पुस्तक समीक्षा
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पूनाची: एक विचित्र किताब जिसके किरदारों से जुड़कर आप आश्चर्य से भर जाते हैं
‘पूनाची’ चर्चित तमिल लेखक पेरुमल मुरुगन के इसी शीर्षक से आए उपन्यास का हिंदी अनुवाद है
अंजलि मिश्रा
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गर फ़िरदौस: उस कश्मीर से खरी-पूरी मुलाकात जिसके बारे में जानने की फुर्सत किसी को नहीं
‘गर फिरदौस’ आपको उस ज़िंदा कश्मीर से मिलवाती है जो अखबारों, न्यूज़ चैनलों और सैलानियों का ध्यान अपनी ओर नहीं खींच पाता है
अंजलि मिश्रा
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अथश्री प्रयाग कथा : प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लगे छात्रों के मजेदार किस्से
‘अथश्री प्रयाग कथा’ इलाहाबाद में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के ‘धर्म’ ‘अर्थ’ ‘काम’ और ‘मोक्ष’ तक पहुंचने की मजेदार यात्रा है
गायत्री आर्य
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अपार खुशी का घराना : एक धड़कता, सुलगता, सम्मोहक फसाना
‘अपार खुशी का घराना’ चर्चित लेखिका अरुंधति रॉय के अंग्रेजी उपन्यास ‘द मिनिस्टिी ऑफ अटमोस्ट हैप्पीनेस’ का हिंदी अनुवाद है
गायत्री आर्य
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चिराग़-ए-दैर : वह बनारस जिसकी परिक्रमा दिल्ली भी करती है!
‘चिराग़-ए-दैर’ में मिर्ज़ा ग़ालिब की बनारस पर लिखी गई कविताएं शामिल हैं
गायत्री आर्य
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प्रत्यंचा : जो एक राजा ने जातिप्रथा के खिलाफ खींची
संजीव का यह उपन्यास ‘प्रत्यंचा’ महाराष्ट्र के छत्रपति शाहूजी महाराज की जाति प्रथा के खिलाफ लड़ाई की एक अद्भुत कहानी कहता है
गायत्री आर्य
क्विज
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क्विज़: आप इरफान खान के कितने बड़े फैन हैं?
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क्विज: क्या आप एसपी बालासुब्रमण्यम को चाहने वालों में से एक हैं?
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क्विज़: अदालत की अवमानना के तहत आप पर कब कार्रवाई हो सकती है?
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इस साल हज यात्रा पर रोक लगााए जाने के अलावा आप इसके बारे में क्या जानते हैं?
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क्विज: भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में आप कितना जानते हैं?
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चौंसठ सूत्र सोलह अभिमान : इन कविताओं में ‘काम’ बस नामभर का है पर प्रेम भरपूर बसा है
‘चौंसठ सूत्र सोलह अभिमान’ की कविताएं कामसूत्र से प्रेरित तो हैं लेकिन ये देह से ऊपर उठकर प्रेम को एक अलग विस्तार देती हैं
गायत्री आर्य
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काली औरत का ख़्वाब : जो बॉलीवुड में हर किसी को आता है
‘काली औरत का ख़्वाब’ में बॉलीवुड के लोकप्रिय गीतकार इरशाद कामिल के कुछ गानों के पीछे की दिलकश कहानियां दर्ज हैं
गायत्री आर्य
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इसी से बचा जीवन : वे कविताएं जो कहना चाहती हैं कि स्त्री से ही बचा है जीवन
‘इसी से बचा जीवन’ की कविताएं स्त्रियों के सृजन करने की क्षमता से अभिभूत नजर आती हैं
गायत्री आर्य
समाज और संस्कृति
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जिंदगी का शायद ही कोई रंग या फलसफा होगा जो शैलेंद्र के गीतों में न मिलता हो
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रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं
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किस्से जो बताते हैं कि आम से भी भारत खास बनता है
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क्यों तरुण तेजपाल को सज़ा होना उनके साथ अन्याय होता, दूसरे पक्ष के साथ न्याय नहीं
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कार्ल मार्क्स : जिनके सबसे बड़े अनुयायियों ने उनके स्वप्न को एक गैर मामूली यातना में बदल दिया
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सागर-मन्थन : दो धुर विरोधी संस्कृतियों के मिलन की कथा
नरेन्द्र कोहली का उपन्यास ‘सागर-मन्थन’ भारत और अमेरिकी सभ्यताओं के मेलजोल की जटिलताओं पर बात करता है
गायत्री आर्य
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कौन देस को वासी : प्रवासियों के सुख-दुख की महागाथा
‘कौन देस को वासी’ प्रवासी भारतीयों के जीवन पर लिखा गया एक बेहद पठनीय उपन्यास है जो अपने देश को देखने की नई दृष्टि देता है
गायत्री आर्य
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योगफल : हर पल संघर्षरत लोगों की पीड़ा के स्वर कुछ ऐसे ही होते होंगे
‘योगफल’ की कविताएं पिछले दो दशकों के दौरान देश-दुनिया में आए सामाजिक-राजनीतिक परिवर्तनों को एक आम आदमी के नजरिए से देखती हैं
गायत्री आर्य
विशेष रिपोर्ट
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सर्दी हो या गर्मी, उत्तर प्रदेश में किसानों की एक बड़ी संख्या अब खेतों में ही रात बिताती है
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कैसे किसान आंदोलन इसमें शामिल महिलाओं को जीवन के सबसे जरूरी पाठ भी पढ़ा रहा है
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हमारे पास एक ही रेगिस्तान है, हम उसे सहेज लें या बर्बाद कर दें
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क्या आढ़तिये उतने ही बड़े खलनायक हैं जितना उन्हें बताया जा रहा है?
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है