युवराज सिंह और हरभजन सिंह द्वारा पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी की फाउंडेशन का समर्थन किए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर विवाद छिड़ गया है. इन दोनों क्रिकेटरों ने दूसरे क्रिकेटरों से इस फाउंडेशन की आर्थिक मदद करने की अपील की थी जो कोरोना वायरस पीड़ितों को मदद पहुंचा रही है. पाकिस्तान में अब तक कोरोना वायरस के दो हजार से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और इसके संक्रमण से अब तक 27 मौतें हो चुकी हैं.

इससे पहले अपनी फाउंडेशन के लिए मदद की अपील का समर्थन करने पर शाहिद अफरीदी ने युवराज सिंह और हरभजन सिंह को शुक्रिया कहा था. लेकिन ये दोनों क्रिकेटर जल्द ही भारतीयों के एक बड़े वर्ग के निशाने पर आ गए. ट्विटर पर कई यूजरों ने उनकी आलोचना की.
शर्म आ रही है मुझे युवराज सिंह और हरभजन सिंह की सोच पर। भारतीय होने के नाते अगर आप नहीं सोच पा रहे तो कम से कम सिख होने के नाते तो सोचिए कि जिस पाकिस्तान को आप पैसे डोनेट करने की बात कर रहे हैं वही पाकिस्तान काबुल में आपके सिख भाइयों कि अब हत्या करवा रहा है।#ShameOnYuviBhajji
— गरिमा सिंह (@GarimaSinghBJP) March 31, 2020
मैदान पर कड़े प्रतिद्वंदी माने जाने वाले भारत और पाकिस्तान में आपसी तनाव के चलते बीते करीब सात साल से कोई द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज नहीं हुई है. भारत का कहना है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को पालना-पोसना बंद नहीं करेगा तब तक उससे कोई द्विपक्षीय बातचीत भी नहीं होगी.
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