जन्मदिन
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'अगर बेचना ही है तो हम ऐसा सपना बेचें जिसका कुछ मतलब निकलता हो’
राज कपूर ने यह लेख करीब छह दशक पहले फिल्मफेयर पत्रिका में लिखा था. कल उनका जन्मदिन था
सत्याग्रह ब्यूरो
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संजय गांधी के इंदिरा गांधी को थप्पड़ मारने के पीछे की कहानी
इस थप्पड़ की खबर देने वाले पत्रकार लुईस एम सिमंस इसके पीछे की कहानी और इस पर इंदिरा और राजीव गांधी की प्रतिक्रिया के बारे में बता रहे हैं
सत्याग्रह ब्यूरो
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नास्त्रेदमस : 450 साल पहले की गई जिसकी भविष्यवाणियां आज भी दुनिया को घनचक्कर बनाए हुए हैं
नास्त्रेदमस की एक भविष्यवाणी है - ‘वह ज़मीन जहां तीन समुद्रों के पानी मिलते हैं वहां एक शख्स पैदा होगा...वो दुनिया को मुश्किल में डालेगा.’
अनुराग भारद्वाज
लोकप्रिय
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रिलायंस बनाम बॉम्बे डाइंग : दो दिग्गजों की जंग जिसने कइयों का नुकसान किया
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दीवार पर चिपके इस केले में ऐसा क्या है कि यह दुनिया भर में चर्चा का विषय बना हुआ है
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पश्चिम बंगाल : नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन जारी, छह जिलों में इंटरनेट सेवा बंद
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दिल्ली : नागरिकता कानून के विरोध में हिंसा, बसों में आग लगाई, पुलिसकर्मी जख्मी
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सावरकर के आगे वीर लगाना कितना सही है?
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संजय गांधी के लिए नसबंदी अभियान इतना अहम क्यों बन गया था?
आपातकाल के दौरान संजय गांधी के सिर पर नसबंदी का ऐसा जुनून क्यों सवार हो गया था कि वे इस मामले में हिटलर से भी 15 गुना आगे निकल गए?
विकास बहुगुणा
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'जब मैंने खुद पर दुनिया के साथ हंसना सीख लिया तो मुझे वह सब मिल गया जिसकी मुझे चाहत थी'
भारतीय सिनेमा के शोमैन कहे जाने वाले राजकपूर के बचपन का यह किस्सा उनकी जीवनी ‘राज कपूर स्पीक्स’ का एक अंश है
सत्याग्रह ब्यूरो
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संजय गांधी में ऐसा क्या खास था कि इंदिरा गांधी उन्हें ही अपना राजनीतिक वारिस मानती थीं?
वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर का यह आलेख मूल रूप से अक्टूबर, 1985 में कलकत्ता से छपने वाली साप्ताहिक पत्रिका ‘रविवार’ में प्रकाशित हुआ था
सत्याग्रह ब्यूरो
समाचारवाणी

दिनमान
पूर्वोत्तर में तनाव के चलते शिंजो आबे की भारत यात्रा टाले जाने सहित आज के ऑडियो समाचार
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पूर्वोत्तर में तनाव के चलते शिंजो आबे की भारत यात्रा टाले जाने सहित आज के ऑडियो समाचार
दिनमान | ऑडियो बुलेटिन - सोमवार से शुक्रवार, शाम छह बजे
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नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर पूर्वोत्तर में हालात और बिगड़ने सहित आज के ऑडियो समाचार
दिनमान | ऑडियो बुलेटिन - सोमवार से शुक्रवार, शाम छह बजे
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गुजरात दंगों के मामले में नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट दिए जाने सहित आज के ऑडियो समाचार
दिनमान । ऑडियो बुलेटिन - सोमवार से शुक्रवार, शाम छह बजे
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अमेरिकी आयोग द्वारा अमित शाह पर प्रतिबंध की मांग किए जाने सहित आज के ऑडियो समाचार
