जन्मदिन
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फणीश्वर नाथ रेणु : जो न होते तो अपने देश की आत्मा से हम कुछ और कम जुड़े होते
अपने जीते जी ही किंवदंती बनकर फणीश्वर नाथ रेणु अपने समय के रचनाकारों के लिए प्रेरणा और जलन दोनों का कारण बन गए थे
कविता
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जयललिता : हार मान लेना जिनके स्वभाव में ही नहीं था
यह कहानी बताती है कि एमजीआर के निधन के बाद जयललिता किस अपमान और संघर्ष से गुजरने के बाद एआईएडीएमके का सर्वमान्य चेहरा बन सकी थीं
सत्याग्रह ब्यूरो
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सैयद हैदर रज़ा से मिलकर यूं लगा था जैसे आप कला और दर्शन की जुगलबंदी देख रहे हों
उस मुलाकात के वक्त सैयद हैदर रज़ा साहब की सेहत बेहद नासाज थी, लेकिन चित्रकारी और उसके बहाने खुद को अभिव्यक्त करने को लेकर उनका उत्साह तब भी चरम पर था
शुभम उपाध्याय
लोकप्रिय
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पोर्न फिल्मों को ब्लू फिल्म क्यों कहा जाता है?
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मुंह से खून आना सिर्फ टीबी का लक्षण नहीं है, तो फिर इसका मतलब और क्या-क्या हो सकता है?
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परफ्यूम : गंध कैद करने की सनक को सिनेमा में कैद करने वाली अनोखी जर्मन फिल्म
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पेट दर्द को कब गंभीरता से लेना चाहिए?
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अगर मां और दीदी ने मुझे वक्त रहते बताया होता तो मैं एक पूरी रात ये न सोचती कि मैं मरने वाली हूं
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शांति स्वरूप भटनागर अगर वैज्ञानिक न होते तो उतने ही बड़े कवि भी हो सकते थे
शांति स्वरूप भटनागर से जुड़े सवाल प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं. लेकिन इस महान वैज्ञानिक की जिंदगी का एक बड़ा हिस्सा अछूता ही रह गया है
अंजलि मिश्रा
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शिवाजी : वह मराठा सरदार जिसने हिंदुओं के खोए हुए आत्मसम्मान को पुनर्स्थापित किया था
शिवाजी कूटनीतिक समझ से काम लेते थे और राजपूतों के उलट युद्ध में जान देने वाली 'वीरता' से बचा करते थे
अनुराग भारद्वाज
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क्या भाजपा अपने वैचारिक गुरू गोलवलकर की शिक्षाओं से आज उतनी ही दूर है जितनी कि कांग्रेस?
गुरू गोलवलकर का कहना था कि हमारे नेता आलोचना के इतने खिलाफ हैं, इसी से पता चल जाता है कि उनको आलोचना की जरूरत है
साक़िब सलीम
क्विज
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क्विज़: आप इरफान खान के कितने बड़े फैन हैं?
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क्विज: क्या आप एसपी बालासुब्रमण्यम को चाहने वालों में से एक हैं?
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क्विज़: अदालत की अवमानना के तहत आप पर कब कार्रवाई हो सकती है?
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इस साल हज यात्रा पर रोक लगााए जाने के अलावा आप इसके बारे में क्या जानते हैं?
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क्विज: भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में आप कितना जानते हैं?
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रामकृष्ण परमहंस : जिनके भोले प्रयोगवाद में वेदांत, इस्लाम और ईसाइयत सब एकरूप हो गए थे
निरक्षर और पागल तक कहे जाने वाले रामकृष्ण परमहंस ने अपने जीवन से दिखाया था कि धर्म किसी मंदिर, गिरजा, विचारधारा, ग्रंथ या पंथ का बंधक नहीं है
अव्यक्त
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सुषमा स्वराज : जिन्होंने विदेश मंत्रालय को आम आदमी से जोड़ा था
भारत में विदेश मंत्रालय के बारे में कहा जाता रहा है कि वह पीएमओ से चलता है, लेकिन सुषमा स्वराज ने इसे एक नई पहचान दी
विकास बहुगुणा
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फ़ैज़ को सर्वहारा का दर्द तो दिखता है पर उसके हुक्मरान के ज़ुल्मो-सितम क्यों नजर नहीं आते?
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की शायरी उन लोगों की जुबां है जो कभी अपने हक़ के लिए खड़े नहीं हो पाए और अगर कभी हुए भी तो कुचल दिए गए
अनुराग भारद्वाज
समाज और संस्कृति
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लार्ड डेनिंग: जिन्हें पत्नियों को अधिकार दिलाने के लिए पतियों का कोपभाजन बनना पड़ा
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फणीश्वर नाथ रेणु : जो न होते तो अपने देश की आत्मा से हम कुछ और कम जुड़े होते
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कोई भी, चाहे वह कितना ही नाम-कीर्ति-हीन क्यों न हो, साधारण नहीं होता
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नानाजी देशमुख : संघ का ऐसा कार्यकर्ता जिसने मन से गांधी और जेपी को स्वीकारा था
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क्यों सावरकर बनाम गांधी की बहस में हमें इन दोनों का आपसी संबंध समझने की भी जरूरत है
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राजा सूरजमल: एक काबिल जाट राजा जिसका इतिहास में जिक्र न होना दोनों के साथ अन्याय है
सूरजमल की बुद्धि स्थिर थी, और उनका दृष्टि क्षेत्र सुस्पष्ट था, वे एक किसान की पोशाक पहनते थे और केवल बृजभाषा ही बोलते थे, तथापि वे जाट जाति के प्लेटो थे
पुलकित भारद्वाज
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मंच पर एक जगजीत वो भी थे जो सिर्फ चित्रा के होते थे
लोगों से बोलते, हंसते, चुटकुले सुनाते और चित्रा पर चुटकियां लेते जगजीत सिंह इस तरह अपनी गायकी में कई और रंग भर देते थे
अंजलि मिश्रा
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इवैंजलिन एडम्स : जिनके प्रयासों के चलते अमेरिका ने ज्योतिष विद्या को विज्ञान माना
इवैंजलिन एडम्स को महिला नॉस्त्रेदमस भी कहा जाता है
अनुराग भारद्वाज
विशेष रिपोर्ट
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सर्दी हो या गर्मी, उत्तर प्रदेश में किसानों की एक बड़ी संख्या अब खेतों में ही रात बिताती है
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कैसे किसान आंदोलन इसमें शामिल महिलाओं को जीवन के सबसे जरूरी पाठ भी पढ़ा रहा है
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हमारे पास एक ही रेगिस्तान है, हम उसे सहेज लें या बर्बाद कर दें
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क्या आढ़तिये उतने ही बड़े खलनायक हैं जितना उन्हें बताया जा रहा है?
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है