केंद्र सरकार नेवाल्व वाले एन-95 मास्क को लेकर चेतावनी जारी की है. खबरों के मुताबिक उसने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक चिट्ठी लिखी है. इसमें कहा गया है कि सांस लेने के लिए बने वाल्व वाले एन-95 मास्क से कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं रुकता. चिट्ठी में सभी संबंधित लोगों को फेस/माउथ कवर के इस्तेमाल का पालन करने और एन-95 मास्क के अनुचित इस्तेमाल को रोकने के निर्देश दिए गए हैं.

भारत में कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा 28 हजार के पार

भारत में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के 37 हजार 148 नए मामले दर्ज किए गए हैं. इसके साथ ही देश में इस महामारी के कुल मामलों की संख्या 11 लाख 55 हजार 191 गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस से 587 मौतें भी हुई हैं और इन्हें मिलाकर मौतों का आंकड़ा 28 हजार के पार हो गया है.

उधर, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कहा है कि उसने कोरोना वायरस के खिलाफ ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित की गई वैक्सीन के उत्पादन के लिए लाइसेंस का आवेदन दिया है. कंपनी के मुताबिक लाइसेंस मिलने पर वैक्सीन के भारत में परीक्षण तुरंत ही शुरू कर दिए जाएंगे. चर्चित जर्नल लैंसेट में छपे एक अध्ययन के मुताबिक यह वैक्सीन शुरुआती परीक्षणों में प्रभावी और सुरक्षित पाई गई है.

लालजी टंडन नहीं रहे

मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का निधन हो गया है. वे 85 साल के थे और कुछ समय से बीमार चल रहे थे. भाजपा के बड़े नेताओं में शुमार रहे लालजी टंडन ने लखनऊ के एक अस्पताल में अंतिम सांस लीं. 11 जून के उन्हें अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को मध्य प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त दायित्व सौंप दिया गया था. लालजी टंडन के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित तमाम हस्तियों ने शोक जताया है.

अशोक गहलोत के आरोपों पर सचिन पायलट ने कहा - दुखी हूं, पर हैरान नहीं

राजस्थान में सियासी उथल-पुथल जारी है. राज्य कांग्रेस के पूर्व मुखिया और उपमुख्यमंत्री पद से हटाए जा चुके सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वे इन आरोपों से दुखी हैं, लेकिन हैरान नहीं. खबरों के मुताबिक उनका यह भी कहना है कि उनकी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है. इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि बगावत कर सचिन पायलट ने उस पार्टी की पीठ में छुरा भोंका है जिसने उन्हें सब कुछ दिया. उनका कहना था, ‘राजस्थान इकलौता ऐसा राज्य है जहां सात साल से प्रदेश अध्यक्ष को हटाने की मांग नहीं की गई जबकि हम जानते थे कि निकम्मा है, नकारा है केवल लोगों को लड़ाने का काम कर रहा है.’ फिलहाल राजस्थान हाईकोर्ट में सचिन पायलट की याचिका पर सुनवाई चल रही है. इसमें विधानसभा अध्यक्ष द्वारा उन समेत 19 बागी विधायकों को जारी नोटिस को अवैध घोषित करने की मांग की गई है.