जम्मू-कश्मीर
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सुरक्षा बलों की सफलताओं के बावजूद कश्मीर में मिलिटेंसी घटने के बजाय बढ़ क्यों रही है?
2014 से 2016 के बीच हर साल मिलिटेंसी का हिस्सा बनने वाले कश्मीरी युवाओं की संख्या कभी भी 90 से ऊपर नहीं गई थी, लेकिन बीते साल यह आंकड़ा दोगुना हो गया.
सुहैल ए शाह
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कश्मीर में आज सबसे बड़ा मज़ाक 5-जी और बच्चों को कोडिंग सिखाने की बात करना है
पिछले 8 सालों में कश्मीर में जितनी बार इंटरनेट सेवाएं बंद हुई हैं उसके सामने बाकी भारत के मिले-जुले आंकड़े कुछ भी नहीं हैं
सुहैल ए शाह
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कैसे कश्मीर में कलाकारों की एक नयी पौध सारी मुश्किलों के बीच अपनी जड़ें जमाने का काम कर रही है?
एक ऐसे समय में जब कश्मीर हर तरह की उथल-पुथल और कोरोना महामारी से दो-चार है, यहां के कुछ युवा वह कर रहे हैं जो मानवता बनाये रखने के लिए सबसे जरूरी है
सुहैल ए शाह
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क्या कोरोना संकट मोदी सरकार के लिए कश्मीर समस्या से निपटने का एक मौका भी है?
कोरोना वायरस से उपजे संकट ने मोदी सरकार को यह साबित करने का मौका दे दिया है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाते वक्त उसने जो कहा था वह गलत नहीं था
हिमांशु शेखर
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कैसे कश्मीर में लोग ही नहीं बल्कि सैनिक भी उनसे लिये ‘वीपीएन’ के सहारे अपना काम चला रहे हैं
हाईस्पीड इंटरनेट, फेसबुक और व्हाट्सएप के बिना अपने परिजनों से बात करने के लिए कश्मीर के आम लोग ही नहीं बल्कि यहां तैनात सैनिक भी तरह-तरह के जतन कर रहे हैं
सुहैल ए शाह
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पुलवामा हमले के बाद बीता एक साल कश्मीर के लिए सबसे अलहदा था और इसकी वजह केवल धारा 370 नहीं है
जम्मू-कश्मीर में पुलवामा हमले के बाद एक नहीं ऐसी कई चीज़ें हुईं जिन्हें लंबे समय तक भुलाया नहीं जा सकता है
सुहैल ए शाह
क्विज
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क्विज़: आप इरफान खान के कितने बड़े फैन हैं?
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क्विज: क्या आप एसपी बालासुब्रमण्यम को चाहने वालों में से एक हैं?
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क्विज़: अदालत की अवमानना के तहत आप पर कब कार्रवाई हो सकती है?
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इस साल हज यात्रा पर रोक लगााए जाने के अलावा आप इसके बारे में क्या जानते हैं?
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क्विज: भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में आप कितना जानते हैं?
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कश्मीर में केसर उगाने वालों को अपने अच्छे दिन आते क्यों दिख रहे हैं?
इस वक़्त जब पूरी कश्मीर घाटी मुश्किल हालात से गुजर रही है, ऐसा लग रहा है कि केसर के किसानों की मुश्किलें आसान हो रही हैं
सुहैल ए शाह
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क्या डॉ भीमराव अंबेडकर ने कश्मीर समस्या का सबसे व्यावहारिक समाधान सुझाया था?
इस समय पर कश्मीर और धारा-370 पर डॉ भीमराव अंबेडकर का हवाला देकर पक्ष और विपक्ष के लोग जो बातें कर रहे हैं, वे पूरी तरह सही नहीं लगतीं
अव्यक्त
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बीआर अंबेडकर का हवाला देकर धारा 370 हटाने के फैसले को सही बताना कितना सही है?
भाजपा के कई नेताओं की तरह बसपा प्रमुख मायावती भी धारा 370 को हटाने का समर्थन यह कहते हुए कर रही हैं कि बीआर अंबेडकर भी इसके पक्ष में नहीं थे
दुष्यंत कुमार
समाज और संस्कृति
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जिंदगी का शायद ही कोई रंग या फलसफा होगा जो शैलेंद्र के गीतों में न मिलता हो
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रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं
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किस्से जो बताते हैं कि आम से भी भारत खास बनता है
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क्यों तरुण तेजपाल को सज़ा होना उनके साथ अन्याय होता, दूसरे पक्ष के साथ न्याय नहीं
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कार्ल मार्क्स : जिनके सबसे बड़े अनुयायियों ने उनके स्वप्न को एक गैर मामूली यातना में बदल दिया
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जम्मू-कश्मीर से जुड़े बीबीसी के इस वीडियो को गलत बताना कितना सही है?
धारा 370 को हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर के असल हालात क्या हैं, इसे लेकर मीडिया और सोशल मीडिया में कई तरह के दावे देखने को मिल रहे हैं
दुष्यंत कुमार
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धारा 370 हटी नहीं है बल्कि उसी के इस्तेमाल से कश्मीर भारत का एक सामान्य राज्य बन गया है
मोदी सरकार ने धारा 370 से मिली शक्तियों का ही इस्तेमाल करके भारतीय संविधान को पूरी तरह से जम्मू-कश्मीर पर लागू कर दिया है
संजय दुबे
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क्यों नेशनल कॉन्फ्रेंस और भाजपा में बंटे जम्मू-कश्मीर में आने वाले दिन काफी अहम होंगे
इस लोकसभा चुनाव में भाजपा ने तो जम्मू-कश्मीर की छह सीटों में से तीन अपने पास बनाए रखी हैं, लेकिन पीडीपी की तीन सीटें नेशनल कॉन्फ्रेंस ने छीन ली हैं
सुहैल ए शाह
विशेष रिपोर्ट
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सर्दी हो या गर्मी, उत्तर प्रदेश में किसानों की एक बड़ी संख्या अब खेतों में ही रात बिताती है
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कैसे किसान आंदोलन इसमें शामिल महिलाओं को जीवन के सबसे जरूरी पाठ भी पढ़ा रहा है
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हमारे पास एक ही रेगिस्तान है, हम उसे सहेज लें या बर्बाद कर दें
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क्या आढ़तिये उतने ही बड़े खलनायक हैं जितना उन्हें बताया जा रहा है?
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है