गायत्री आर्य
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हमें खाली-पीली 'हैप्पी विमंस डे' या महिला दिवस की बधाई सुनना अच्छा नहीं लगता
ऑफिस में क्रेच खोलिए, मांओं को छुट्टी देने में नाक-भौं न सिकोड़िए, महिलाओं पर अश्लील चुटकुले न बनाइए. कुछ भी ऐसा करिए और तब कहिए कि आप महिलाओं का सम्मान करते हो
गायत्री आर्य
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वर्जिनिटी हमारी है, लेकिन हमारे लिए नहीं है, तो हम इसकी फिक्र क्यों करें!
तमाम विषयों पर और किन्हीं खास परिस्थितियों में महिलाएं क्या सोचती हैं
गायत्री आर्य
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आज भी लड़कियों के लिए शादी आज़ाद होने या गुलाम बनने का सवाल क्यों बनी हुई है?
शादियों के मौसम में सत्याग्रह ने ऐसी कई लड़कियों से बात की जिनकी शादी होने वाली है या हाल ही में हुई है. वे जो कहती हैं वह हमारे बारे में बहुत कुछ कहता है
गायत्री आर्य, प्रदीपिका सारस्वत और अंजलि मिश्रा
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अपने कपड़ों से हमें खुद को ढकना ही नहीं न जाने कितने पैरामीटर्स पर खरा भी उतरना होता है
तमाम विषयों पर और किन्हीं खास परिस्थितियों में महिलाएं क्या सोचती हैं
गायत्री आर्य, प्रदीपिका सारस्वत और अंजलि मिश्रा
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करवाचौथ : समानता के दौर में भेद का उत्सव!
पुरुषों की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी करवाचौथ का व्रत उन्हें स्त्री से श्रेष्ठ और ज्यादा कीमती ठहराता है. फिर यह स्त्रियों का त्यौहार कैसे हुआ?
गायत्री आर्य
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एक साफ सांस की कीमत 12.50 रुपये, आपका बजट कितना है?
काश अपने बच्चों को हम साफ हवा के कैन की जगह साफ पर्यावरण का तोहफा दे सकते
गायत्री आर्य
क्विज
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क्विज़: आप इरफान खान के कितने बड़े फैन हैं?
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क्विज: क्या आप एसपी बालासुब्रमण्यम को चाहने वालों में से एक हैं?
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क्विज़: अदालत की अवमानना के तहत आप पर कब कार्रवाई हो सकती है?
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इस साल हज यात्रा पर रोक लगााए जाने के अलावा आप इसके बारे में क्या जानते हैं?
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क्विज: भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में आप कितना जानते हैं?
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नीरजा भनोट मिसाल हैं कि साल नहीं, काम जिंदगी को बड़ा बनाते हैं
अपनी जान गंवाने से पहले 359 लोगों की जान बचाने वाली नीरजा भनोट उस समय सिर्फ 23 साल की थीं
गायत्री आर्य
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हरे रिबन वाली लड़की
मुझे लगता था जैसे वह मुझे चिढ़ाने के लिए यह सब करती है और अपने मकसद में हर रोज सफल होती है
गायत्री आर्य
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काकोरी कांड : जिसने देश में क्रांतिकारियों के प्रति जनता का नजरिया बदल दिया था
नौ अगस्त 1925 को हुए काकोरी कांड का मुकदमा 10 महीने तक चला था जिसमें रामप्रसाद ‘बिस्मिल’, राजेंद्रनाथ लाहिड़ी, रोशन सिंह और अशफाक उल्लाह खां को फांसी की सजा हुई
गायत्री आर्य
समाज और संस्कृति
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जिंदगी का शायद ही कोई रंग या फलसफा होगा जो शैलेंद्र के गीतों में न मिलता हो
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रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं
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किस्से जो बताते हैं कि आम से भी भारत खास बनता है
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क्यों तरुण तेजपाल को सज़ा होना उनके साथ अन्याय होता, दूसरे पक्ष के साथ न्याय नहीं
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कार्ल मार्क्स : जिनके सबसे बड़े अनुयायियों ने उनके स्वप्न को एक गैर मामूली यातना में बदल दिया
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लहंगा और सेक्स शादी से पहले लड़कियों के दिमाग में बने रहने वाले दो सबसे जरूरी मुद्दे हैं
तमाम विषयों पर और किन्हीं खास परिस्थितियों में महिलाएं क्या सोचती हैं
गायत्री आर्य, प्रदीपिका सारस्वत और अंजलि मिश्रा
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पहली बार स्कूल जा रहे एक बच्चे की मां का खत उसके प्रिंसिपल के नाम
मैं इस खत में लिखी बातें अपने बेटे को सिखाने की हरसंभव कोशिश करूंगी पर आप अगर उसी पुराने ढर्रे पर चलेंगे तो हार कर मुझे भी वही करना ही पड़ेगा
गायत्री आर्य
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बुरा न मानो होली है!
धर्म के नशे की तुलना में दूसरे नशे कम अलाभकारी हैं. तो अगर कोई नशा करना ही है तो क्यों न इन्हें किया जाए!
गायत्री आर्य
विशेष रिपोर्ट
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सर्दी हो या गर्मी, उत्तर प्रदेश में किसानों की एक बड़ी संख्या अब खेतों में ही रात बिताती है
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कैसे किसान आंदोलन इसमें शामिल महिलाओं को जीवन के सबसे जरूरी पाठ भी पढ़ा रहा है
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हमारे पास एक ही रेगिस्तान है, हम उसे सहेज लें या बर्बाद कर दें
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क्या आढ़तिये उतने ही बड़े खलनायक हैं जितना उन्हें बताया जा रहा है?
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है