मशहूर संगीतकार वाजिद खान नहीं रहे | रविवार, 31 मई 2020

मशहूर संगीतकार वाजिद खान की मुंबई के एक अस्पताल में मृत्यु हो गई. उन्हें कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ था जो स्वास्थ्य संबंधी अन्य समस्याओं की वजह से घातक साबित हुआ. वाजिद खान पिछले कई सालों से किडनी और हृदय संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे. उन्हें 2018 में भी अचानक ही दिल में गंभीर दर्द की शिकायत के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके बाद उनकी कई आर्टरीज बंद होने की वजह से एंजियोप्लास्टी करनी पड़ी थी.

42 वर्षीय वाजिद खान, संगीतकार साजिद खान के भाई और मशहूर तबला वादक उस्ताद शराफत अली खान के पुत्र थे. अपने भाई के साथ मिलकर साजिद-वाजिद के नाम से संगीत देने वाले वाजिद खान मूलत: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से आते थे. हाल ही में साजिद-वाजिद ने सुपर स्टार सलमान खान की फिल्म दबंग-3 का संगीत दिया था. संगीतकार के रूप में उन्होंने अपनी पहली और दूसरी फिल्में - प्यार किया तो डरना क्या और हैलो ब्रदर - भी सलमान खान के लिए ही की थीं.

अमेरिका : कई शहरों में कर्फ्यू, व्हाइट हाउस के बाहर हिंसा के चलते ट्रंप बंकर में ले जाए गए | सोमवार, 01 जून 2020

कोरोना वायरस संकट के बीच वाशिंगटन, लॉस एंजलस और ह्यूस्टन सहित अमेरिका के कई बड़े शहरों में रात का कर्फ्यू लगा दिया गया. ऐसा नस्लभेद विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हो रही भारी हिंसा को देखते हुए किया गया है. लोगों की नाराजगी एक वीडियो क्लिप के वायरल होने के बाद सामने आई. इसमें एक पुलिस अधिकारी जॉर्ज फ्लॉयड नाम के एक निहत्थे और अश्वेत व्यक्ति की गर्दन पर घुटना टेककर उसे दबाता दिखता है. इसके कुछ ही मिनटों बाद 46 साल के जॉर्ज फ्लॉयड की मौत हो गई थी. यह मिनेपॉलिस की घटना है.

इसके बाद से हिंसा, आगजनी और लूटपाट की खबरें लगातार आ रही हैं. स्थिति यह हो गई कि व्हाइट हाउस के बाहर जमा प्रदर्शनकारियों पर पुलिस को आंसूगैस छोड़नी पड़ी. ये प्रदर्शनकारी आगजनी करने के साथ संपत्तियों को नुकसान पहुंचा रहे थे. कुछ खबरों के मुताबिक सुरक्षा हालात को देखते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कुछ समय के लिए एक भूमिगत बंकर में ले जाना पड़ा था.

बिहार विधानसभा चुनाव : भाजपा की रणनीति तैयार, नौ जून को अमित शाह पहली रैली करेंगे | मंगलवार, 02 जून 2020

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिहार में चुनाव प्रचार का बिगुल अगले हफ्ते फूंकने की तैयारी कर ली है. पीटीआई के मुताबिक केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह नौ जून से प्रचार की शुरुआत करेंगे. वह वीडियो कॉन्फ्रेंस, फेसबुक लाइव के जरिए एक सभा को संबोधित करेंगे. बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने सोमवार को यह जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि पार्टी ने इस वर्चुअल सभा की पूरी तैयारी कर ली है, ‘हमारा लक्ष्य इस वर्चुअल सभा में राज्य के 243 विधानसभा क्षेत्रों के कम से कम एक लाख लोगों को शामिल करना है.’

भाजपा नेताओं के मुताबिक नौ जून को होने वाली इस रैली के बाद बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का डिजिटल प्रचार अभियान शुरु हो जाएगा. इसके बाद पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई बड़े नेता अलग-अलग तारीखों में वर्चुअल रैलियां करेंगे. पीटीआई के मुताबिक संजय जयसवाल ने यह भी बताया कि जेपी नड्डा की रैलियां दो भागों में होगी जिसमें पहले उत्तर बिहार और फिर दक्षिण बिहार को कवर किया जाएगा.

मूडीज ने 22 साल में पहली बार भारत की रेटिंग घटाई | बुधवार, 03 जून 2020

चर्चित रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने भारत की रेटिंग घटा दी. खबरों के मुताबिक एजेंसी ने भारत की रेटिंग ‘बीएए2’ से घटाकर ‘बीएए3’ कर दी. मूडीज का कहना है कि धीमी आर्थिक वृद्धि के कारण जो स्थिति पैदा हुई है उसकी वजह से देश की वित्तीय हालत बिगड़ सकती है. एजेंसी ने इससे पहले जून 1998 में भारत की रेटिंग कम की थी. मूडीज के मुताबिक इस वित्तीय वर्ष में देश की जीडीपी में चार फीसदी की गिरावट आएगी और ऐसा चार दशक में पहली बार होगा.

