मनोरंजन
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बुलबुल: परीकथाएं कैसी होनी चाहिए... ऐसी!
अंजलि मिश्रा
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इम्तियाज अली : एक अनूठा फिल्मकार जो जानता है कि उसकी जिद और दर्शकों की पसंद कहां मिलती है
शुभम उपाध्याय
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3-आयरन : इस बातूनी दुनिया को प्रेम में मौन के मायने समझाने वाली एक ‘अहिंसक’ कोरियाई फिल्म
शुभम उपाध्याय
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गुलाबो सिताबो: लखनऊ का वह किस्सा जिसमें नवाब और कबाब का जिक्र तक नहीं है
अंजलि मिश्रा
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क्या फिल्मों के सैकड़ों करोड़ कमाने के दिन अब लद चुके हैं?
अंजलि मिश्रा
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इस ‘पाताल लोक’ का नक्शा जिससे लिया गया उसे इसका श्रेय क्यों नहीं दिया गया?
विकास बहुगुणा
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घूमकेतु: यह फिल्म नहीं भसड़ है
अंजलि मिश्रा
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साबुन लाल हो या नीला, उसका झाग हमेशा सफेद क्यों होता है?
अंजलि मिश्रा
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अरिजीत सिंह : हमारे दौर की एक ऐसी प्रतिभा जो हर अच्छे गायक की जगह ले सकती है
शुभम उपाध्याय
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द ड्रीमर्स : क्रांति की आड़ में पनपा विचलित कर देने वाला एक असाधारण सिनेमा
शुभम उपाध्याय
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पंचायत: बेकार की रूमानियत और लॉकडाउन की बोरियत से दूर ग्राम पंचायत फुलेरा में आपका स्वागत है!
अंजलि मिश्रा
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फैमिली: छोटी सी एक फिल्म जिसे देश के सबसे बड़े सितारों ने मिलकर अपने-अपने घरों में बनाया है
सत्याग्रह ब्यूरो
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सत्यजीत रे की फिल्मों को पुनर्जीवन मिलना भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है
शुभम उपाध्याय
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कंगना रनोट : बॉलीवुड में बिन ‘माई-बाप’ की लड़की, जिसे अब उनकी जरूरत भी नहीं
शुभम उपाध्याय
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कासाब्लांका : उम्मीदों से परे जाकर जो क्लासिक कहलाई और हर-दिल-अज़ीज़ भी बनी
शुभम उपाध्याय
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अंग्रेज़ी मीडियम: जिसे देखकर पिछले दिनों इरफान को न देख पाने का दुख और गहरा हो जाता है
अंजलि मिश्रा
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बरीड : ज़मीन के अंदर ताबूत में लेटा एक अविश्वसनीय सिनेमा
शुभम उपाध्याय
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कामयाब: जहां संजय मिश्रा अभिनय नहीं करते बल्कि उसकी कक्षा लगा देते हैं
अंजलि मिश्रा
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अगर समय न हो तो इस समीक्षा को छोड़ दें पर ‘थप्पड़’ देख लें
अंजलि मिश्रा
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एक्टिंग नहीं करते डैनी तो ग़ज़ल गायक के रूप में पहचाने जाते
मनीष गायकवाड़