घर का वैद्य वाले भारत में यह कोई अचरज की बात नहीं कि हर बीमारी की तरह कोरोना वायरस से निपटने के नुस्खे भी वाट्सएप, फेसबुक और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर खूब घूम रहे हैं. अब चूंकि इस वायरस का न कोई टीका है और न अलग से कोई इलाज तो भारत से बाहर भी लोग घर का वैद्य बने हुए हैं. बीते दिनों चर्चित हॉलीवुड अभिनेत्री डेब्रा मेसिंग ने दावा किया कि अगर आप आसानी से अपनी सांस 10 सेकेंड नहीं रोक पाते तो हो सकता है कि आप कोरोना की चपेट में हों. यह जानकारी सोशल मीडिया पर हाथों-हाथ ली गई और आखिर में नौबत यह आ गई कि विश्व स्वास्थ्य संगठन को कहना पड़ा कि यह गलत है. आइए जानते हैं इसी तरह के कुछ और गलत दावों के बारे में जो कोरोना वायरस को लेकर किए जा रहे हैं.

1- लहसुन खाने से कोरोना वायरस खत्म हो जाता है

भारतीय चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद लहसुन को एक गुणकारक औषधि मानती है जो खांसी-जुकाम से लेकर कोलेस्ट्रॉल तक तमाम समस्याओं में फायदेमंद है. आधुनिक विज्ञान भी यह बात मानता है. लेकिन आप अगर यह मान बैठेंगे कि लहसुन खाने से कोरोना वायरस का खात्मा हो जाएगा तो यह अपने आप को बड़े जोखिम में डालने वाली बात होगी. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट मुताबिक एक महिला ने इस चक्कर में करीब डेढ़ किलो कच्चा लहसुन खा लिया जिससे उसके गले में बहुत दिक्कत हो गई.

2- हर 15 मिनट पर पानी पीते रहिए

यह दावा भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए हर 15 मिनट पर पानी पीते रहना चाहिए. इस दावे के मुताबिक ऐसे में सांस के साथ आपके मुंह में आया कोरोना वायरस सीधे पेट में चला जाएगा जहां हाइड्रोक्लोरिक एसिड उसे ठिकाने लगा देगा. वैसे पानी पीना एक अच्छी सलाह है. लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक इसका कोई साक्ष्य नहीं है कि पानी पीने से कोरोना वायरस को खत्म किया जा सकता है.

3- गर्मी आएगी तो कोरोना वायरस का दम अपने आप निकल जाएगा

यह भी कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस गर्मी बर्दाश्त नहीं कर सकता, इसलिए भारत जैसे देश में जैसे ही मामला मार्च पार होगा यह वायरस खत्म हो जाएगा. लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि यह सोचकर भुलावे में रहने की जरूरत नहीं है. कोरोना वायरस उन देशों में भी फैल रहा है जहां का मौसम गर्मी और उमस भरा है.

4- पैग लगाओ, कोरोना भगाओ

यह भी कहा जा रहा है कि एल्कोहल से कोरोना वायरस को खत्म किया जा सकता है. ‘एक पैग में पैक होगा कोरोना’ जैसी हेडलाइनें बीते दिनों खूब दिखीं जिनका लब्बोलुआब यह था कि शराबियों को कोरोना वायरस से कोई खतरा नहीं है. लेकिन ईरान में इस नुस्खे पर यकीन करना 27 लोगों को भारी पड़ गया. कोरोना वायरस से बचने के लिए उन्होंने इतनी शराब पी कि उनकी मौत हो गई.

5- सूखी खांसी है और नाक नहीं बह रही तो मतलब कोरोना वायरस

इस तरह की जानकारी भी सोशल मीडिया पर खूब चल रही है कि अगर आपकी नाक नहीं बह रही और आपको सूखी खांसी हो रही है तो इसका मतलब है कि आपको कोरोना वायरस का संक्रमण हो सकता है. वैसे यह बात सही है कि इस वायरस की चपेट में आए लोगों में आमतौर पर बुखार, थकान और सूखी खांसी जैसे लक्षण ही दिख रहे हैं. लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि कोरोना वायरस के कुछ मरीजों में शरीद में दर्द, नाक बहना और डायरिया जैसे लक्षण भी देखने को मिले हैं. कुछ मरीज तो ऐसे भी निकले जिनमें कोई लक्षण ही नहीं थे.