पुण्यतिथि
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रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं
एक अंग्रेज अफ़सर ने लक्ष्मीबाई के बारे में लिखा था, 'हमारी किस्मत अच्छी थी कि उसके पास उसी के जैसे आदमी नहीं थे’
पुलकित भारद्वाज
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घनश्याम दास बिड़ला: हिंदुस्तान की औद्योगिक क्रांति का जनक जो खुद को व्यापारी नहीं मानता था
एक अनुमान के मुताबिक 1939 से 1969 के बीच टाटा की संपत्ति तो सिर्फ आठ गुना बढ़ी थी लेकिन, घनश्याम दास बिड़ला की संपत्ति में 94 गुना का इजाफा हुआ था
अनुराग भारद्वाज
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स्टीफन हॉकिंग के जीवन का निचोड़ शायद यही था कि जहां अंत दिखता है, वहां नई शुरुआत होती है
अपने आखिरी दिनों में स्टीफन हॉकिंग ने कहा था कि ब्लैक होल दूसरे ब्रह्मांडों के द्वार हो सकते हैं
राजेन्द्र धोड़पकर
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कृश्न चंदर : जिन्होंने लूट लिए गए अपने सफ़ेद हत्थी वाले चाकू को वापस पाने के लिए लिखा
प्रेमचंद्र और रबीन्द्रनाथ टैगोर के बाद कृश्न चंदर तीसरे भारतीय लेखक हैं जिनकी कहानियों का विदेशी भाषाओं में जमकर अनुवाद हुआ
अनुराग भारद्वाज
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बाकी धुनों पर बोल बिठाते थे, रवि ने बोलों पर धुनें सजाईं
संगीतकार रवि ने साहिर लुधियानवी के साथ मिलकर फ़िल्मी गानों को नए मानी दिए
अनुराग भारद्वाज
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स्टालिन : जिसके अत्याचारों से उसका परिवार भी बच नहीं सका था
सोवियत संघ के मुखिया रहे स्टालिन के मन में न्याय, दया या संवेदना के लिए तिल भर भी जगह नहीं थी. सभी – उसके अपने बीवी-बच्चे भी – उसके आगे थर-थर कांपते थे
राम यादव
क्विज
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क्विज़: आप इरफान खान के कितने बड़े फैन हैं?
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क्विज: क्या आप एसपी बालासुब्रमण्यम को चाहने वालों में से एक हैं?
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क्विज़: अदालत की अवमानना के तहत आप पर कब कार्रवाई हो सकती है?
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इस साल हज यात्रा पर रोक लगााए जाने के अलावा आप इसके बारे में क्या जानते हैं?
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क्विज: भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में आप कितना जानते हैं?
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लार्ड डेनिंग: जिन्हें पत्नियों को अधिकार दिलाने के लिए पतियों का कोपभाजन बनना पड़ा
इंग्लैंड के लार्ड अल्फ्रेड थॉमसन डेनिंग को विश्व के सबसे महान न्यायाधीशों की सूची में रखा जाता है
अनुराग भारद्वाज
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नानाजी देशमुख : संघ का ऐसा कार्यकर्ता जिसने मन से गांधी और जेपी को स्वीकारा था
संघ के सबसे सम्मानित कार्यकर्ताओं में शामिल रहे नानाजी देशमुख पर प्रभाष जोशी के आलेख ‘चित्रकूट के घाट पर’ का एक अंश
सत्याग्रह ब्यूरो
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श्रीदेवी : जिस समय उन्हें करोड़ों लोग चाहते थे उस समय वे बिलकुल अकेली और कंगाल भी थीं
श्रीदेवी के निधन के बाद उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए मशहूर फिल्म निर्माता रामगोपाल वर्मा ने यह लेख अपने फेसबुक पेज पर अंग्रेजी में लिखा था
सत्याग्रह ब्यूरो
समाज और संस्कृति
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जिंदगी का शायद ही कोई रंग या फलसफा होगा जो शैलेंद्र के गीतों में न मिलता हो
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रानी लक्ष्मीबाई : झांसी की वह तलवार जिसके अंग्रेज भी उतने ही मुरीद थे जितने हम हैं
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किस्से जो बताते हैं कि आम से भी भारत खास बनता है
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क्यों तरुण तेजपाल को सज़ा होना उनके साथ अन्याय होता, दूसरे पक्ष के साथ न्याय नहीं
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कार्ल मार्क्स : जिनके सबसे बड़े अनुयायियों ने उनके स्वप्न को एक गैर मामूली यातना में बदल दिया
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वे पांच दृश्य जो दिखाते हैं कि श्रीदेवी मासूमियत और शरारत का एक दुर्लभ मेल थीं
श्रीदेवी की फिल्मों के ये पांच कॉमेडी दृश्य उनका वह अंदाज दिखाते हैं जिसके लिए वे हमेशा याद की जाएंगी
सत्याग्रह ब्यूरो
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गांधी और नेहरू मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के बारे में क्या कहते थे?
पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी किताब ‘डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ में मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के बारे में काफी विस्तार से लिखा है
अव्यक्त
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एडविना माउंटबेटन: जिनके लिए जवाहरलाल नेहरू ने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था!
कहते हैं कि जिन्ना को किसी ने सलाह दी थी कि वे नेहरू और एडविना के रिश्ते को पाकिस्तान के फायदे के लिए इस्तेमाल करें. लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया
अनुराग भारद्वाज
विशेष रिपोर्ट
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सर्दी हो या गर्मी, उत्तर प्रदेश में किसानों की एक बड़ी संख्या अब खेतों में ही रात बिताती है
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कैसे किसान आंदोलन इसमें शामिल महिलाओं को जीवन के सबसे जरूरी पाठ भी पढ़ा रहा है
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हमारे पास एक ही रेगिस्तान है, हम उसे सहेज लें या बर्बाद कर दें
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क्या आढ़तिये उतने ही बड़े खलनायक हैं जितना उन्हें बताया जा रहा है?
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है