आशीष सक्सेना
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ट्रेड यूनियन कानून में बदलाव की मोदी सरकार की पहल से रेल यूनियनें भी परेशान क्यों हैं?
नरेंद्र मोदी सरकार ने इसी महीने ट्रेड यूनियन संशोधन विधेयक को मंज़ूरी दी है, जिसके बाद रेलवे यूनियनों के बीच तमाम आशंकाएं पैदा हुई हैं
आशीष सक्सेना
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योगी आदित्यनाथ को स्वतंत्रता संग्राम के भूले-बिसरे शहीद अचानक क्यों याद आने लगे हैं?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभी 30 दिसंबर को ही काकोरी कांड में शामिल रहे शहीद रोशन सिंह के पैतृक गांव में बड़ा कार्यक्रम किया था
आशीष सक्सेना
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क्यों आवारा पशुओं की समस्या से निपटने के लिए उठाए गए कदम भी योगी सरकार के लिए समस्या बन गए हैं
उत्तर प्रदेश में आवारा पशुओं के मामले में हालात और गंभीर होने के आसार लग रहे हैं
आशीष सक्सेना
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उत्तर प्रदेश : उधार लिए रुपये वापस न दे पाने पर दलित को पीटा, जूते से पेशाब पिलाई
कोर्ट के आदेश के बाद बरेली पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है
आशीष सक्सेना
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कैसे उत्तराखंड में आम घरेलू महिलाओं के संघर्ष ने एक बड़ी कंपनी के प्रबंधन को झुका दिया
उत्तराखंड के सिडकुल में स्थित इंटरार्क कंपनी परिसर में बीते अगस्त से चल रहा मजदूर आंदोलन हाल ही में मजदूरों की जीत के साथ खत्म हुआ है
आशीष सक्सेना
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उत्तराखंड : सिडकुल इंडस्ट्रियल एरिया में श्रमिक असंतोष गहराया
उत्तराखंड बनने के बाद रोजगार सृजन की उम्मीद पर खड़ा किया गया स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलेपमेंट कॉर्पोरेशन (सिडकुल) श्रमिकों के आंदोलन के चलते चर्चा में है
आशीष सक्सेना
क्विज
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क्विज़: आप इरफान खान के कितने बड़े फैन हैं?
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क्विज: क्या आप एसपी बालासुब्रमण्यम को चाहने वालों में से एक हैं?
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क्विज़: अदालत की अवमानना के तहत आप पर कब कार्रवाई हो सकती है?
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इस साल हज यात्रा पर रोक लगााए जाने के अलावा आप इसके बारे में क्या जानते हैं?
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क्विज: भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में आप कितना जानते हैं?
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उत्तर प्रदेश के बरेली में भारतीय सेना के सात ‘पराक्रमी’ घोड़ों की मौत का माज़रा क्या है?
सेना की ओर से बताया गया है कि बरेली स्थित छावनी में इन घोड़ों की मौत ध्वनि प्रदूषण से हुई है और इससे लगभग 40 घोड़े बीमार भी पड़ गए हैं
आशीष सक्सेना
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गिर के एशियाई शेरों का शिकारी क्या कोई सुपरबग भी है?
गुजरात के गिर में सितंबर से अब तक 30 एशियाई शेर प्राकृतिक-अप्राकृतिक वजहों से मर चुके हैं
आशीष सक्सेना
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अपने समुदाय के सबसे खास लोगों से जूझती निदा खान की ‘निदा’ किसी के कानों तक क्यों नहीं पहुंचती?
यह कहानी उत्तर प्रदेश के बरेली शहर की रहने वाली निदा खान की है जिनका निकाह 2015 में बरेलवी पंथ के रहनुमाओं के खानदान में हुआ था
आशीष सक्सेना
समाज और संस्कृति
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जिंदगी का शायद ही कोई रंग या फलसफा होगा जो शैलेंद्र के गीतों में न मिलता हो
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रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं
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किस्से जो बताते हैं कि आम से भी भारत खास बनता है
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क्यों तरुण तेजपाल को सज़ा होना उनके साथ अन्याय होता, दूसरे पक्ष के साथ न्याय नहीं
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कार्ल मार्क्स : जिनके सबसे बड़े अनुयायियों ने उनके स्वप्न को एक गैर मामूली यातना में बदल दिया
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यूपी के चार जिलों में हुईं 350 से अधिक मौतों के पीछे क्या आईवीआरआई की भी भूमिका हाे सकती है?
आईवीआरआई यानी भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान का मुख्यालय बरेली में है. सबसे ज़्यादा मौतें इसी शहर और इसके नज़दीकी तीन अन्य जिलों में हुई हैं
आशीष सक्सेना
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उत्तर प्रदेश : गांधी जयंती पर कांग्रेस की प्रभात फेरियां ‘दोपहर फेरी’ में क्यों बदल गईं?
उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष की शुरूआत पर 25 सितंबर से एक अक्टूबर तक हर जिले-शहर में प्रभात फेरी निकालने का निर्देश दिया था
आशीष सक्सेना
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एक महीने में उप्र के चार जिलों में हुई 350 मौतें ही रहस्य नहीं हैं, प्रशासन का रवैया भी है
बरेली मंडल के चार जिलों में जितनी गंभीर स्थिति ‘रहस्यमय बीमारी के संक्रमण’ की है, उससे कहीं ज़्यादा ‘सरकारी लापरवाही के संक्रमण’ की नज़र आ रही है
आशीष सक्सेना
विशेष रिपोर्ट
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सर्दी हो या गर्मी, उत्तर प्रदेश में किसानों की एक बड़ी संख्या अब खेतों में ही रात बिताती है
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कैसे किसान आंदोलन इसमें शामिल महिलाओं को जीवन के सबसे जरूरी पाठ भी पढ़ा रहा है
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हमारे पास एक ही रेगिस्तान है, हम उसे सहेज लें या बर्बाद कर दें
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क्या आढ़तिये उतने ही बड़े खलनायक हैं जितना उन्हें बताया जा रहा है?
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है