पुलकित भारद्वाज
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रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं
एक अंग्रेज अफ़सर ने लक्ष्मीबाई के बारे में लिखा था, 'हमारी किस्मत अच्छी थी कि उसके पास उसी के जैसे आदमी नहीं थे’
पुलकित भारद्वाज
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राजा सूरजमल: एक काबिल जाट राजा जिसका इतिहास में जिक्र न होना दोनों के साथ अन्याय है
सूरजमल की बुद्धि स्थिर थी, और उनका दृष्टि क्षेत्र सुस्पष्ट था, वे एक किसान की पोशाक पहनते थे और केवल बृजभाषा ही बोलते थे, तथापि वे जाट जाति के प्लेटो थे
पुलकित भारद्वाज
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अल्लाह जिलाई बाई : जिनकी वजह से 'केसरिया बालम' दुनिया को राजस्थान का न्योता बन गया
ढोला-मारू की प्रेम कहानी से जुड़ा यह लोकगीत सदियों से राजस्थान की मिट्टी में बसा है, लेकिन इसे सम्मान के सर्वोच्च शिखर तक पहुंचाया अल्लाह जिलाई बाई ने
पुलकित भारद्वाज
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राव मालदेव: मारवाड़ का वह राजा जिसे दो बार हिंदुस्तान का इतिहास बदलने का मौका मिला था
कुछ इतिहासकारों का मानना है कि राव मालदेव में अगर राजनीतिक योग्यता की कमी न होती तो भारत में हिंदू राज्य की स्थापना भी हो सकती थी
पुलकित भारद्वाज
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प्रेम के मामले में इस जनजाति जितना परिपक्व होने में हमें एक सदी और लग सकती है
गरासिया जनजाति की शादियों में कई बार बच्चों के साथ-साथ उनके माता-पिता और दादा-दादी तक फेरे लेते देखे जा सकते हैं
पुलकित भारद्वाज
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बंसीलाल : तानाशाही ने जिनकी विकास पुरुष की छवि को फीका कर दिया
चार बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे बंसीलाल को राज्य के तीन लालों में से एक कहा जाता था
पुलकित भारद्वाज
क्विज
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क्विज़: आप इरफान खान के कितने बड़े फैन हैं?
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क्विज: क्या आप एसपी बालासुब्रमण्यम को चाहने वालों में से एक हैं?
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क्विज़: अदालत की अवमानना के तहत आप पर कब कार्रवाई हो सकती है?
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इस साल हज यात्रा पर रोक लगााए जाने के अलावा आप इसके बारे में क्या जानते हैं?
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क्विज: भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में आप कितना जानते हैं?
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किया मोटर्स ने क्या किया कि एक गाड़ी के दम पर ही वह देश की शीर्ष कार कंपनियों में शामिल हो गई?
किआ मोटर्स ने पिछली साल अगस्त में ही भारत में अपनी पहली गाड़ी - सेल्टोस - को लॉन्च किया था
पुलकित भारद्वाज
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जब नील आर्मस्ट्रॉन्ग जयपुर आए थे
चांद पर पहला कदम रखने वाले नील आर्मस्ट्रॉन्ग 1969 में भारत आए थे. उस दौरान राजस्थान कृषि विभाग के अधिकारी ओंकार सिंह को उनके साथ एक शाम बिताने का मौका मिला था
पुलकित भारद्वाज
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बिस्मिल्लाह खान कबीर की परंपरा वाले बनारस के सबसे सच्चे वारिस थे
उस्ताद बिस्मिल्लाह खान कहते थे, ‘पूरी दुनिया में चाहे जहां चले जाएं हमें सिर्फ हिंदुस्तान दिखाई देता है और यहां चाहे जिस शहर में हों, सिर्फ बनारस दिखता है’
पुलकित भारद्वाज
समाज और संस्कृति
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जिंदगी का शायद ही कोई रंग या फलसफा होगा जो शैलेंद्र के गीतों में न मिलता हो
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रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं
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किस्से जो बताते हैं कि आम से भी भारत खास बनता है
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क्यों तरुण तेजपाल को सज़ा होना उनके साथ अन्याय होता, दूसरे पक्ष के साथ न्याय नहीं
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कार्ल मार्क्स : जिनके सबसे बड़े अनुयायियों ने उनके स्वप्न को एक गैर मामूली यातना में बदल दिया
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राजस्थान : सियासी उठापटक का पहला अध्याय समाप्त, दूसरा पहले से चालू है
अगर 2023 में भी राजस्थान ने अपनी परंपरा कायम रखी तो मुख्यमंत्री बनने के लिए सचिन पायलट को कम से कम आठ साल इंतज़ार करना होगा. तब तक वे 50 साल के हो चुके होंगे
पुलकित भारद्वाज
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सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु की वजह जो भी हो, लेकिन उसकी जांचों में बहुत सारी राजनीति भी है
सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़ा एक सवाल यह भी है कि अगर उनकी जान को कई महीनों से खतरा था तो उनकी मृत्यु का संबंध दिशा सालियान की मौत से कैसे हो सकता है?
पुलकित भारद्वाज
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‘जिसको मेरी सरकार गिरानी है गिराकर दिखाए’ यह कहना उद्धव ठाकरे का आत्मविश्वास दिखाता है या डर?
चौंकाने वाली बात यह है कि कई लोग महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार का भविष्य सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या से भी जोड़ते दिख रहे हैं
पुलकित भारद्वाज
विशेष रिपोर्ट
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सर्दी हो या गर्मी, उत्तर प्रदेश में किसानों की एक बड़ी संख्या अब खेतों में ही रात बिताती है
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कैसे किसान आंदोलन इसमें शामिल महिलाओं को जीवन के सबसे जरूरी पाठ भी पढ़ा रहा है
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हमारे पास एक ही रेगिस्तान है, हम उसे सहेज लें या बर्बाद कर दें
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क्या आढ़तिये उतने ही बड़े खलनायक हैं जितना उन्हें बताया जा रहा है?
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है