उत्तर प्रदेश के बरेली से एक हैरान करने वाली खबर है. यहां कोरोना वायरस संकट के चलते बसों को साफ करने वाले एक कैमिकल से उन मजदूरों के एक झुंड को नहला दिया गया जो शहर में दाखिल हो रहे थे. इस कवायद का मकसद इन लोगों को कोरोना वायरस से मुक्त करना था. इससे जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. ये सभी मजदूर और उनके परिवार दिल्ली, हरियाणा और नोएडा से विशेष बसों के जरिये बरेली पहुंचे थे.

यह काम करने वाले अधिकारियों ने पहले तो कहा कि यह क्लोरीन और पानी का मिश्रण था. लेकिन बाद में बरेली के जिला अधिकारी ने एक ट्वीट में माना कि यह कैमिकल बसों को सैनिटाइज करने के लिए था. उन्होंने यह भी कहा कि प्रभावित लोगों का इलाज हो रहा है और इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.

फायर ब्रिगेड विभाग के एक अधिकारी ने भी इसकी पुष्टि की है कि यह कैमिकल धातु से बनी सतहों की सफाई के लिए था. इस अधिकारी के मुताबिक यह कैमिकल सोडियम हाइपोक्लोराइट था जिसे आम भाषा में ब्लीच कहा जाता है. कोरोना वायरस संकट के चलते देशव्यापी लॉकडाउन के बीच मजदूरों की एक बड़ी तादाद पैदल ही अपने घर की तरफ लौट रही है.