राजस्थान में कांग्रेस के मुखिया और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने उनके भाजपा में जाने की अटकलों का खारिज किया है. एनडीटीवी से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘मैं भाजपा में नहीं जा रहा हूं.’ इससे पहले खबरें आ रही थीं कि बीते दो दिनों से दिल्ली में डेरा जमाए सचिन पायलट आज भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर सकते हैं. 42 साल के सचिन पायलट का कहना है कि 30 विधायक उनके साथ हैं और राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में आ गई है.
उधर, कांग्रेस का कहना है कि सरकार को कोई खतरा नहीं है. खबरों के मुताबिक कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडेय का कहना है कि 109 विधायकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि इन विधायकों ने सोनिया और राहुल गांधी के नेतृत्व पर पूर्ण विश्वास जताया है. अविनाश पांडेय के मुताबिक कुछ और विधायकों ने भी अशोक गहलोत से फोन पर चर्चा की है और वे भी समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर कर देंगे.
अब सबकी नजरें आज जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक पर टिक गई हैं जिसमें आने के लिए सभी विधायकों को व्हिप जारी कर दिया गया है. अविनाश पांडेय ने कहा कि इसमें न आने वाले विधायकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. उधर, बागी रुख अपनाए हुए राजस्थान कांग्रेस के मुखिया और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने इस बैठक में हिस्सा लेने से साफ इनकार कर दिया है.
ताजा घटनाक्रम ने लोगों को तीन महीने पहले मध्य प्रदेश में हुए सत्ता परिवर्तन की याद दिला दी है. वहां भी तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ और पार्टी के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच हुई खटपट ने कांग्रेस सरकार की बलि ले ली थी. ज्योतिरादित्य बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे. ताजा मामले पर उनका कहना है कि कांग्रेस में प्रतिभा की कद्र नहीं है.
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