दिनमान | ऑडियो बुलेटिन - सोमवार से शुक्रवार, शाम छह बजे
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विपक्ष के हंगामे के बीच नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा में पेश किए जाने सहित आज के ऑडियो समाचार
दिनमान | ऑडियो बुलेटिन - सोमवार से शुक्रवार, शाम छह बजे
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मुल्क राज आनंद : जिन्हें अंग्रेजी भाषा का प्रेमचंद भी कहा जा सकता है
मुल्क राज आनंद पहले अंग्रेज़ी लेखक भी कहे जा सकते हैं जिन्होंने अपनी रचनाओं में हिंदी और पंजाबी शब्दों का प्रयोग किया
अनुराग भारद्वाज
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युवराज न होते तो भारतीय क्रिकेट के ताज में लगे न जाने कितने नगीने कम हो जाते
क्रिकेट को अगर सल्तनत मानें तो दुनिया के उन तमाम खिलाड़ियों में युवराज सिंह सबसे ऊपर नजर आते हैं जिन्होंने इस सल्तनत में एक युवराज की तरह ही अपनी धाक जमायी
अभय शर्मा
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आज 69 साल के हो रहे रजनीकांत की पहली हिंदी फिल्म ‘अंधा कानून’ देखना कैसा अनुभव है
साल 1983 में रिलीज हुई, रजनीकांत की हिंदी डेब्यू फिल्म ‘अंधा कानून’ में अमिताभ बच्चन गेस्ट अपीयरेंस में नजर आए थे
अंजलि मिश्रा
समाज और संस्कृति
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कविताएं: इसी दुनिया में एक और दुनिया है, जहां सरहदों और सरकारों के लिए कोई जगह नहीं है
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दीवार पर चिपके इस केले में ऐसा क्या है कि यह दुनिया भर में चर्चा का विषय बना हुआ है
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क्यों सावरकर बनाम गांधी की बहस में हमें इन दोनों का आपसी संबंध समझने की भी जरूरत है
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इस समय बहुत सारा रचनात्मक साहित्य सपाटबयानी पर टिका है
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'अगर बेचना ही है तो हम ऐसा सपना बेचें जिसका कुछ मतलब निकलता हो’
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दिलीप कुमार न होते तो अमिताभ, शाहरुख और आमिर भी ऐसे न होते
दिलीप कुमार ने हिंदी फिल्मों में अभिनय की सबसे मज़बूत और समृद्ध विरासत दी है.
प्रियदर्शन
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पक्के कांग्रेसी दिलीप कुमार का नेहरू, वाजपेयी, बाल ठाकरे और शरद पवार से कैसा रिश्ता रहा?
दिलीप कुमार के राजनीतिक रुझान ने उनके निजी और सार्वजनिक जीवन पर खासा प्रभाव डाला था
शुभम उपाध्याय
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'फिल्मों का नशा उतारने के लिए बाबूजी ने मेरी शादी कर दी थी'
आज मशहूर अभिनेता धर्मेंद्र का जन्मदिन है. उनका लिखा यह लेख करीब चार दशक पहले तब की मशहूर फिल्मी पत्रिका माधुरी में छपा था
सत्याग्रह ब्यूरो
विशेष रिपोर्ट
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राजस्थान में हुई नर्सों की एक भर्ती पिछले छह सालों से इन दिव्यांगों के साथ छल क्यों कर रही है?
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‘दिल्ली से कई गुना ज्यादा प्रदूषण की मार हम लोग झेल रहे हैं’
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‘दिमाग़ी तौर पर मृत’ नाटो ने 70 साल पूरे किये
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महाराष्ट्र के बाद क्या राष्ट्रीय स्तर पर भी वहां जैसा कोई गठबंधन बन सकता है?
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खूंटी के ये 10 हजार लोग संविधान में आस्था रखने की बात कहते हैं, सरकार इन्हें राजद्रोही मानती है