कोरोना वायरस संकट के अर्थव्यवस्था पर पड़ रहे असर से निपटने के लिए मोदी सरकार ने हाल में 20 लाख करोड़ रु के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया है. उधर मूडीज का कहना है कि मौजूदा स्थिति की वजह कोरोना वायरस से उपजी कोविड-19 महामारी नहीं है. उसके मुताबिक इसका कारण आर्थिक सुधारों का कमजोर क्रियान्वयन है. एजेंसी ने कहा है, ‘यह रेटिंग कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर जरूर है लेकिन, यह कोरोना महामारी के असर के कारण नहीं है.’ उसके मुताबिक इस महामारी से पहले ही भारत का क्रेडिट प्रोफाइल बिगड़ गया था जिसके कारण अर्थव्यवस्था में जोखिम बढ़ा है.

नरेंद्र मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप से बात की, चीन से सीमा विवाद और अमेरिका के मौजूदा हालात पर चर्चा | गुरुवार, 04 जून 2020

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत की. सरकार द्वारा जारी बयान के मुताबिक करीब 25 मिनट की इस बातचीत के दौरान दोनों नेताओं के बीच भारत-चीन सीमा पर तनाव और अमेरिका में चल रहे नस्लभेद विरोधी प्रदर्शनों तक तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई. डोनाल्ड ट्रंप ने जी-7 में भारत सहित अन्य महत्वपूर्ण देशों को शामिल करने के लिए इसका विस्तार करने की इच्छा जताई. इस संदर्भ में उन्होंने अमेरिका में आयोजित होने वाले अगले जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न्योता भी दिया.

डोनाल्ड ट्रंप ने बीते हफ्ते कहा था कि वे भारत और चीन के बीच सीमा को लेकर चल रहे मौजूदा तनाव पर मध्यस्थता करने के लिए तैयार हैं. उनका यह भी कहना था कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी बात की है. हालांकि सरकारी सूत्रों ने इसे खारिज किया था. चीन ने भी उनका अनुरोध ठुकरा दिया था. उसका कहना था कि दोनों पड़ोसी इस विवाद को बातचीत के जरिये सुलझाने में सक्षम हैं. उसका यह भी कहना था कि सीमा पर हालात अब स्थिर हैं. इसके बाद बीते सोमवार को अमेरिका का बयान आया था कि वह भारत के खिलाफ चीन के आक्रामक रवैय्ये को लेकर काफी चिंतित है.

भारत में लॉकडाउन बहुत बेरहमी से लागू किया गया : राजीव बजाज | शुक्रवार, 05 जून 2020

मशहूर उद्योगपति राजीव बजाज ने कहा है कि कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन को भारत में बहुत बेरहमी के साथ लागू किया गया. उन्होंने यह बात कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ एक विशेष संवाद में कही. राजीव बजाज का कहना था, ‘ये सभी के लिए नया अनुभव है. ये एक कड़वा-मीठा अनुभव है. हमारे जैसे कुछ लोग, जो इसे झेल सकते हैं वे घर पर रहने से बहुत दुखी नहीं है. लेकिन जब आपने आसपास व्यवसायों और जनता की स्थिति देखते हैं तो ये निश्चित रूप से मीठे की तुलना में अधिक कड़वा है.’ उन्होंने इस पर भी हैरानी जताई कि भारत ने कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए पश्चिम के बजाय पूरब के देशों की तरफ क्यों नहीं देखा.

मार्क जुकरबर्ग ने कपिल मिश्रा का उदाहरण दिया, कहा - हिंसा भड़काने वाले ऐसे तत्व बर्दाश्त नहीं | शनिवार, 06 जून 2020

अमेरिका में नस्लभेद विरोधी प्रदर्शनों ने सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक के भीतर भी माहौल गरमा दिया है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कुछ पोस्टों को लेकर कई कर्मचारी खुल्लमखुल्ला अपनी कंपनी और इसके संस्थापक मार्क जुकरबर्ग की आलोचना कर रहे हैं. उनका कहना है कि डोनाल्ड ट्रंप इन पोस्टों के जरिये सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हिंसा की चेतावनी दे रहे हैं. ऐसी एक पोस्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि ‘लूट शुरू होते ही गोली मारने की भी शुरुआत हो जाएगी.’

फेसबुक के कई कर्मचारियों का कहना है कि कंपनी को इस पोस्ट को हटाना या मॉडरेट करना चाहिए था. उन्होंने यह सवाल भी किया है कि कंपनी ने लोगों को उन गलत जानकारियों की सच्चाई क्यों नहीं बताई जो पोस्टल बैलट के बारे में डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी फेसबुक पोस्ट में दी थीं. सोशल मीडिया के एक और दिग्गज ट्विटर ने ऐसा किया था और इसके लिए डोनाल्ड ट्रंप की फटकार भी झेली थी.

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