फिल्म समीक्षा
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शकुंतला देवी: जितनी अद्भुत शख्सियत, उतना दिलचस्प सिनेमा!
अंजलि मिश्रा
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‘दिल बेचारा’ वह फिल्म नहीं है जिसके लिए ‘अभिनेता’ सुशांत सिंह राजपूत को याद रखा जाना चाहिए
अंजलि मिश्रा
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बुलबुल: परीकथाएं कैसी होनी चाहिए... ऐसी!
अंजलि मिश्रा
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गुलाबो सिताबो: लखनऊ का वह किस्सा जिसमें नवाब और कबाब का जिक्र तक नहीं है
अंजलि मिश्रा
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घूमकेतु: यह फिल्म नहीं भसड़ है
अंजलि मिश्रा
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अंग्रेज़ी मीडियम: जिसे देखकर पिछले दिनों इरफान को न देख पाने का दुख और गहरा हो जाता है
अंजलि मिश्रा
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कामयाब: जहां संजय मिश्रा अभिनय नहीं करते बल्कि उसकी कक्षा लगा देते हैं
अंजलि मिश्रा
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अगर समय न हो तो इस समीक्षा को छोड़ दें पर ‘थप्पड़’ देख लें
अंजलि मिश्रा
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भूत पार्ट वन - द हॉन्टेड शिप: जो हॉरर जॉनर की एक नई ऊंचाई छूते-छूते धड़ाम से गिर पड़ती है
अंजलि मिश्रा
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शुभ मंगल ज्यादा सावधान: इस प्रेम कहानी का सामान्य होना ही ऐसे प्यार और सिनेमा दोनों की जीत है
अंजलि मिश्रा
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शुक्राणु: आपातकाल की पृष्ठभूमि वाली एक कॉमेडी जिसका राजनीतिक न होना उसकी सबसे बड़ी खासियत है
अंजलि मिश्रा
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लव आज कल: जो उस टिंडर प्रोफाइल की तरह है जिसे देखकर समझ नहीं आता कि लेफ्ट स्वाइप करें या राइट?
अंजलि मिश्रा
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शिकारा: जिसे एक ठीक-ठाक प्रेम कथा होने की बजाय कश्मीरी पंडितों की पूरी व्यथा होना था
अंजलि मिश्रा
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जवानी जानेमन: एक और मौका जब सैफ अली खान के लिए आप उन्हीं के अंदाज़ में ‘वाओ’ कह सकते हैं
अंजलि मिश्रा
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गुल मकई: जिससे कहीं ज्यादा मनोरंजन और जानकारी मलाला का विकिपीडिया पेज दे देता है
अंजलि मिश्रा
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‘स्ट्रीट डांसर 3डी’ को सिर्फ यह मानने के लिए देखिए कि डांस के प्रभु आज भी प्रभु देवा ही हैं
अंजलि मिश्रा
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इस बार कंगना रनोट ने ऐसा ‘पंगा’ लिया है जिसके लिए उनकी खूब तारीफ करने का मन होता है
अंजलि मिश्रा
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जय मम्मी दी: जो यह तक नहीं बता पाती कि यह जयकारा किस बात का है?
अंजलि मिश्रा
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तानाजी-द अनसंग वॉरियर: ‘गढ़ आला पण सिंह गेला’ यानी दिखने में शानदार पर मनोरंजन में कम असरदार
अंजलि मिश्रा
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अगर आप भाजपा समर्थक हैं तो भी आपका ‘छपाक’ देखना ज़रूरी है
अंजलि मिश्रा