ट्विटर और डोनाल्ड ट्रंप आमने-सामने आ गए हैं. ट्विटर ने पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति के किसी ट्वीट को फैक्ट चेक के लिए चिन्हित किया है. इस ट्वीट में आगामी राष्ट्रपति चुनाव के संदर्भ में डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा था कि पोस्टल मतदान में धांधली होगी. उनका कहना था कि अवैध तरीके से पोस्टल बैलट छपवाकर इसके जरिए फर्जी मतदान भी किया जा सकता है. कोरोना वायरस संकट के इस दौर में अमेरिका के पांच राज्यों में चुनाव पूरी तरह से पोस्टल बैलट से कराने का फैसला किया गया है.

ट्विटर ने डोनाल्ड ट्रंप के इस ट्वीट पर फैक्ट चेकिंग का नोटिफिकेशन लगा दिया है. इसमें लिखा है - पोस्टल मतदान से जुड़े तथ्य जानिए. यह एक लिंक है जो यूजर्स को एक ऐसे पेज पर ले जाता है जहां पोस्टल बैलेट को लेकर किए गए अमेरिकी राष्टरपति के दावे को बेबुनियाद करार दिया गया है. ट्विटर ने राष्ट्रपति ट्रंप के दावे को गलत साबित करने के लिए सीएनएन और वॉशिंगटन पोस्ट सहित कई स्रोतों का सहारा लिया है. उसके मुताबिक इसके कोई सबूत नहीं मिले हैं कि पोस्टल बैलट से मतदाताओं के साथ धोखाधड़ी की जा सकती है.

इसके बाद डोनाल्ड ट्रंप ने इस माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट पर तीखा हमला बोला है. एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि ट्विटर पूरी तरह से बोलने की आजादी का गला घोंट रहा है. डोनाल्ड ट्रंप का कहना था, ‘बतौर राष्ट्रपति मैं ऐसा होने की इजाजत नहीं दूंगा.’

डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी कहा कि ट्विटर 2020 के राष्ट्रपति चुनावों में दखल दे रहा है. उनके मुताबिक यह सोशल मीडिया साइट अपनी बात के समर्थन में फेक न्यूज फैलाने वाले सीएनएन और एमेजॉन के वाशिंगटन पोस्ट के उदाहरण दे रही है.