भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने ‘आजाद समाज पार्टी’ (एएसपी) के नाम से राजनीतिक पार्टी बना ली है. रविवार को नोएडा में चंद्रशेखर ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के संस्थापक कांशीराम की जयंती के मौके पर अपनी राजनीतिक पार्टी की घोषणा की.

खबरों के मुताबिक इस कार्यक्रम के दौरान समाजवादी पार्टी, बसपा, कांग्रेस और आरएलडी के करीब 100 नेताओं ने ‘आजाद समाज पार्टी’ की सदस्यता ग्रहण की. इन नेताओं में बसपा के करीब 28 पूर्व विधायक और छह पूर्व सांसद शामिल हैं.

इससे पहले रविवार को बसपा प्रमुख मायावती ने चंद्रशेखर आजाद पर नई पार्टी बनाने को लेकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अलग-अलग संगठन और पार्टी बनाने से दलितों को कोई फायदा नहीं होगा. इससे उन लोगों को फायदा होगा जो दलितों को बांटना चाहते हैं और दलित विरोध की राजनीति करते हैं.

मायावती ने आगे कहा, ‘आज भी निहित स्वार्थ वाले लोग प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों के हाथों में खेल रहे हैं. बाबासाहेब अंबेडकर और उनके आंदोलन से इनका कोई लेना-देना नहीं है, न ही इन्हें मान्यवर कांशीराम के त्याग और तपस्या से कोई मतलब है.

बसपा सुप्रीमो ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे ऐसे स्वार्थी लोगों से सचेत रहें. मायावती का कहना था, ‘कांशीराम जी ने निर्दोष दलितों, आदिवासियों, पिछड़ी जातियों के लोगों और अन्य दबे-कुचले तबके के लोगों को सचेत करने के लिए ही ‘चमचा युग’ लिखा था.’