ओम थानवी
-
कम ही लोग जानते हैं कि चे गेवारा भारत आए थे और न के बराबर यह कि वे यहां क्या करने आए थे
कोलकाता में किसी कृष्ण नाम के मनीषी ने चे गेवारा को बेहद प्रभावित किया था. लेकिन कोई नहीं जानता कि यह शख्स था कौन!
ओम थानवी
-
क्या अमर सिंह यादव परिवार को उजाड़ने की कोशिश करने वाला एक मोहरा हैं?
भाजपा के रणनीतिकारों को लगता है कि उत्तर प्रदेश असम नहीं है और दिल्ली और बिहार के सदमे से भाजपा को वही उबार सकता है
ओम थानवी
-
हर दिन विरोधी नेताओं पर हाथ डालने वाली दिल्ली पुलिस बांसल मामले में कुछ करती क्यों नहीं है?
यातना और अंततः आत्महत्या की ओर धकलने के आरोपी अधिकारियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई न कर क्या सरकार/उच्च अधिकारी बेवजह संदेह का घेरा बढ़ा नहीं रहे?
ओम थानवी
-
हम पाकिस्तान को अलग-थलग करने की क़वायद में कहीं उसका क़द बढ़ा तो नहीं रहे?
पहले लाल किले से बलूचिस्तान का जिक्र करके अब हमने उसे राष्ट्रसंघ पहुंचा दिया. इससे यह संदेश तो नहीं जा रहा कि कश्मीर और बलूचिस्तान एक ही तराजू के दो पलड़े हैं!
ओम थानवी
-
पत्रकारिता में क्षमायाचना की एक और दास्तान
बिहार में चुनाव सर्वे गलत होने पर एनडीटीवी के संस्थापक प्रणय रॉय ने क्षमा मांगी. राजस्थान पत्रिका के संस्थापक कर्पूर चंद कुलिश से जुड़ा एक वाकया इससे भी कुछ आगे का है
ओम थानवी