प्रिय-अप्रिय
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छह दिसंबर की कर्मकांडी याद से ज़्यादा ज़रूरी क्या है?
अगर यह जरूरी कर्म नहीं किया जाएगा तो बाबरी से दादरी तक जो सिलसिला तरह-तरह के भेस बदलता हुआ चल रहा है वह समाज को और तोड़ता और तंग करता रहेगा
प्रियदर्शन
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हम एक बहुत बोलने और बहुत कम विचार करने वाला समाज बन रहे हैं
हमारी असंवेदनशील भाषा में सबकुछ एक ‘कांड’ है - तंदूर कांड, निठारी कांड, कठुआ कांड, अलीगढ़ कांड. ये कांड आते-जाते रहते हैं और हम बहस का कारोबार चलाते रहते हैं
प्रियदर्शन
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सड़क हादसों में हर साल डेढ़ लाख लोगों के मरने का सवाल कभी राजनीतिक मुद्दा क्यों नहीं बनता?
क्या इसके पीछे कोई नियतिवादी मनोविज्ञान है? क्या बहुत असुरक्षित ज़िंदगी जीने वाला आम हिंदुस्तानी सड़क हादसों को इत्तिफाक मान कर संतोष कर लेता है?
प्रियदर्शन
लोकप्रिय
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पोर्न फिल्मों को ब्लू फिल्म क्यों कहा जाता है?
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पेट दर्द को कब गंभीरता से लेना चाहिए?
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दिल की कहानी में एंजियोप्लास्टी और बाईपास सर्जरी के बाद भी कई ट्विस्ट आते हैं!
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हार्ट अटैक का आपको कितना खतरा है और इसका दर्द कैसा होता है, यह पहचान कैसे की जाए?
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व्लादिमीर लेनिन को उनके अपने ही देश रूस में कैसे याद किया जाता है?
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समाज सिर्फ सिक्योरिटी गार्ड और पुलिस के भरोसे नहीं चल सकता, आपसी भागीदारी भी बढ़ानी पड़ती है
नोएडा की महागुन सोसाइटी में बीते दिनों जो कुछ घटा उसे एक बस्ती के लोगों का हिंसक व्यवहार कहकर नहीं समेटा जा सकता
प्रियदर्शन
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अगर ट्रंप या नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री मोदी के सिर पर छतरी लगाई होती
हमें वह परदा हटाकर देखने की जरूरत है जिसमें खबरों की जगह सिर्फ दृश्य और अतिरेक से भरी व्याख्याएं हैं
प्रियदर्शन
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प्रधानमंत्री की लिखी किताब को कैसे पढ़ा जाना चाहिए?
तनाव कम करने के नुस्खे बताने वाले बहुत सारे जानकार हैं. क्या पूरे देश का दायित्व संभालने वाले व्यक्ति को पूरी शिक्षा पद्धति पर विचार नहीं करना चाहिए?
प्रियदर्शन
क्विज
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क्विज़: आप इरफान खान के कितने बड़े फैन हैं?
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क्विज: क्या आप एसपी बालासुब्रमण्यम को चाहने वालों में से एक हैं?
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क्विज़: अदालत की अवमानना के तहत आप पर कब कार्रवाई हो सकती है?
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इस साल हज यात्रा पर रोक लगााए जाने के अलावा आप इसके बारे में क्या जानते हैं?
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क्विज: भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में आप कितना जानते हैं?
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मजीठिया आयोग की सिफारिशों पर जो हो रहा है वह त्रासदी का सिर्फ एक सिरा है
यह एक बड़ी त्रासदी है जिसे पूंजी की नई दुनिया अवसरों और चुनौतियों की चमकीली पन्नी में लपेट कर पेश कर रही है
प्रियदर्शन
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शाह क्या जाने गांधी का सौदा
बापू नाम के बनिए को कैसे सौदे पसंद थे? इसका एक जवाब गणित की पढ़ाई को लेकर उनकी एक राय से मिलता है
प्रियदर्शन
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यह संसद नहीं, पूरे लोकतंत्र की अवमानना है
एक सांसद के आपराधिक व्यवहार का बचाव करने वाली संसद से हम कैसे यह उम्मीद करें कि वह हमारे बिल्कुल बुनियादी अधिकारों की भी रक्षा कर पाएगी?
प्रियदर्शन
समाज और संस्कृति
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‘तांडव’ हिंदू विरोधी नहीं बल्कि कुछ जगहों पर प्रो-हिंदू है
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कुर्रतुल ऐन हैदर : उस माला का एक मनका जो अमीर खुसरो और कबीर जैसे मनकों से बनी है
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ख़ान अब्दुल ग़फ़्फ़ार ख़ान : लड़ाकू पठानों को अहिंसक ख़िदमतगार बना देने वाला फ़क़ीर बादशाह
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महाराणा प्रताप : जिनके लिए मेवाड़ सिर्फ एक राज्य नहीं था
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नवाब शुजाउद्दौला : एक बेवफ़ा शौहर जो गंगा-जमुनी तहज़ीब का पहला कद्रदान भी था
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इस तरह आप पूरे देश को एक बूचड़खाना तो नहीं बना रहे?
बूचड़खाने सहित जो कुछ भी अवैध है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए वाले तर्क पर चलें तो आधे से ज़्यादा देश उजाड़ना होगा. लेकिन तर्क यह भी नहीं है कि सब ऐसे ही चलता रहे
प्रियदर्शन
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सरकारी संरक्षण के भरोसे के साथ ऐसी कई सेनाएं पूरे देश में डंडे लिए तैयार बैठी हैं
नफ़रत और हिंसा की घुट्टी पिला-पिला कर तैयार किया गया एक तबका राजनीति, विचारधारा, इतिहास, देश- सब कुछ पर अपने कुछ बने-बनाए पूर्वग्रहों की रक्षा में जुटा है
प्रियदर्शन
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मारने वाले तो हैं ही, गांधी को मानने वाले भी कम गुनहगार नहीं हैं
कैलेंडर से गांधी अब हटाए गए हैं लेकिन, उनको नीयत और नीति से हटाने का काम बरसों से चल रहा है
प्रियदर्शन
विशेष रिपोर्ट
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क्या आढ़तिये उतने ही बड़े खलनायक हैं जितना उन्हें बताया जा रहा है?
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक गांव जो पानी और सांप्रदायिकता जैसी मुश्किलों का हल सुझाता है
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राजस्थान के सबसे बड़े अस्पताल में जाने का मतलब ही क्या है जब वहां बड़े डॉक्टर होते ही नहीं
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इन लोक कलाकारों को बचाए बिना देश की संस्कृति को बचाने की बात भी कैसे की जा सकती है!
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क्या कश्मीरी पंडित इस बात से खुश हैं कि अब जम्मू-कश्मीर में कोई भी व्यक्ति ज़मीन खरीद सकता है?