शख्सियत
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लार्ड डेनिंग: जिन्हें पत्नियों को अधिकार दिलाने के लिए पतियों का कोपभाजन बनना पड़ा
अनुराग भारद्वाज
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फणीश्वर नाथ रेणु : जो न होते तो अपने देश की आत्मा से हम कुछ और कम जुड़े होते
कविता
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नानाजी देशमुख : संघ का ऐसा कार्यकर्ता जिसने मन से गांधी और जेपी को स्वीकारा था
सत्याग्रह ब्यूरो
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सैयद हैदर रज़ा से मिलकर यूं लगा था जैसे आप कला और दर्शन की जुगलबंदी देख रहे हों
शुभम उपाध्याय
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सुदर्शन फाकिर: एक ऐसा शायर जिसका न कोई उस्ताद था और न कोई शागिर्द
अमरीक सिंह
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महान दार्शनिक जिद्दू कृष्णमूर्ति राष्ट्रवाद और धर्म को मनुष्यता के लिए खतरा क्यों मानते थे?
अनुराग भारद्वाज
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कर्पूरी ठाकुर : एक राजनीतिक योद्धा जिसने अपमान का घूंट पीकर भी बदलाव की इबारत लिखी
जयंत जिज्ञासु
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‘सामने ईसा मसीह का जीवन चरित्र चल रहा था तो मेरे मन के चक्षु भगवान राम के चित्र देख रहे थे’
सत्याग्रह ब्यूरो
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फ़ैज़ को सर्वहारा का दर्द तो दिखता है पर उसके हुक्मरान के ज़ुल्मो-सितम क्यों नजर नहीं आते?
अनुराग भारद्वाज
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जमनालाल बजाज : गांधी का ‘पांचवां बेटा’ जिसने उनका ट्रस्टीशिप का सिद्धांत जीकर दिखाया
अव्यक्त
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काला जल : जिसमें शानी, बस्तर और मुस्लिम आबादी का यथार्थ एक साथ मिलते हैं
कविता
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सूर और कबीर की परंपरा के निदा फाजली ने दोहे की लोकविधा में नई जान भरी थी
कविता
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भीमसेन जोशी : जिन्हें सुनना भारत की मिट्टी को समझना है
विकास बहुगुणा
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अब्बास तैयबजी : आज़ादी के अनूठे सेनानी जिन्हें देश ने भुला दिया
अनुराग भारद्वाज
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ओपी नैयर : जो तालियों, सीटी और घोड़े की टापों से संगीत निकालते थे
अंजलि मिश्रा
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एमएन रॉय : जिन्हें भारत का पहला वैश्विक नेता कहा जाना चाहिए
अनुराग भारद्वाज
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आरके लक्ष्मण : जिनकी रेखाएं हमारे चेहरे की धूल बुहारती थीं
प्रियदर्शन
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विंस्टन चर्चिल : दूसरे विश्वयुद्ध का सबसे बड़ा नायक जिसने पूरी दुनिया को हिटलर से बचाया
अनुराग भारद्वाज
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शाहजहां : जिसे अकबर और उसके हिंदुस्तान का असली वारिस कहा जाना चाहिए
अनुराग भारद्वाज
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महाराणा प्रताप : जिनके लिए मेवाड़ सिर्फ एक राज्य नहीं था
अनुराग भारद्वाज