अंजलि मिश्रा
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शांति स्वरूप भटनागर अगर वैज्ञानिक न होते तो उतने ही बड़े कवि भी हो सकते थे
शांति स्वरूप भटनागर से जुड़े सवाल प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं. लेकिन इस महान वैज्ञानिक की जिंदगी का एक बड़ा हिस्सा अछूता ही रह गया है
अंजलि मिश्रा
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मंच पर एक जगजीत वो भी थे जो सिर्फ चित्रा के होते थे
लोगों से बोलते, हंसते, चुटकुले सुनाते और चित्रा पर चुटकियां लेते जगजीत सिंह इस तरह अपनी गायकी में कई और रंग भर देते थे
अंजलि मिश्रा
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जो आम आदमी को भी दिखता है वह दिल्ली पुलिस को नज़र क्यों नहीं आता?
बीते साल हुए दिल्ली दंगों के बाद अब किसान आंदोलन में भी दिल्ली पुलिस की भूमिका पर कई सवाल उठ रहे हैं
अंजलि मिश्रा
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ओपी नैयर : जो तालियों, सीटी और घोड़े की टापों से संगीत निकालते थे
अक्खड़पन और स्वछंदता ओपी नैयर की पहचान थी और शायद इसी असर ने उनके संगीत को इतना लोकप्रिय बनाया
अंजलि मिश्रा
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क्या व्हाट्सएप से हो रहा पलायन पूरी तरह से संभव है?
व्हाट्सएप की नई यूजर पॉलिसी के चलते भारत में भी दसियों लाख लोग दूसरे मैसेंजिंग प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करने लगे हैं
अंजलि मिश्रा
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व्हाट्सएप नहीं तो सिग्नल या टेलीग्राम?
व्हाट्सएप की प्राइवेसी पॉलिसी से जुड़े हालिया विवाद के बाद दुनिया भर में लोग सिग्नल और टेलीग्राम को इसके विकल्पों के तौर पर देख रहे हैं
अंजलि मिश्रा
क्विज
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क्विज़: आप इरफान खान के कितने बड़े फैन हैं?
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क्विज: क्या आप एसपी बालासुब्रमण्यम को चाहने वालों में से एक हैं?
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क्विज़: अदालत की अवमानना के तहत आप पर कब कार्रवाई हो सकती है?
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इस साल हज यात्रा पर रोक लगााए जाने के अलावा आप इसके बारे में क्या जानते हैं?
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क्विज: भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में आप कितना जानते हैं?
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गाय हमारी माता है लेकिन भैंस नहीं, क्यों?
गौविज्ञान प्रचार को लेकर कामधेनु आयोग की कोशिशें लोगों में गाय से जुड़ाव की बजाय चिढ़न पैदा करने की वजह बनती लग रही हैं
अंजलि मिश्रा
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आज 37 साल की हो रहीं कल्कि केकलां की पहली फिल्म ‘देव-डी’ देखना कैसा अनुभव है?
2009 में रिलीज हुई अनुराग कश्यप निर्देशित ‘देव-डी’ से कल्कि केकलां के साथ-साथ माही गिल ने भी डेब्यू किया था
अंजलि मिश्रा
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इरफान खान, जिन्हें अब हम कभी नहीं देख पाएंगे उनकी पहली फिल्म ‘हासिल’ देखना कैसा अनुभव है?
साल 2003 में रिलीज हुई ‘हासिल’ में इरफान खान पहली बार बड़े परदे पर मुख्य भूमिका में नज़र आए थे
अंजलि मिश्रा
समाज और संस्कृति
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जिंदगी का शायद ही कोई रंग या फलसफा होगा जो शैलेंद्र के गीतों में न मिलता हो
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रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं
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किस्से जो बताते हैं कि आम से भी भारत खास बनता है
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क्यों तरुण तेजपाल को सज़ा होना उनके साथ अन्याय होता, दूसरे पक्ष के साथ न्याय नहीं
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कार्ल मार्क्स : जिनके सबसे बड़े अनुयायियों ने उनके स्वप्न को एक गैर मामूली यातना में बदल दिया
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नए साल के ज्यादातर संकल्प टूट क्यों जाते हैं?
सवाल जो या तो आपको पता नहीं, या आप पूछने से झिझकते हैं, या जिन्हें आप पूछने लायक ही नहीं समझते
अंजलि मिश्रा
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डिजिटल भारत में क्रेडिट कार्ड से खरीदारी करना इतना मुश्किल क्यों है?
डिजिटल इंडिया सबसे पहले कैश लेता है, फिर गूगल पे जैसे साधनों की ओर देखता है और इन दोनों की अनुपस्थिति में ही क्रेडिट कार्ड के बारे में सोचता है
अंजलि मिश्रा
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आज भी लड़कियों के लिए शादी आज़ाद होने या गुलाम बनने का सवाल क्यों बनी हुई है?
शादियों के मौसम में सत्याग्रह ने ऐसी कई लड़कियों से बात की जिनकी शादी होने वाली है या हाल ही में हुई है. वे जो कहती हैं वह हमारे बारे में बहुत कुछ कहता है
गायत्री आर्य, प्रदीपिका सारस्वत और अंजलि मिश्रा
विशेष रिपोर्ट
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सर्दी हो या गर्मी, उत्तर प्रदेश में किसानों की एक बड़ी संख्या अब खेतों में ही रात बिताती है
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कैसे किसान आंदोलन इसमें शामिल महिलाओं को जीवन के सबसे जरूरी पाठ भी पढ़ा रहा है
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हमारे पास एक ही रेगिस्तान है, हम उसे सहेज लें या बर्बाद कर दें
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क्या आढ़तिये उतने ही बड़े खलनायक हैं जितना उन्हें बताया जा रहा है?
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है