केंद्र की मोदी सरकार जल्द ही दिल्ली पुलिस आयुक्त भीम सेन बस्सी को सूचना आयुक्त बना सकती है. समाचार बेवसाईट इंडियन एक्सप्रेस ने कुछ आधिकारिक सूत्रों के हवाले से कहा है कि बीएस बस्सी केंद्रीय सूचना आयोग में सूचना आयुक्त के पद के लिए सामने आये दावेदारों में से एक हैं. उसका कहना है कि इस समय सूचना आयुक्तों के तीन पद रिक्त हैं और इन पदों को भरने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत चयन समिति जल्द ही फैसला लेगी. बीएस बस्सी को इस महीने के अंत में सेवानिवृत्त होना है और वे सूचना आयुक्त के पद के लिए काफी पहले आवेदन भी दे चुके हैं. पिछले साल नवंबर में कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा की अध्यक्षता वाली समिति ने जिन अंतिम नामों का चयन किया था, उनमें बीएस बस्सी भी शामिल है. मीडिया में आई खबरों के अनुसार बस्सी ने पिछले साल सितंबर में सूचना आयुक्त और केंद्रीय सूचना आयुक्त दोनों पदों के लिए आवेदन किया था. लेकिन तब सरकार ने पूर्व रक्षा सचिव आरके माथुर को केंद्रीय सूचना आयुक्त बना दिया था.
उधर, कांग्रेस नेता अजय माकन ने इस बात को लेकर बीएस बस्सी पर हमला बोला है. दरअसल, आज जेएनयू में देशद्रोही नारेबाजी के मामले में गिरफ्तार कन्हैया कुमार को जब पेशी के लिए पटियाला हाउस कोर्ट ले जाया गया तो पुलिस की मौजूदगी में कुछ वकीलों ने कन्हैया सहित कुछ पत्रकारों पर हमला बोल दिया. अजय माकन ने इस घटना को पुलिस की बड़ी नाकामी बताते हुए आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ने बस्सी को रिटायरमेंट के बाद सूचना आयुक्त बनाने का प्रलोभन दिया है और इसी वजह से पुलिस ने कन्हैया और पत्रकारों को पिटने दिया.
ओडिशा के राउरकेला में मुठभेड़ के बाद सिमी के चार आतंकी गिरफ्तार
ओडिशा के राउरकेला से आतंकी संगठन इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के चार आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है. खबरों के अनुसार तीन घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद आतंकियों ने समर्पण कर दिया. राउरकेला पुलिस ने बताया कि मध्यप्रदेश के रहने वाले ये चारों आतंकी सिमी के लिए मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश में काम कर रहे थे. पुलिस का कहना है कि इन राज्यों की पुलिस और एनआईए कई दिनों से इन्हें तलाश कर रही थी जिस वजह से ये चारों राउरकेला में अपनी पहचान छिपाकर रह रहे थे. पुलिस के मुताबिक मंगलवार रात जब स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप, तेलंगाना पुलिस और राउरकेला पुलिस एक संयुक्त ऑपरेशन में इन्हें पकड़ने गयी तो इन्होने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. कई घंटे चली मुठभेड़ के बाद बुधवार तड़के इन्होने हथियार डाल दिए.
अरुणाचल मामला : सुप्रीम कोर्ट ने कहा, अभी यथास्थिति बनाये रखी जाए
सुप्रीम ने मंगलवार को अरुणाचल में सरकार बनाने संबंधी अपने ही फैसले पर रोक लगाते हुए वहां के राज्यपाल को यथास्थिति बनाये रखने के लिए कहा है. शीर्ष अदालत ने आज यह फैसला कांग्रेस की उस याचिका की सुनवाई करते हुए दिया है जिसमें उसने मांग की थी कि राज्य में तब तक यथास्थिति बनाए रखी जाए जब तक राज्यपाल जे पी राजखोवा को नई सरकार को शपथ दिलाने से रोकने की याचिका पर निर्णय नहीं हो जाता. सुनवाई के दौरान कोर्ट का कहना था कि जब तक वह विधानसभा अध्यक्ष के द्वारा अयोग्य घोषित किये गए कांग्रेस के चौदह बागी विधायकों से संबंधित दस्तावेजों का अध्ययन नहीं कर लेता तब तक राज्य में यथास्थिति बनाए रखी जाए. बता दें कि मंगलवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने नई सरकार को शपथ दिलाने से राज्यपाल को रोके जाने से मना कर दिया था. इसके बाद केंद्र ने अरूणाचल प्रदेश में राष्ट्रपति शासन हटाए जाने की सिफारिश कर दी थी.
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