हाल ही में अमेरिकन स्पेस एजेंसी नासा ने सूरज का एक घंटे लंबा टाइम लैप्स वीडियो जारी किया है. यह वीडियो बीते एक दशक में सूरज की सतह पर होने वाली घटनाओं का विस्मित कर देने वाला नज़ारा दिखाता है. सूर्य का अध्ययन करने वाली नासा की शाखा सोलर डायनेमिक ऑब्जर्वेटरी (एसडीओ) ने यह वीडियो बनाया है. एसडीओ ने बीते दस सालों में सूरज की 42.5 करोड़ से ज्यादा हाई-रिजॉल्यूशन तस्वीरें और लगभग 2 करोड़ गीगा बाइट डाटा संग्रहित किया है. नासा के मुताबिक आने वाले समय में खगोल विज्ञानी और अंतरिक्ष यात्री इन तस्वीरों, जानकारियों का इस्तेमाल सूर्य के भीतर होने वाली घटनाओं और अन्य खगोलीय परिस्थितियों को समझने में कर सकेंगे.

यह वीडियो 1 जून, 2010 से शुरू कर 2 जून, 2020 तक ली गई सूरज की छवियां दिखाता है. इसके लिए एसडीओ ने तीन इस्ट्रूमेंट्स (एट्मॉस्फेरिक इमेजिंग असेंबली, वैरिएबिलिटी एक्सपेरिमेंट और हीलियोसाइज़्मिक एंड मैग्नेटिक इमेजर) की सहायता से हर 0.75 सेकंड में सूर्य की एक तस्वीर खींची थी. इसके बावजूद नासा का कहना है कि सूर्य से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं छूट गई हैं. वीडियो से जुड़े आलेख में नासा ने यह भी बताया है कि इसमें दिखाई देने वाले ब्लैक फ्रेम्स धरती के बीच में आ जाने या फिर चंद्रग्रहण पड़ जाने की वजह से आते हैं. आलेख में यह भी बताया गया है कि 2016 में लंबे समय तक दिखने वाला ब्लैक फ्रेम, एट्मॉस्फेरिक इमेजिंग असेंबली में तकनीकी गड़बड़ी आ जाने के चलते दिखाई देता है जिसे ठीक करने में एक हफ्ते का समय लग गया था.

सूर्य के स्टेलर कोरोना यानी बाहरी आभामंडल की सुंदर छवियां दिखाने वाला यह वीडियो न सिर्फ अचंभित कर देने वाला है बल्कि आने वाले समय में अंतरिक्ष के कई रहस्य खोलने में भी कारगर हो सकता है.

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