जब मैं छोटा बच्चा था
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अगर मां और दीदी ने मुझे वक्त रहते बताया होता तो मैं एक पूरी रात ये न सोचती कि मैं मरने वाली हूं
बचपन से जुड़ी वे यादें जो न होतीं तो जैसे हम हैं शायद वैसे न होते
नीतू कुमार
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‘भूत तो नहीं, लेकिन भूत का डर कैसे जान ले सकता है, उस दिन मुझे समझ आया था!’
बचपन से जुड़ी वे यादें जो न होतीं तो जैसे हम हैं शायद वैसे न होते
अनन्या पाण्डेय
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‘पापा ने वो किस्सा न सुनाया होता तो मैं भगवान के भेजे भइया को उन्हें ही वापस भेज चुकी होती’
बचपन से जुड़ी वे यादें जो न होतीं तो जैसे हम हैं शायद वैसे न होते
आस्था पाठक
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'अगर उस दिन टीचर ने जरा भी अलग व्यवहार किया होता तो शायद मैं कभी कार्टूनिस्ट नहीं बन पाता'
बचपन से जुड़ी वे यादें जो न होतीं तो जैसे हम हैं शायद वैसे न होते
इस्माइल लहरी
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‘मेरे बचपन की यह आम कथा, आम का एक मायावी राज़ खुलने की भी कथा है!’
बचपन से जुड़ी वे यादें जो न होतीं तो जैसे हम हैं शायद वैसे न होते
अव्यक्त
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‘वाजिब, लेकिन जरूरत से ज्यादा मिली उस सजा ने मुझे मां के और करीब कर दिया था’
बचपन से जुड़ी वे यादें जो न होतीं तो जैसे हम हैं शायद वैसे न होते
सत्याग्रह ब्यूरो
क्विज
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क्विज़: आप इरफान खान के कितने बड़े फैन हैं?
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क्विज: क्या आप एसपी बालासुब्रमण्यम को चाहने वालों में से एक हैं?
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क्विज़: अदालत की अवमानना के तहत आप पर कब कार्रवाई हो सकती है?
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इस साल हज यात्रा पर रोक लगााए जाने के अलावा आप इसके बारे में क्या जानते हैं?
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क्विज: भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में आप कितना जानते हैं?
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‘दंगे के उस माहौल में मिला सबक आज भी मेरे लिए दसियों धर्मग्रंथों की शिक्षा पर भारी है’
बचपन से जुड़ी वे यादें जो न होतीं तो जैसे हम हैं शायद वैसे न होते
सुधीर कुमार
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‘उस दिन न भूत मिला, न सुपरहीरो लेकिन जो सबक मिला वो अनमोल था’
बचपन से जुड़ी वे यादें जो न होतीं तो जैसे हम हैं शायद वैसे न होते
चांदनी हुसैन
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‘उस पंचर वाले की वजह से मैं समझ पाया कि सूरत से सीरत का अंदाजा लगाना कितना गलत हो सकता है’
बचपन से जुड़ी वे यादें जो न होतीं तो जैसे हम हैं शायद वैसे न होते
आशुतोष
समाज और संस्कृति
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जिंदगी का शायद ही कोई रंग या फलसफा होगा जो शैलेंद्र के गीतों में न मिलता हो
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रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं
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किस्से जो बताते हैं कि आम से भी भारत खास बनता है
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कार्ल मार्क्स : जिनके सबसे बड़े अनुयायियों ने उनके स्वप्न को एक गैर मामूली यातना में बदल दिया
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‘जो कड़वे सच मैंने बचपन में ही जान लिए थे, अब अपने छात्रों को उनसे बचाकर रखना चाहती हूं’
बचपन से जुड़ी वे यादें जो न होतीं तो जैसे हम हैं शायद वैसे न होते
खष्टी मर्तोलिया
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‘मेरा गुणा-भाग कहता था कि उस मौत की जिम्मेदारी से मैं खुद को दूर नहीं कर सकता’
बचपन से जुड़ी वे यादें जो न होतीं तो जैसे हम हैं शायद वैसे न होते
अमित तिवारी
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‘बचपन के उस खतरनाक वाकये ने ही मुझे सिखाया कि हर एडवेंचर की एक लक्ष्मण रेखा होती है’
बचपन से जुड़ी वे यादें जो न होतीं तो जैसे हम हैं शायद वैसे न होते
नूतन शर्मा
विशेष रिपोर्ट
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सर्दी हो या गर्मी, उत्तर प्रदेश में किसानों की एक बड़ी संख्या अब खेतों में ही रात बिताती है
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