सत्याग्रह में मुट्ठी भर लोग काम करते हैं जिन्हें थोड़ा विश्राम की जरूरत हैं. थोड़ा ठहरकर हम जो कर रहे हैं उस पर विचार करने की आवश्यकता भी है. वेबसाइट में भी कुछ परिवर्तन होने हैं. और कुछ नये समाचार उत्पादों पर भी काम करना है. इसलिए सत्याग्रह कुछ दिनों के अवकाश पर है. इस दौरान हमारे यहां समाचार कथाओं का आना पहले से काफी कम और अनियमित रहेगा. लेकिन सत्याग्रह पर ऐसे लेखों की कमी नहीं जिन्हें कभी भी पढ़ा जा सकता है. हम शीघ्र ही अपने नए स्वरूप में, नई ताज़गी और कुछ अलग तरह के उत्पादों के साथ पूरी तरह से आपसे जुड़ेंगे. आपको होने वाली असुविधा के लिए खेद है. सत्याग्रह के साथ बने रहने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार!
संजय दुबे
संपादक, सत्याग्रह
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