैक्ट सेडान टिगोर और हैचबैक टिगोर के भी फेसलिफ्ट वर्ज़न बाज़ार में उतारे हैं. इन दोनों ही कारों को एल्ट्रॉज़ की तरह शार्प फ्रंट लुक देने के साथ कंपनी ने इनके साथ बीएस-6 मानकों पर खरे उतरने वाले इंजन दिए हैं. इन तमाम पेशकशों के मद्देनज़र कई जानकार चुटकी लेते हुए इस सप्ताह को ‘टाटा मोटर शो’ के नाम से भी बुला रहे हैं.
ह्युडंई ऑरा लॉन्च
देश की दूसरी बड़ी कार निर्माता कंपनी ह्युंडई ने हैचबैक ग्रांड आई-10 निऑस पर बेस्ड अपनी नई सबकॉन्पैक्ट सेडान ऑरा लॉन्च कर दी है. ह्युंडई ने ऑरा को एक्सेंट के रिप्लेसमेंट के तौर पर तैयार किया है. कंपनी ने ऑरा को बीएस-6 मानकों पर खरे उतरने वाले पेट्रोल और डीज़ल इंजन से लैस किया है. इस तरह ऑरा उन ग्राहकों के लिए सही विकल्प बन सकती है जो कम मेंटेनेंस वाली एक डीज़ल सबकॉन्पैक्ट सेडान घर लाना चाहते हैं, लेकिन मारुति के बीएस-6 मानक वाला डीज़ल इंजन तैयार न करने की ख़बरों से निराश थे.

लुक्स के लिहाज से देखें तो ऑरा के साथ दिए गए बूमरैंग शेप के डीआरएल और ग्रिल आई-10 निऑस की बजाय यूरोपीय बाज़ार में बिकने वाली स्टैंडर्ड आई-10 से ज्यादा प्रभावित दिखते हैं. कार के फ्रंट में हनीकॉम्ब ग्रिल दी गई है जो ब्लैक प्लास्टिक या मेट सिल्वर से सराउंडेड है. जहां कार के हैडलैंप और फागलैंप प्रोजेक्टर यूनिट हैं वहीं कार की टेललाइट एलईडी से लैस है.
ह्युंडई ने ऑरा के साथ कई फर्स्ट इन सेगमेंट फीचर्स दिए हैं, इनमें- परफॉर्मेंस बेस्ड वैकल्पिक 1.0 टी-जीडीआई पेट्रोल इंजन, वायरलेस फोन चार्जर और रियर व्यू मॉनिटरिंग कैमरा शामिल है. इनके अलावा ऑरा में निऑस से लिया गया एंड्रॉइड ऑटो और एपल कार प्ले सपोर्टेबल 8-इंच का इंफोटेनमेंट सिस्टम और इंस्ट्रुमेंट क्लस्टर में 5.3 इंच का ड्राइवर इंफॉर्मेशन डिस्प्ले जैसे फीचर्स भी मिलते हैं. साथ ही ऑरा में आईओएस और एंड्रॉइड एप ‘ह्युंडई आईब्लू’ की मदद से नियंत्रित किए जा सकने वाला आर्कामिस साउंड सिस्टम भी मिलता है.

ह्युंडई ने ऑरा के साथ 1.2 लीटर का ईकोटॉर्क टर्बोचार्ज्ड डीज़ल इंजन दिया है जो 75 पीएस के साथ 190 एनएम टॉर्क पैदा करता है. वहीं कार के पेट्रोल वर्ज़न में दिया गया 1.2 लीटर का एमपीआई इंजन 83 पीएस पॉवर व 113 एनएम का टॉर्क और 1.0 लीटर का कप्पा टर्बो जीडीआई इंजन 100 पीएस पॉवर के साथ 172 एनएम का टॉर्क पैदा करने में सक्षम है. इन सभी इंजनों के साथ स्टैंडर्ड तौर पर 5-स्पीड मैनुअल और 1.2 लीटर पेट्रोल और डीज़ल के साथ 5-स्पीड एएमटी गियरबॉक्स जोड़ा गया है.
ऑरा के साथ ह्युंडई तीन आकर्षक वारंटी विकल्प- तीन साल/एक लाख किलोमीटर, चार साल/50 हजार किलोमीटर और 5 साल/40 हजार दे रही है. ह्युंडई ने ऑरा के पांच वेरिएंट- ई, एस, एसएक्स, एसएक्स प्लस और एसएक्स (ओ) पेश किए हैं जिनकी कीमत 5.79 लाख रुपए से लेकर 8.54 लाख रुपए तक जाती है.
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