राम यादव
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मौत के बाद जब आइंस्टीन का दिमाग निकालकर उसकी जांच की गई तो क्या पता चला था?
सर्वकालिक महान वैज्ञानिक माने जाने वाले अल्बर्ट आइंस्टीन की एक खोई हुई पांडुलिपि हाल ही में मिली है
राम यादव
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स्टालिन : जिसके अत्याचारों से उसका परिवार भी बच नहीं सका था
सोवियत संघ के मुखिया रहे स्टालिन के मन में न्याय, दया या संवेदना के लिए तिल भर भी जगह नहीं थी. सभी – उसके अपने बीवी-बच्चे भी – उसके आगे थर-थर कांपते थे
राम यादव
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वह रोमांचक घटनाक्रम जो नेताजी सुभाष चंद्र बोस की कथित मृत्यु का कारण बना
प्रामाणिक दस्तावेज़ों, प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों और विशेषज्ञों की समझ के आधार पर बनी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की कथित मृत्यु की कहानी कुछ इस तरह की है
राम यादव
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जब जर्मन भारतविद वाल्टर रूबेन ने एक सदी पहले का भारत देखा
संस्कृत के विद्वान रहे जर्मनी के पुराने भारतशास्त्री भारत को देखे बिना ही पुस्तकें लिखा करते थे. वाल्टर रूबेन इसका अपवाद बने
राम यादव
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71 साल पहले बना पूर्वी जर्मनी 30 साल पहले खत्म कैसे हो गया?
पूर्वी जर्मनी या ‘जर्मन डेमोक्रैटिक रिपब्लिक’ की स्थापना सात अक्टूबर 1949 को हुई थी और उसका तीन अक्टूबर 1990 को पश्चिमी जर्मनी में विलय हो गया
राम यादव
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क्यों वैज्ञानिक मानने लगे हैं कि अगर दुनिया को बचाना है तो शाकाहार अपनाना ही होगा
पश्चिमी जगत मांसाहार से हट कर शाकाहार की तरफ़ झुक रहा है जबकि शाकाहारी भारत में उल्टी गंगा बह चली है
राम यादव
क्विज
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क्विज़: आप इरफान खान के कितने बड़े फैन हैं?
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क्विज: क्या आप एसपी बालासुब्रमण्यम को चाहने वालों में से एक हैं?
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क्विज़: अदालत की अवमानना के तहत आप पर कब कार्रवाई हो सकती है?
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इस साल हज यात्रा पर रोक लगााए जाने के अलावा आप इसके बारे में क्या जानते हैं?
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क्विज: भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में आप कितना जानते हैं?
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हिंदी पहले राष्ट्रीय तो बने, अंतरराष्ट्रीय अपने आप बन जाएगी
यदि अंग्रेज़ी का ज्ञान ही सबकुछ है तो हम अपने पड़ोसी उन देशों से पिछड़ क्यों गये, जहां अंग्रेज़ी भाषा से अधिक भारत से ही गये बौद्ध धर्म का प्रभाव है?
राम यादव
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तमाम दावों के बावजूद दुनिया में हमारी हिंदी कहां है?
चीन में चीनी भाषा न जानने पर विदेशियों को नीचा देखना पड़ता है. भारत में हिंदी जानने पर उन्हें नीचा देखना पड़ सकता है
राम यादव
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अलेक्सेई नवाल्नी: जिनसे व्लादीमीर पुतिन अमेरिका से भी ज्यादा डरते हैं
रूस के ही बनाये एक जहर से प्रभावित अलेक्सेई नवाल्नी जर्मनी में जीवन-मरण का संघर्ष कर रहे हैं और यह यूरोप और रूस के बीच बड़े संघर्ष की वजह बनता जा रहा है
राम यादव
समाज और संस्कृति
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जिंदगी का शायद ही कोई रंग या फलसफा होगा जो शैलेंद्र के गीतों में न मिलता हो
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रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं
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किस्से जो बताते हैं कि आम से भी भारत खास बनता है
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क्यों तरुण तेजपाल को सज़ा होना उनके साथ अन्याय होता, दूसरे पक्ष के साथ न्याय नहीं
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कार्ल मार्क्स : जिनके सबसे बड़े अनुयायियों ने उनके स्वप्न को एक गैर मामूली यातना में बदल दिया
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इस 22 अगस्त से दुनिया एक बार फिर से पृथ्वी की लूट-खसोट में लग गई है
22 अगस्त वह दिन था जब दुनिया पृथ्वी के प्राकृतिक संसाधनों के दोहन का इस साल का कोटा लांघ गई. अगर कोरोना महामारी न होती तो ऐसा तीन मई को ही हो चुका होता
राम यादव
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ई-कार अभी काम की है या बेकार है?
प्रदूषण को घटाने और जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए बैटरी से चलने वाले वाहनों पर खूब जोर दिया जा रहा है
राम यादव
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अमेरिका ने हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम सिर्फ युद्ध खत्म करने के लिए नहीं गिराए थे
छह अगस्त को हिरोशिमा और नौ अगस्त को नागासाकी पर परमाणु बम गिराकर अमेरिका ने कई वैज्ञानिक और रणनीतिक लक्ष्यों को एक साथ साधा था
राम यादव
विशेष रिपोर्ट
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सर्दी हो या गर्मी, उत्तर प्रदेश में किसानों की एक बड़ी संख्या अब खेतों में ही रात बिताती है
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कैसे किसान आंदोलन इसमें शामिल महिलाओं को जीवन के सबसे जरूरी पाठ भी पढ़ा रहा है
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हमारे पास एक ही रेगिस्तान है, हम उसे सहेज लें या बर्बाद कर दें
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क्या आढ़तिये उतने ही बड़े खलनायक हैं जितना उन्हें बताया जा रहा है?
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है